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Parliament Session 2024: नई लोकसभा का पहला सत्र शुरू, 10 साल बाद सरकार के सामने मजबूत विपक्ष

Lok Sabha Session 2024: 18वीं लोकसभा में विपक्षी दल पिछली दो लोकसभाओं के मुकाबले काफी बेहतर स्थिति में हैं. करीब 10 साल बाद विपक्ष लोकसभा में इतना ताकतवर नजर आएगा.

Lok Sabha Session 2024: 18वीं लोकसभा में विपक्षी दल पिछली दो लोकसभाओं के मुकाबले काफी बेहतर स्थिति में हैं. करीब 10 साल बाद विपक्ष लोकसभा में इतना ताकतवर नजर आएगा.

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Viplav Rahi
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Lok Sabha Session 2024: संसद सत्र के पहले दिन ही कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और सोनिया गांधी, राहुल गांधी समेत पार्टी के तमाम नेताओं ने संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया. (Screen Shot of Video Shared on X by @INCIndia)

Lok Sabha Session 2024: 18वीं लोकसभा का पहला सत्र आज सोमवार 24 जून को शुरू हुआ. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लगातार तीसरी बार सदन के सदस्य के रूप में शपथ ली. सदन की पहली बैठक से ठीक पहले अपने विचार साझा करते हुए, प्रधानमंत्री ने कहा कि देश के लोगों की सेवा के लिए "आम सहमति" के साथ आगे बढ़ने के सभी प्रयास किए जाएंगे. उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद है कि संसद का यह सत्र प्रोडक्टिव होगा और विपक्षी दल जनता के विपक्ष के रूप में अपनी जिम्मेदारी निभाएंगे और व्यवधान डालने और ड्रामेबाजी से दूर रहकर बहस में शामिल होंगे." 18वीं लोकसभा में विपक्षी दल पिछली दो लोकसभाओं के मुकाबले काफी बेहतर स्थिति में हैं. यानी करीब 10 साल बाद लोकसभा में विपक्ष की ताकत नजर आएगी. 

नई लोकसभा में अगले कुछ दिन क्या होगा 

नई लोकसभा की कार्यवाही शुरू होने से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में सात बार के सांसद भर्तृहरि महताब को लोकसभा के प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ दिलाई. जिन्होंने बाद में प्रधानमंत्री मोदी और उनके मंत्रिमंडल के सदस्यों समेत कई सांसदों को शपथ दिलाने का काम किया. 18वीं लोकसभा का पहला सत्र 3 जुलाई तक चलेगा और इस दौरान 8 बैठकें होंगी. पहले सत्र के दौरान कुछ बेहद महत्वपूर्ण वैधानिक काम किए जाएंगे, जिनका पूरा होना 18वीं लोकसभा के गठन के लिए जरूरी है.  

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  • लोकसभा के मौजूदा सत्र के पहले दो दिन तक सदन के नवनिर्वाचित सदस्यों का शपथ ग्रहण होगा. प्रोटेम स्पीकर भर्तृहरि महताब और उनके सहयोगियों का पैनल सभी सांसदों को शपथ दिलाने का काम करेगा. 

  • बुधवार को नई लोकसभा अपने स्पीकर का चुनाव करेगी. स्पीकर के चुने जाने तक प्रोटेम स्पीकर ही सदन की कार्यवाही का संचालन करेंगे.

  • गुरुवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू लोकसभा और राज्यसभा की संयुक्त बैठक को संबोधित करेंगी. 

  • संसद के दोनों सदनों के साझा सत्र में होने वाले राष्ट्रपति के अभिभाषण में अगले 5 वर्षों के लिए एनडीए सरकार का एजेंडा सामने रखा जाएगा.

  • राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद उस पर धन्यवाद प्रस्ताव पेश होगा, जिस पर संसद के दोनों सदनों में बहस की जाएगी. 

  • 2-3 जुलाई को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi) राष्ट्रपति के अभिभाषण के बाद पेश धन्यवाद प्रस्ताव पर चली बहस का बारी-बारी से संसद के दोनों सदनों में जवाब देंगे.

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किसे मिलेगा लोकसभा स्पीकर का पद? 

लोकसभा के नए स्पीकर का चुनाव बुधवार 26 जून को होना है. लेकिन इस पर पक्ष-विपक्ष के रुख के बारे में अभी तक तस्वीर साफ नहीं है. सूत्रों के अनुसार बीजेपी के नेतृत्व वाला एनडीए लोकसभा स्पीकर का चुनाव परंपरा के मुताबिक सर्वसम्मति से किए जाने की मांग कर रहा है. विपक्षी दल भी इस पर सहमत तो हैं, लेकिन वे यह भी कह रहे हैं कि उसी परंपरा के अनुसार डिप्टी-स्पीकर का पद विपक्ष को दिया जाना चाहिए. कहा जा रहा है कि कांग्रेस के कुछ नेता 8 बार के सांसद के सुरेश को विपक्ष की तरफ से डिप्टी स्पीकर पद का दावेदार बनाए जाने पर जोर दे रहे हैं. विपक्ष ने सदन के सबसे वरिष्ठ सदस्य होने के नाते के सुरेश को ही प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने की मांग भी की थी, लेकिन सरकार ने उनकी जगह बीजेपी नेता और सात बार के सांसद भतृहरि महताब को यह जिम्मेदारी सौंप दी. सरकार का कहना है कि के सुरेश लगातार 8 बार सांसद नहीं बने हैं, इसलिए उन्हें सबसे वरिष्ठ सांसद के तौर पर प्रोटेम स्पीकर नहीं बनाया गया. 

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संसद में कौन से मुद्दे उठा सकता है इंडिया अलायंस?

सूत्रों के अनुसार विपक्षी दलों का गठबंधन 'INDIA' संसद के इस सत्र में मेडिकल एडमिशन के लिए होने वाली NEET UG परीक्षा में बड़े पैमाने पर हुई धांधली समेत कई अहम मुद्दे उठा सकता है. इनमें पश्चिम बंगाल में हाल ही में हुई रेल दुर्घटना, मणिपुर हिंसा, जातिगत जनगणना, महंगाई, मोदी सरकार के पिछले कार्यकाल में पारित नए आपराधिक कानूनों पर अमल, एग्जिट पोल के बाद देश के शेयर बाजारों में अचानक उछाल और चुनाव परिणाम के दिन आई भयानक गिरावट जैसे मुद्दे शामिल हैं. नई लोकसभा के पहले ही दिन कांग्रेस के सभी बड़े नेताओं समेत विपक्षी सांसदों ने संसद परिसर में संविधान हाथों में उठाकर विरोध प्रदर्शन किया. विपक्ष के ये तेवर संकेत दे रहे हैं कि संसद का आगामी सत्र काफी हंगामेदार हो सकता है. खरगे ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में भी ऐसे कई मुद्दों के संकेत दिए हैं, जिन्हें विपक्ष संसद में उठा सकता है. 


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सरकार को विपक्ष के साथ बेहतर तालमेल की उम्मीद

वहीं, संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा है कि वे संसद चलाने के लिए विपक्ष के साथ सकारात्मक तालमेल की उम्मीद कर रहे हैं. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर अपनी एक पोस्ट में, रिजिजू ने कहा कि वह संसदीय कार्य मंत्री के रूप में संसद सदस्यों की सहायता के लिए हमेशा उपलब्ध रहेंगे. उन्होंने लिखा, "18वीं लोकसभा का पहला सत्र आज, 24 जून, 2024 से शुरू हो रहा है. मैं सभी नवनिर्वाचित माननीय सदस्यों का स्वागत करता हूं. मैं संसदीय कार्य मंत्री के रूप में सदस्यों की सहायता के लिए हमेशा उपलब्ध रहूंगा. मैं सदन चलाने के लिए समन्वय की सकारात्मक उम्मीद कर रहा हूं."

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