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Magic of Compounding :अगर आप किसी बेहतर स्कीम के साथ अपना निवेश लंबे समय तक बनाए रख पाते हैं तो कंपाउंडिंग का असली मैजिक दिखेगा.(Freepik)
Magic of Compounding : आपने फाइनेंस में अक्सर कंपाउंडिंग की ताकत (power of compounding) का जिक्र सुना होगा. कंपाउंडिंग का मतलब आसान भाषा में समझें तो यह है ब्याज पर ब्याज कमाना और इससे किसी निवेशक की दौलत में तेजी से इजाफा होना. लेकिन ध्यान रहे कि कंपाउंडिंग का ज्यादा से ज्यादा फायदा लेना है तो इसके लिए आपको अपने निवेश को धैर्य बनाकर लंबे समय तक जारी रखना होगा. अगर आप किसी बेहतर स्कीम के साथ अपना निवेश लंबे समय तक बनाए रख पाते हैं तो कंपाउंडिंग का असली मैजिक दिखेगा. हमने यहां कंपाउंडिंग के एक नियम 7-3-2 रूल (8-4-3 Rule of compounding) की जानकारी दी है, जिसके जरिए एक समय के बाद आपकी दौलत में हर साल 1.1 करोड़ रुपये का इजाफा होता जाएगा.
7-4-3 Compounding Rule : कैसे बढ़ेगी हर साल 50 लाख रुपये दौलत
इस नियम के अनुसार आप हर महीने 30 हजार रुपये एसआईपी (SIP) करते हैं और एनुअल रिटर्न 12 फीसदी (yearly compounded 12% interest) मानते हैं. वहीं आप अपनी SIP में हर साल 10 फीसदी टॉप अप का प्लान रखते हैं.
इस स्ट्रैटेजी से आप निवेश शुरू करने के बाद 7 साल में 50 लाख रुपये जुटा लेंगे. वहीं अगले सिर्फ 3 साल में यानी निवेश करने के बाद 10 साल आपकी दौलत 50 लाख से बढ़कर 1 करोड़ रुपये पहुंच जाएगी. इसके बाद 1 करोड़ से 1.5 करोड़ होने में सिर्फ 2 साल लगेंगे. वहीं निवेश के 15 साल बाद से आपकी दौलत में हर साल 50 लाख रुपये इजाफा होने लगेगा.
7-4-3 Compounding Rule : कैसे बढ़ेगी हर साल 80 लाख रुपये दौलत
इस नियम के अनुसार आप हर महीने 50 हजार रुपये एसआईपी (SIP) करते हैं और एनुअल रिटर्न 12 फीसदी (yearly compounded 12% interest) मानते हैं. वहीं आप अपनी SIP में हर साल 10 फीसदी टॉप अप का प्लान रखते हैं.
इस स्ट्रैटेजी से आप निवेश शुरू करने के बाद करीब 7 साल (6 साल, 10 महीने) में 80 लाख रुपये जुटा लेंगे. वहीं अगले सिर्फ 3 साल में यानी निवेश करने के बाद 10 साल आपकी दौलत 80 लाख से बढ़कर 1.60 करोड़ रुपये पहुंच जाएगी. इसके बाद 1.60 करोड़ से 2.4 करोड़ होने में सिर्फ 2 साल लगेंगे. वहीं निवेश के 15 साल बाद से आपकी दौलत में हर साल 80 लाख रुपये इजाफा होने लगेगा.
7-4-3 Compounding Rule : कैसे बढ़ेगी हर साल 1 करोड़ रुपये दौलत
इस नियम के अनुसार आप हर महीने 70 हजार रुपये एसआईपी (SIP) करते हैं और एनुअल रिटर्न 12 फीसदी (yearly compounded 12% interest) मानते हैं. वहीं आप अपनी SIP में हर साल 10 फीसदी टॉप अप का प्लान रखते हैं.
इस स्ट्रैटेजी से आप निवेश शुरू करने के बाद करीब 7 साल (6 साल, 9 महीने) में 1.1 करोड़ रुपये जुटा लेंगे. वहीं अगले सिर्फ 3 साल में यानी निवेश करने के बाद 10 साल आपकी दौलत 1.1 करोड़ रुपये से बढ़कर 2.2 करोड़ रुपये पहुंच जाएगी. इसके बाद 2.2 करोड़ से 3.3 करोड़ होने में सिर्फ 2 साल लगेंगे. वहीं निवेश के 15 साल बाद से आपकी दौलत में हर साल 1.1 करोड़ रुपये इजाफा होने लगेगा.
19 साल में 11 करोड़ तक के मालिक
कैलकुलेशन से साफ है कि कंपाउंडिंग का फायदा लंबी अवधि के निवेश से ही मिलता है. अगर आप इस नियम से अपना निवेश 19 साल बनाए रखते हैं तो आपको 11 करोड़ का फंड तैयार मिलेगा. जिसमें आपको हर महीने 70 हजार रुपये मंथली एसआईपी से ऐसी स्कीम में निवेश शुरू करना होगा, जहां एनुअलाइज्ड रिटर्न 12 फीसदी हो. वहीं इसमें हर साल 10 फीसदी टॉप अप करना होगा.
वहीं अगर आप इस नियम से मंथली 50 हजार रुपये जमा करते हैं तो 19 साल में करीब 8 करोड़ रुपये का फंड बना सकते हैं. जबकि मंथली 30 हजार रुपये निवेश करते हैं तो 19 साल में करीब 5 करोड़ रुपये का फंड बना सकते हैं.
क्या है कंपाउंडिंग की ताकत (Power of Compounding)
जब आप अपने पैसे निवेश करते हैं, तो उस पर मिलने वाला रिटर्न या ब्याज दो तरह से जोड़ा जा सकता है. पहला, साधारण ब्याज या रिटर्न, जिसमें आपके जमा किए गए पैसों पर ब्याज जोड़ा जाता है. दूसरा कंपाउंड इंटरेस्ट, जिसमें आपके द्वारा जमा की गई मूल रकम के साथ ही साथ और उस पर बनने वाले ब्याज पर भी रिटर्न जोड़ा जाता है. जैसे अगर आपने 1 लाख निवेश किया है और एक साल बाद उस पर मिलने वाला ब्याज 10 हजार है. तो मूल राशि में ब्याज जोड़ दें तो यह राशि 1,10,000 रुपये हो जाती है. अब अगला ब्याज 1,10,000 रुपये पर जुड़ेगा. यही प्रक्रिया आगे भी बढ़ती जाएगी.