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Dearness Allowance to Hike : जून AICPI इंडेक्स में 1.5 अंक का उछाल देखने को मिला है. जो बढ़कर 141.4 पहुंच गया है. (Pixabay)
7th Pay Commission : केंद्रीय कर्मचारियों के लिए केंद्र सरकार की ओर से अच्छी खबर आई है. जुलाई-सितंबर के लिए महंगाई भत्ते (DA Hike) में बढ़ोतरी का इंतजार कर रहे केंद्र सरकार के कर्मचारियों का इंतजार जल्द खत्म होने वाला है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, नरेंद्र मोदी सरकार सितंबर के पहले हफ्ते में अगली डीए बढ़ोतरी (Dearness Allowance to Hike) की घोषणा कर सकती है, जो कम से कम 3 फीसदी रहने की संभावना है. AICPI इंडेक्स में 1.5 अंक की बड़ी तेजी आई है. इससे महंगाई भत्ते के स्कोर में भी उछाल देखने को मिला है.
असल में मिनिस्ट्री ऑफ लेबर की शाखा लेबर ब्यूरो द्वारा हाल ही में प्रकाशित इंडस्ट्रियल वर्कर्स के लिए कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स (CPI-IW) के अनुसार केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए महंगाई भत्ता 53 फीसदी तक बढ़ने की संभावना है, जो अभी 50 फीसदी है. डीए हाइक होता है तो एचआरए समेत कर्मचारियों की सैलरी के अन्य कुछ कंपोनेंट में भी बढ़ोतरी होगी. सरकारी कर्मचारियों को महंगाई भत्ता दिया जाता है, जबकि पेंशनभोगियों को महंगाई राहत (डीआर) दी जाती है.
CPI-IW डाटा के आधार पर DA
डीए (DA) और डियरनेस रीलीफ (DR) में बढ़ोतरी का अमाउंट केंद्र सरकार आल इंडिया सीपीआई-आईडबल्यू (CPI-IW) डाटा के आधार पर तय करती है. जनवरी से जून 2024 के बीच आए AICPI-IW इंडेक्स के नंबर्स से तय हो गया है कि जुलाई 2024 से कर्मचारियों को कितना महंगाई भत्ता मिलेगा. फाइनल नंबर्स जारी हो चुका हैं. जून AICPI इंडेक्स में 1.5 अंक का उछाल देखने को मिला है. मई में ये 139.9 अंक पर था, जो अब बढ़कर 141.4 पहुंच गया है. महंगाई भत्ता का स्कोर 53.36 हो गया है. CPI-IW डाटा से यह संकेत मिल रहे हैं कि इस बार डीए में कम से कम 3 फीसदी बढ़ोतरी होगी.
DA बढ़ने के बाद कितनी बढ़ जाएगी सैलरी?
बेसिक सैलरी में ग्रेड सैलरी को जोड़ने के बाद जो सैलरी बनती है, उसमें महंगाई भत्ते की दर का गुणा किया जाता है. जो नतीजा आता है, उसे ही महंगाई भत्ता यानी डिअरनेस अलाउंस (DA) कहा जाता है. यानी, (बेसिक पे + ग्रेड पे) × DA % = DA अमाउंट
15 हजार की बेसिक पर : मान लीजिए बेसिक सैलरी 15 हजार रुपए है. 15 हजार रुपए का 53% निकालने पर 7950 रुपए हुआ. सबको जोड़कर 22,950 रुपए हुए. जबकि अभी 15000 रुपये बेसिक पर देखें तो 50 फीसदी DA के हिसाब से कुल सैलरी 22500 रुपये हुई. यानी 3 फीसदी डीए बढ़ने पर 400 रुपये (22950-22500 = 450) का फायदा होगा.
25 हजार की बेसिक पर : मान लीजिए बेसिक सैलरी 25 हजार रुपए है. 25 हजार रुपए का 53% निकालने पर 13250 रुपए हुआ. सबको जोड़कर 38,250 रुपए हुए. जबकि अभी 25000 रुपये बेसिक पर देखें तो 50 फीसदी DA के हिसाब से कुल सैलरी 37,500 रुपये हुई. यानी 3 फीसदी डीए बढ़ने पर 7500 रुपये (38,250-375000 = 750) का फायदा होगा.
50 हजार की बेसिक पर : मान लीजिए बेसिक सैलरी 50 हजार रुपए है. 50 हजार रुपए का 53% निकालने पर 26500 रुपए हुआ. सबको जोड़कर 76,500 रुपए हुए. यानी अब सैलरी बढ़कर 76500 रुपये हो जाएगी. जबकि अभी 50 फीसदी डीए के हिसाब से 75000 रुपये मिल रहे हैं. इस लिहाज से इसमें 16500 रुपये (76500-75000 = 1650) का इजाफा होगा.
बेसिक में मर्ज नहीं होगा डीए
आखिरी बार 4 फीसदी डीए बढ़ोतरी की घोषणा इस साल मार्च में की गई थी, लेकिन इसे जनवरी 2024 से लागू किया गया था, जिससे महंगाई भत्ता बेसिक लेवल के 50 फीसदी तक पहुंच गया. पिछली बार डीए के 50 फीसदी पहुंचने के बाद ऐसी अटकलें थीं कि सरकार अब डीए को बेसिक में मर्ज कर सकती है और 0 फीसदी डीए से नए सिरे से शुरुआत कर सकती है. लेकिन अब सरकार ने कंफर्म किया है कि इस तरह का कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है. यानी जुलाई से आगे भी महंगाई भत्ते को पहले की ही तरह काउंट किया गया है.
महंगाई भत्ते पर लगता है टैक्स
महंगाई भत्ता पूरी तरह टैक्सेबल होता है. भारत में आयकर नियमों के तहत इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) में महंगाई भत्ते के बारे में अलग से जानकारी देना होती है. मतलब आपको जितनी रकम महंगाई भत्ते के नाम पर मिलती है वह टैक्सेबल है और उस पर टैक्स चुकाना होगा.
महंगाई भत्ते का कैलकुलेशन (Dearness Allowance Calculation)
महंगाई भत्ता निर्धारण (DA Calculation) के लिए एक फॉर्मूला दिया गया है. केंद्र सरकार के कर्मचारियों के लिए ये फॉर्मूला है -
महंगाई भत्ता फीसदी= (पिछले 12 महीनों के लिए AICPI (बेस ईयर 2001=100) का औसत -115.76)/115.76) *100
अब अगर PSU (पब्लिक सेक्टर यूनिट्स) में काम करने वाले लोगों के महंगाई भत्ते की बात की जाए तो इसके कैलकुलेशन का तरीका यह है-
महंगाई भत्ता फीसदी= (बीते 3 महीनों के कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स का औसत (बेस ईयर 2001=100)-126.33))x100.