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नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार शाम मची भगदड़ में मरने वालों में बिहार के 9, दिल्ली के 8 और हरियाणा से एक लोग शामिल हैं. Photograph: (PTI)
New Delhi Railway Station Stampede: नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार को मची भगदड़ में 18 लोगों की मौत हो गई है. जिनमें 9 महिलाएं, 5 बच्चे और चार पुरुष शामिल हैं. हादसे में 12 से अधिक लोग घायल हुए हैं. जिनमें कई की हालत गंभीर बनी हुई है. इस बीच हादसे के वक्त रेलवे स्टेशन पर मौजूद लोगों ने इस दर्दनाक घटना को बयां किया है. आइए जानते हैं
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार शाम चश्मदीदों ने क्या देखा?
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार शाम मची भगदड़ को लेकर वहां मौजूद एक कुली ने कहा कि मैं 1981 से यहां कुली का काम कर रहा हूं, लेकिन मैंने पहले कभी इतनी भीड़ नहीं देखी. हादसे की आपबीती सुनाते हुए उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि प्रयागराज स्पेशल ट्रेन प्लेटफॉर्म नंबर 12 से रवाना होनी थी, लेकिन उसे 12 की बजाय प्लेटफॉर्म नंबर 16 पर बदल दिया गया. प्लेटफॉर्म नंबर 12 पर इंतजार कर रही भीड़ जब प्लेटफॉर्म 16 पर और बाहर की पब्लिक भी 16 पर पहुंचने की कोशिश की, तो लोग आपस में टकराने लगे और एस्केलेटर और सीढ़ियों पर लोग गिर गए. कई लोग दब गए. भीड़ को रोकने के लिए कई कुली वहां जमा हो गए.
#WATCH | Stampede at New Delhi railway station | A porter (coolie) at the railway station says "I have been working as a coolie since 1981, but I never saw a crowd like this before. Prayagraj Special was supposed to leave from platform number 12, but it was shifted to platform… pic.twitter.com/cn2S7RjsdO
— ANI (@ANI) February 16, 2025
प्रयागराज की ओर जाने वाली ट्रेन पकड़ने के लिए मची भगदड़ में कई लोगों की मौत हो गई. कुली ने कहा कि हम लोगों ने कई शव भीड़ से निकाले और एंबुलेंस में लोड किया. उन्होंने भगदड़ से 15 शव निकालकर लोड करने का दावा किया.
नॉर्दर्न रेलवे ने कहा- न ट्रेन कैंसिल हुई और न प्लेटफॉर्म बदला गया
वहीं रेलवे की ओर से बयान आया है कि किसी ट्रेन का प्लेटफॉर्म नहीं बदला गया और न कोई ट्रेन कैंसिल हुई. नॉर्दर्न रेलवे के चीफ पब्लिक रिलेशन ऑफिसर हिमांशु शेखर उपाध्याय ने हिमांशु उपाध्याय ने बताया कि घटना के समय पटना जाने वाली मगध एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 14 और नयी दिल्ली-जम्मू उत्तर संपर्क क्रांति एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 15 पर खड़ी थी. भगदड़ की वजह बताते हुए उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोग सीढ़ियों का इस्तेमाल करके फुटओवर ब्रिज से प्लेटफॉर्म नंबर 14 और 15 की ओर उतर रहे थे, वे फिसल गए और दूसरों पर गिर गए.
#WATCH | Delhi: Chief Public Relations Officer of Northern Railway, Himanshu Shekhar Upadhyay, says, "When this tragic incident took place yesterday, at that time, Magadh Express going towards Patna was standing on platform number 14 of New Delhi Railway Station, and Uttar… pic.twitter.com/ftT109EvLm
— ANI (@ANI) February 16, 2025
उन्होंने बताया कि मामले की जांच चल रही है. घटना की जांच हाई-लेवल कमेटी द्वारा की जा रही है. रेलवे के चीफ पीआरओ नॉर्दर्न रेलवे ने कहा - किसी भी ट्रेन का प्लेटफॉर्म नहीं बदला गया और न ही कोई ट्रेन कैंसिल हुई थी.
भगदड़ में अपनी बेटी, ससुर और सास को खो देने वाले मनोज शाह ने कहा - मेरे साले मुकेश ने मुझे फोन किया और कहा 'भगदड़ हो गई, लोग एक दूसरे पर चढ़ गए. उन्होंने कहा कि मृतक कुंभ जा रहे थे, उन्होंने कहा कि उनकी बेटी कक्षा 5 में पढ़ती है.
गुड़गांव निवासी कमलेश कुमारी (24) ने हादसे को याद करते हुए बताया कि मैं सीढ़ियों पर थी, और हर कोई बस एक-दूसरे पर गिरने लगा. मुझे नहीं पता कि क्या हुआ." उसने कहा कि उसे पीठ में चोट लगी है और हंगामे में नकदी वाला बैग खो गया है. कमलेश कुमारी को नई दिल्ली रेलवे स्टेशन से झांसी के लिए रवाना होना था,
वहीं 22 वर्षीय अमन गिरी, जिन्होंने भगदड़ में अपनी मां सीलम को खो दिया, ने कहा कि परिवार कुंभ मेले के लिए ट्रेन पकड़ने जा रहा था. द इंडियन एक्सप्रेस को उन्होंने बताया कि मैंने मना किया था मत जाओ." उनके पिता को पैर में चोट आई है. उन्होंने कहा, "मेरी मां शरीर से थोड़ी भारी थीं, इसलिए वह ऊपर नहीं चढ़ सकीं क्योंकि हर कोई भगदड़ से बचने के लिए सीढ़ियों की ओर भागा.
रेलवे डीसीपी केपीएस मल्होत्रा ने विस्तार से बताया कि ने जब प्रयागराज एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर थी, तो बहुत सारे लोग जमा हो गए थे. स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी लेट थीं और इन ट्रेनों के यात्री प्लेटफॉर्म 12, 13 और 14 पर भी मौजूद थे. सूत्रों के हवाले पीटीआई भाषा ने बताया कि ट्रेन के छूटने में देरी और हर घंटे 1,500 जनरल टिकटों की बिक्री की वजह से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अफरा-तफरी की स्थिति हो गई.