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PM Awas: बिहार में पीएम आवास के 40,000 लाभार्थियों को पहली किस्त जारी, आपके खाते में पैसे आए या नहीं, ऐसे करें चेक

PM Gramin Awas Yojana 2025 : बिहार में 40 हजार लाभार्थियों के खाते में पीएम आवास योजना की पहली किस्त भेजी गई. आपके खाते में पैसे आए या नहीं, यहां बताए गए स्टेप्स की मदद से स्टेटस चेक कर सकते हैं.

PM Gramin Awas Yojana 2025 : बिहार में 40 हजार लाभार्थियों के खाते में पीएम आवास योजना की पहली किस्त भेजी गई. आपके खाते में पैसे आए या नहीं, यहां बताए गए स्टेप्स की मदद से स्टेटस चेक कर सकते हैं.

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FE Hindi Desk
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PM Gramin Awas Yojana: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में ग्रामीण आवास योजना के तहत 12,000 लाभार्थियों को उनके नए पक्के घरों में गृह प्रवेश कराया. (Image: YT/@NarendraModi)

PM Awas Yojana: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ( Narendra Modi ) ने शुक्रवार 18 जुलाई को बिहार ( Bihar ) के मोतिहारी से पीएम ग्रामीण आवास योजना के तहत एक बड़ी राहत राशि जारी करते हुए राज्य के 40,000 जरूरतमंद ग्रामीण परिवारों के खातों में पहली किस्त जारी की. इस मौके पर कुल 162 करोड़ रुपये की राशि जारी की गई, जिससे इन परिवारों के पक्के घर का सपना अब हकीकत बनने जा रहा है. खास बात यह रही कि इस कार्यक्रम के दौरान 12,000 लाभार्थियों को उनके नवनिर्मित घरों में गृह प्रवेश भी कराया गया.

खाते में पैसे आए या नहीं, ऐसे करें चेक

प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना (PMAY-G) के तहत बिहार के 40,000 लाभार्थियों को पहली किस्त के रूप में 40,000 रुपये की राशि उनके बैंक खातों में ट्रांसफर की गई है, जिसके लिए कुल 162 करोड़ रुपये खर्च किए गए. अगर आपने इस योजना के तहत आवेदन किया है और जानना चाहते हैं कि आपके खाते में पैसे आए हैं या नहीं, तो नीचे बताए गए स्टेप्स की मदद से आप अपना पेमेंट स्टेटस आसानी से चेक कर सकते हैं.

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  • सबसे पहले PMAY-G की आधिकारिक वेबसाइट पर जाएं.
  • स्क्रीन पर नजर आ रहे '"Stakeholders" पर क्लिक करें और ड्रॉप-डाउन मेनू से "IAY / PMAYG Beneficiary" चुनें.
  • Search Beneficiary Details नाम से एक पेज खुलेगा, अपना रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करें और "Submit" पर क्लिक करें. किस्त की जानकारी स्क्रीन पर दिखाई देगी. यदि आपके पास रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं है, तो आप लाभार्थी का नाम, बीपीएल नंबर, खाता नंबर या अन्य जानकारी का उपयोग करके भी खोज सकते हैं.

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वैकल्पिक रूप से, आप किस्त की जानकारी जांचने के लिए उमंग ऐप का उपयोग कर सकते हैं:

  • उमंग ऐप या पोर्टल पर लॉग इन करें.
  • PMAYG खोजें और "Pradhan Mantri Awas Yojana - Gramin" पर क्लिक करें.
  • "Installment Details" पर क्लिक करें और अपना रजिस्ट्रेशन नंबर दर्ज करें.

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किस्त आया या नहीं, ऐसे भी कर सकते हैं पता

SMS चेक करें

अगर आप भी पीएम आवास योजना के लाभार्थी हैं, तो आज जारी हुई पहली किस्त का मैसेज आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर आया होगा.

आमतौर पर विभाग की ओर से किस्त भेजे जाने की जानकारी SMS के जरिए दी जाती है.

साथ ही, बैंक भी आपके खाते में पैसे आने पर मैसेज भेजता है. आप इन मैसेजों के जरिए आसानी से पता कर सकते हैं कि आपको पहली किस्त मिली है या नहीं.

ATM से बैलेंस चेक करें

अगर SMS नहीं आया, तो आप नजदीकी एटीएम पर जाकर बैलेंस चेक कर सकते हैं या मिनी स्टेटमेंट निकाल सकते हैं.

पासबुक अपडेट करके देखें

अगर आपके पास डेबिट कार्ड नहीं है, तो आप अपने बैंक की शाखा में जाकर पासबुक में एंट्री करवा सकते हैं. इससे यह साफ हो जाएगा कि आपको किस्त मिली है या नहीं

मिस्ड कॉल से चेक करें बैलेंस

कई बैंक एक विशेष नंबर पर मिस्ड कॉल करके बैलेंस और ट्रांजेक्शन डिटेल्स देने की सुविधा देते हैं. आप इसे भी आज़मा सकते हैं.

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PMAY-G : क्या है पीएम ग्रामीण आवास योजना?

प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना (Pradhan Mantri Awaas Yojana – Gramin) भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों के गरीब परिवारों को पक्के मकान उपलब्ध कराना है. इस योजना की शुरुआत 1 अप्रैल 2016 को की गई थी, ताकि 2024 तक "हर किसी के लिए आवास" (Housing for All) का लक्ष्य पूरा किया जा सके.

प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना (PMAY-G) का उद्देश्य कच्चे या जर्जर मकानों में रहने वाले गरीब परिवारों को पक्का मकान उपलब्ध कराना है, जिसमें बिजली, शौचालय, नल का पानी और रसोई गैस जैसी बुनियादी सुविधाएं शामिल हों. लाभार्थियों की पहचान सामाजिक-आर्थिक जातिगत जनगणना (SECC) 2011 के आधार पर की जाती है.

सामान्य क्षेत्रों में 1.20 लाख रुपये और पहाड़ी-दुर्गम क्षेत्रों में 1.30 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी जाती है, साथ ही मनरेगा (MGNREGA) के तहत 90-95 दिन की मजदूरी भी दी जाती है; कई राज्यों में राज्य सरकारें अतिरिक्त सहायता भी प्रदान करती हैं. इस योजना का लाभ वही व्यक्ति ले सकते हैं जो बीपीएल परिवार से हों, जिनके पास पक्का घर न हो या सिर्फ एक-दो कमरे का कच्चा मकान हो, और जिनका नाम SECC 2011 सूची में शामिल हो; SC/ST, विधवा, दिव्यांग व भूमिहीन श्रमिकों को प्राथमिकता दी जाती है.

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