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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित कौशल दीक्षांत समारोह से पीएम सेतु योजना की शुरूआत की. (Screenshots : YT/NarendraModi)
PM SETU Scheme: बिहार समेत देशभर के 1000 आईटीआई संस्थानों को आधुनिक और इंडस्ट्री रेडी बनाने के लिए पीएम सेतु स्कीम की शुरूआत हुई. यह योजना पटना और दरभंगा क्लस्टर आईटीआई के साथ-साथ देशभर के आईटीआई प्रशिक्षण की क्वालिटी को अपग्रेड करेगी और लर्निंग ऑउटकम को बढ़ाएगी. देशभर में आईटीआई ट्रेनिंग को बेहतर बनाने की दिशा में आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने आज नई दिल्ली स्थित विज्ञान भवन में आयोजित कौशल दीक्षांत समारोह से पीएम सेतु स्कीम की शुरूआत की. आइए जानते हैं योजना के बारे में
पीएम सेतु योजना के तहत देशभर के आईटीआई संस्थानों को इंडस्ट्री की मांग के अनुसार सिलेबस तैयार करना, उद्योगों के साथ पार्टनरशिप को मजबूत करना और संस्थानों के विकास में समग्र (होलिस्टिक) अप्रोच अपनाना शामिल है. इसका उद्देश्य इन संस्थानों को सरकार के विकसित भारत के विजन के अनुरूप स्किल्ड वर्कफोर्स तैयार करने में सक्षम बनाना है. प्रधानमंत्री मोदी का कहना है कि देश की सफलता में आईटीआई संस्थानों की बड़ी भूमिका है. बदलते समय और तेजी से बदलते जॉब नेचर को देखते हुए सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि सभी छात्रों को आधुनिक कोर्स की सुविधा मिले.
क्या है पीएम सेतु योजना का उद्देश्य?
- आईटीआई ट्रेनिंग की क्वालिटी में सुधार लाना
- सीखने के परिणामों को मजबूत करना
- सिलेबस को इंडस्ट्री की मांगों से जोड़ना
- आईटीआई संस्थानों का समग्र विकास करना
इसका लक्ष्य उन्हें आकांक्षी और आधुनिक संस्थानों के रूप में विकसित करना है.
योजना के लिए कितना है बजट और लाभ
योजना के तहत 60,000 करोड़ रुपए का निवेश कर देशभर के 1000 आईटीआई संस्थानों को अपग्रेड किया जाएगा, जिनमें 200 हब और 800 स्पोक शामिल हैं. इन अपग्रेडेड संस्थानों में मॉडल लैब्स के माध्यम से युवाओं को रोजगार योग्य कौशल दिए जाएंगे. अगले 5 सालों में इस योजना के जरिए लगभग 20 लाख युवाओं को रोजगार योग्य स्किल मिलेगी.
एडवांस ट्रेनिंग के लिए बनेंगे 5 नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस
राज्यों से मिले प्रस्तावों के आधार पर पहले फेज में चुने गए क्लस्टरों के लिए उद्योग साझेदारों को ऑनबोर्ड किया जाएगा. लुधियाना, कानपुर, भुवनेश्वर, हैदराबाद और चेन्नई में 5 नेशनल सेंटर ऑफ एक्सीलेंस बनाए जाएंगे. ये केंद्र ग्लोबल पार्टनरशिप की मदद से एडवांस ट्रेनर ट्रेनिंग कराएंगे. साथ ही, पीएम सेतु की गाइडलाइन भी जारी कर दी गई है.