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चुराचांदपुर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्वागत में बड़ा होर्डिंग लगाया गया. मई 2023 में शुरू हुए जातीय संघर्ष के बाद यह उनका मणिपुर का पहला दौरा होगा. Photograph: (Image : IE File)
PM Modi in Manipur today: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज मणिपुर के दौरे पर जा रहे हैं, जहां वे दो साल पहले मैतेई और कुकी जनजाति के बीच भड़की हिंसा के बाद पहली बार राज्य में कदम रखेंगे. पीएम के इस दौरे पर जहां केंद्र सरकार शांति और विकास का नया संदेश देने की बात कर रही है, वहीं कांग्रेस ने तंज कसते हुए सवाल उठाया है कि 864 दिन बाद ही मणिपुर की याद क्यों आई?
पीएम मोदी मणिपुर को देंगे विकास परियोजनाओं की सौगात
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साल 2023 में मैतेई और कुकी जनजातियों के बीच भड़के जातीय संघर्ष के बाद पहली बार मणिपुर का दौरा करेंगे. यह दौरा 13 से 15 सितंबर तक चलेगा. इस दौरान वह मणिपुर के साथ मिजोरम, असम, बिहार और बंगाल भी जाएंगे और कुल मिलाकर करीब 71,850 करोड़ रुपये की योजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे.
कार्यक्रम के मुताबिक, 13 सितंबर को प्रधानमंत्री मिजोरम पहुंचेंगे और आइजोल में लगभग 9,000 करोड़ रुपये के विकास प्रोजेक्ट्स का उद्घाटन करेंगे. वहां कई नई परियोजनाओं की शुरुआत भी होगी.
उसी दिन पीएम मणिपुर के चुराचांदपुर पहुंचेंगे, जो हिंसा से सबसे ज्यादा प्रभावित इलाकों में से एक रहा है. यहां वे करीब 7,300 करोड़ रुपये की परियोजनाओं का शिलान्यास करेंगे. इनमें सड़कों, स्कूलों, ड्रेनेज सिस्टम और मेगा इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के साथ मणिपुर का पहला मेडिकल कॉलेज, मणिपुर यूनिवर्सिटी हॉस्पिटल और इंफोल इंफ्राटेक प्वाइंट शामिल हैं.
चुराचांदपुर की जनसभा के बाद पीएम मोदी एक बड़े कार्यक्रम में भी शामिल होंगे. इसके तहत नए हाईवे, रेल लाइन और ट्रांसपोर्ट हब जैसी परियोजनाओं के लिए लगभग 1,200 करोड़ रुपये की योजनाओं का शिलान्यास किया जाएगा. खासतौर पर महिलाओं के लिए मणिपुर का पहला विशेष महिला बाज़ार भी इस पैकेज में शामिल है.
कांग्रेस का तंज, 864 दिन बाद क्यों याद आया?
कांग्रेस ने पीएम मोदी के मणिपुर दौरे को लेकर तीखा हमला बोला है. पार्टी प्रवक्ता पवन खेड़ा ने कहा कि मई 2023 से राज्य में भड़की जातीय हिंसा से हजारों परिवार तबाह हो गए, लेकिन प्रधानमंत्री ने न तो अब तक पीड़ितों से मिलना जरूरी समझा और न ही संवेदनशीलता दिखाई. खेड़ा ने आरोप लगाया कि 864 दिन बीतने और 258 मौतें, 60,000 विस्थापन, 4,786 घर जलने, 386 धार्मिक स्थल टूटने के बावजूद प्रधानमंत्री अब पहली बार मणिपुर आ रहे हैं. कांग्रेस के मुताबिक, महिलाओं को हिंसा और अपमान का सामना करना पड़ा मगर पीएम ने चुप्पी साधे रखी. पार्टी ने सवाल उठाया कि क्या मणिपुर की सुध लेना सिर्फ दौरे और योजनाओं के एलान तक सिमट जाएगा, या वाकई ज़मीन पर कोई बड़ा बदलाव आएगा.