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Adani NCD : अडानी एंटरप्राइजेज की एनसीडी पर अधिकतम 9.30% सालाना ब्याज मिलेगा. इस एनसीडी की मैच्योरिटी 24 महीने, 36 महीने और 60 महीने में होगी. Photograph: (Freepik)
Adani Enterprises NCD : अगर आप निवेश के लिए किसी बेहतर विकल्प की तलाश में हैं तो आपके पास अच्छा मौका है. अडानी ग्रुप की प्रमुख कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज ने फंड जुटाने के लिए एनसीडी (नॉन-कन्वर्टिबल डिबेंचर्स) जारी करने की योजना बनाई है. कंपनी ने कहा है कि वह 1,000 करोड़ रुपये एनसीडी के जरिए जुटाएगी. निवेशकों के लिए यह इश्यू 9 जुलाई को खुलेगा और 22 जुलाई को बंद होगा.
Adani NCD : कितना मिलेगा ब्याज
अडानी एंटरप्राइजेज की एनसीडी पर अधिकतम 9.30% सालाना ब्याज मिलेगा. इस एनसीडी की मैच्योरिटी 24 महीने, 36 महीने और 60 महीने में होगी. यानी निवेशकों को 3 विकल्प मिलेंगे, 2 साल की मैच्योरिटी, 3 साल की मैच्योरिटी और 5 साल की मैच्योरिटी.
ब्याज तिमाही, वार्षिक या मैच्योरिटी पर एक साथ लिया जा सकता है. कुल 8 तरह की सीरीज में यह एनसीडी जारी होंगे.
एनसीडी के लिए रेटिंग
इस एनसीडी की रेटिंग “CARE AA-; Stable” और “[ICRA]AA-(Stable)” दी गई है.
इसका मतलब है कि यह निवेश सुरक्षित माना जा रहा है और कंपनी समय पर भुगतान कर सकेगी.
जारी करने का तरीका
इसका बेस इश्यू साइज 500 करोड़ रुपये है. जबकि ग्रीनशू ऑप्शन के तहत ज्यादा मांग होने पर कंपनी अतिरिक्त 500 करोड़ रुपये भी जुटा सकती है, जिससे कुल राशि 1,000 करोड़ रुपये हो जाएगी.
कम से कम निवेश
एक एनसीडी की कीमत 1,000 रुपये है. न्यूनतम निवेश 10 एनसीडी यानी कम से कम 10,000 रुपये से किया जा सकता है.
कंपनी कहां करेगी फंड का इस्तेमाल
75% फंड कंपनी अपने पुराने कर्ज चुकाने में इस्तेमाल करेगी.
बाकी 25% फंड कंपनी सामान्य खर्चों के लिए उपयोग करेगी.
लीड मैनेजर्स
इस इश्यू को मैनेज करने वाली प्रमुख कंपनियां हैं:
Nuvama Wealth Management Ltd
Trust Investment Advisors Pvt Ltd
Tipsons Consultancy Services Pvt Ltd
क्या है NCD?
एनसीडी कंपनियों के लिए बाजार से पैसे जुटाने का जरिया है. जिस तरह से कंपनियां आईपीओ के जरिए पैसे जुटाती हैं, उसी तरह से एनसीडी से भी पैसे जुटाती हैं. कोई कंपनी जब NCD के जरिए पैसा जुटाती है तो इसे कर्ज (Debt) की तरह लेती है.
इसलिए कंपनी को लिए गए कर्ज पर ब्याज का भुगतान करना होता है. NCD की एक फिक्स्ड मैच्योरिटी डेट होती है और इसमें निवेशकों को एक निश्चित ब्याज दर के साथ रिटर्न मिलता है. एनसीडी को इक्विटी में नहीं बदला जा सकता है.