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14 MPs suspended: संसद से मौजूदा सत्र के लिए 14 विपक्षी सांसदों को सस्पेंड किए जाने के बाद मौन प्रदर्शन करते टीएमसी के निलंबित सांसद डेरेक ओ ब्रायन. कांग्रेस सांसद जयराम रमेश, आरजेडी सांसद मनोज झा, शिवसेना (UBT) की सांसद प्रियंका समेत कई और संसद सदस्य भी उनके साथ मौजूद हैं. (ANI Photo)
Parliament security breach: संसद की सुरक्षा में भारी लापरवाही बरते जाने के मामले पर आज विपक्ष ने संसद के दोनों सदनों में भारी हंगामा किया. जिसके चलते लोकसभा और राज्यसभा को मिलाकर कुल 14 विपक्षी सांसदों को पूरे सत्र के लिए निलंबित (suspend) कर दिया गया. सस्पेंड किए गए सांसदों में टीएमसी नेता डेरेक ओ ब्रायन राज्यसभा के सदस्य हैं, जबकि बाकी 13 सांसद लोकसभा के मेंबर हैं. लोकसभा में पहले एक ऐसे सांसद को भी सस्पेंड कर दिया गया था, जो सदन में मौजूद ही नहीं थे. लेकिन बाद में यह गलती ध्यान में लाए जाने के बाद उनका नाम निलंबित सांसदों की लिस्ट से हटा दिया गया.
डेरेक ओ ब्रायन का मामला प्रिविलेज कमेटी को भेजा गया
राज्यसभा के टीएमसी सांसद डेरेक ओ ब्रायन ( Derek-OBrien) सस्पेंड किए जाने के बावजूद सदन से बाहर नहीं गए, जिसके बाद उनका मामला प्रिविलेज कमेटी (Committee of Privileges) को भेज दिया गया है. कमेटी को टीएमसी सांसद के बर्ताव की जांच करके 3 महीने में रिपोर्ट देने को कहा गया है. राज्यसभा में सभापति जगदीप धनखड़ ने डेरेक ओ ब्रायन के बर्ताव को शर्मनाक बताते हुए उन पर काफी तीखी टिप्पणियां भी कीं.
लोकसभा में सस्पेंड किए गए ये 13 सांसद
लोकसभा में पहले कांग्रेस के 5 सांसदों को शीतकालीन सत्र (Winter Session) के बाकी बचे समय के लिए सस्पेंड किया गया. इन 5 कांग्रेसी सांसदों के नाम हैं - टीएम प्रथापन (T N Prathapan), हिबी एडन (Hibi Eden), डीन कुरियाकोस (Dean Kuriakose), जोथी मनी (Jothi Mani) और राम्या हरिदास (Ramya Haridas). दोपहर बाद सदन की कार्यवाही शुक्रवार तक के लिए स्थगित किए जाने से पहले 9 और विपक्षी सांसदों के निलंबन का प्रस्ताव भी पारित कर दिया गया. इन 9 सांसदों के नाम हैं - बेन्नी बेहनन (Benny Behanan), वीके श्रीकंदन (VK Sreekandan), मोहम्मद जावेद (Mohammad Jawed), पीआर नटराजन (PR Natarajan), कनिमोड़ी करुणानिधि (Kanimozhi Karunanidhi), के सुब्रमण्यम (K Subrahmanyam), एस आर पार्थिबन (SR Parthiban), एस वेंकटेसन (S Venkatesan) और मणिक्कम टैगोर. बाद में कई सांसदों ने आरोप लगाया कि निलंबित सांसदों की सूची में शामिल डीएमके सांसद एस आर पार्थिबन (SR Parthiban) तो सदन में मौजूद ही नहीं थे. फिर भी उन्हें सस्पेंड कर दिया गया. विपक्षी सांसद दानिश अली ने भी संसद में मौजूद नहीं रहने के बावजूद पार्थिबन को निलंबित किए जाने पर हैरानी जाहिर की.
#WATCH | On suspension of 15 MPs from Parliament, MP Danish Ali says, "...This included one such MP who was not even present in the House. He too was suspended. God knows how is this country running..." pic.twitter.com/m7kygZAEDI
— ANI (@ANI) December 14, 2023
संसदीय कार्य मंत्री ने दी सफाई
बाद में संसदीय कार्य मंत्री प्रह्लाद जोशी ने इस पर सफाई देते हुए कहा कि लोकसभा के वेल में मौजूद सांसदों को पहचानने में हुई गलती के कारण एक ऐसे सदस्य का नाम शामिल हो गया था, जो वहां नहीं थे. बाद में यह गलती ध्यान में आने पर स्पीकर की अनुमति से इसे ठीक कर दिया गया है. जिसके बाद अब लोकसभा से निलंबित सांसदों की संख्या 13 ही रह गई है.
#WATCH | Parliamentary Affairs Minister Pralhad Joshi says, "A total of 13 MPs have been suspended from the Lok Sabha. An MP who was not present at the well was also suspended... We requested the Lok Sabha Speaker to drop that name and the Speaker accepted this." pic.twitter.com/v5SXqjAoTL
— ANI (@ANI) December 14, 2023
इन विपक्षी दलों के सांसद हुए सस्पेंड
संसद के मौजूदा सत्र के लिए सस्पेंड किए गए 13 लोकसभा सांसदों में 9 कांग्रेस, 2 डीएमके, 2 सीपीएम, एक टीएमसी और एक सीपीआई के सदस्य हैं. इन सभी पर स्पीकर/पीठासीन अधिकारी के निर्देशों को नहीं मानने का आरोप लगाया गया है. दरअसल, विपक्षी सांसदों ने लोकसभा की कार्यवाही के दौरान बुधवार को हुई घटना को संसद की सुरक्षा में भारी लापरवाही का मामला बताते हुए जमकर हंगामा किया. इस दौरान विपक्षी सांसद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सदन में मौजूदगी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह द्वारा विस्तृत बयान दिए जाने की मांग कर रहे थे. कई विपक्षी सांसदों ने संसद के दोनों सदनों में "पीएम सदन में आओ, अमित शाह शर्म करो" जैसे नारे भी लगाए. विपक्षी नेताओं ने बीजेपी सांसद प्रताप सिम्हा के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग भी उठाई. लोकसभा में घुसकर खलबली मचाने वाले दोनों युवकों को संसद का पास प्रताप सिम्हा के जरिए ही मिला था.
संसद पर हमले की बरसी के दिन क्या हुआ था?
कल यानी बुधवार को दोपहर करीब 1 बजे दो युवक - मनोरंजन डी और सागर शर्मा लोकसभा की विजिटल गैलरी से सदन के भीतर कूद गए और 'कैन' में भी पीले रंग की गैस फैलाने लगे. दोनों घुसपैठियों को कुछ सांसदों ने मिलकर पकड़ा, जिसके बाद सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पुलिस के हवाले कर दिया. लगभग उसी समय संसद भवन से बाहर सड़क के किनारे नीलम नाम की एक महिला और अमोल शिंदे नाम के एक युवक को भी कैन से रंगीन गैस फैलाकर कर प्रदर्शन और नारेबाजी करते हुए पकड़ा गया. चारों लोगों को गिरफ्तार किए जाने के बाद में उनके दो और साथियों - विक्की शर्मा और ललित झा के बारे में भी पता चला. पुलिस ने इनमें से विक्की शर्मा को भी पकड़ लिया है और ललित झा की तलाश की जा रही है. चिंता की बात ये है कि संसद की सुरक्षा में यह भारी चूक (security-breach) 22 साल पहले 13 दिसंबर 2001 को संसद पर हुए आतंकी हमले (Parliament-Attack) की बरसी वाले दिन हुई. वो भी तब, जबकि खालिस्तानी आतंकवादी गुरपतवंत सिंह पन्नून ने 13 दिसंबर या उससे पहले संसद पर हमले की धमकी दे रखी थी.