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EPFO : क्या 35000 रुपये बेसिक सैलरी 2.5 करोड़ रिटायरमेंट फंड के लिए है पर्याप्त, ईपीएफ कैलकुलेटर से तुरंत करें चेक

EPF Deposit Rules : ईपीएफ अकाउंट के लिए में कर्मचारी को अपनी बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ते को मिलाकर बनी सैलरी का 12 फीसदी योगदान देना होता है. इतना ही योगदान कंपनी या इम्प्लॉयर भी अपनी ओर से करता है.

EPF Deposit Rules : ईपीएफ अकाउंट के लिए में कर्मचारी को अपनी बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ते को मिलाकर बनी सैलरी का 12 फीसदी योगदान देना होता है. इतना ही योगदान कंपनी या इम्प्लॉयर भी अपनी ओर से करता है.

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Sushil Tripathi
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Insurance Products Importance for Retirement Planning

Financial safety : ईपीएफ अकाउंट कर्मचारियों के रिटायरमेंट को ध्‍यान में रखकर तैयार किया गया है, जिससे नॉन वर्किंग ईयर में वित्तीय सुरक्षा मिले. (Pixabay)

EPFO Retirement Corpus : रिटायरमेंट के बाद की लाइफ भी बिना टेंशन बीते, इसके लिए आपके पास पर्याप्त रिटायरमेंट फंड जरूरी है. आपके पास उन दिनों के लिए भी कुछ रेगुलर मंथली इनकम या पेंशन के अलावा पर्याप्त रिटायरमेंट फंड जरूरी है. आज से अगर रिटायरमेंट तक की सोचते हैं तो कम से कम 2 से 2.5 करोड़ रुपये का कॉर्पस जरूरी है. आपकी यह टेंशन एंप्लाइज प्रॉविडेंट फंड (EPF) अकाउंट दूर कर सकता है, अगर आप अपने नौकरी के दौरान इसमें अनुशासित तरीके से निवेश करते रह. अब एक सवाल उठता है कि आप इस अकाउंट के जरिए कितना रिटायरमेंट फंड जुटा सकते हैं. इसका कैलकुलेशन आप अपनी बेसिक सैलरी के हिसाब से चंद मिनट में कर सकते हैं.

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क्या है EPF अकाउंट

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एंप्लाइज प्रॉविडेंट फंड (EPF) एक रिटायरमेंट सेविंग स्‍कीम है, जिसे एम्पलाइज प्रॉविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन (EPFO) द्वारा किया जा रहा है. EPF अकाउंट कर्मचारियों के रिटायरमेंट को ध्‍यान में रखकर तैयार किया गया है, जिससे नॉन वर्किंग ईयर में यानी जब आप नौकरी में नहीं होते, वित्तीय रूप से सुरक्षा मिल सके. इस स्कीम में कर्मचारी को अपनी सैलरी का एक हिस्सा जमा करना होता है, वहीं जितना योगदान कर्मचारी की ओर से किया जाता है, उतना ही कंपनी भी अपनी ओर से योगदान करती है. योगदान की राशि सैलरी स्ट्रक्चर के हिसाब से तय होती है. अभी इस अकाउंट पर ब्याज दर 8.25 फीसदी सालाना है.

अकाउंट में डिपॉजिट के नियम

ईपीएफ अकाउंट के लिए में कर्मचारी को अपनी बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ते को मिलाकर बनी सैलरी का 12 फीसदी योगदान देना होता है. इतना ही योगदान कंपनी या इम्प्लॉयर भी अपनी ओर से करता है. कंपनी के योगदान में से 8.33 फीसदी ईपीएस (EPS) यानी पेंशन फंड में जाता है. वहीं ईपीएफ में कंपनी का योगदान केवल 3.67 फीसदी होता है. इस तरह दोनों के योगदान की राशि को जोड़कर आप यह पता लगा सकते हैं कि साल में ईपीएफ अकाउंट में कितना पैसा जमा होगा.

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EPF Calculator क्या 35000 रुपये बेसिक से मिलेगा 2.5 करोड़ फंड

मान लिया आपक उम्र 25 साल है और आपकी बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ता जोड़कर 35000 रुपये है. 

कर्मचारी की उम्र: 25 साल
रिटायरमेंट की उम्र: 60 साल
बेसिक सैलरी + DA : 35,000 रुपये
कर्मचारी की ओर से योगदान: 12%
कंपनी की ओर से योगदान: 3.67%
सालाना इंक्रीमेंट अनुमान: 5%
पीएफ पर ब्याज: 8.25% सालाना
कुल योगदान: 63,07,473 रुपये
रिटायरमेंट पर फंड: 2,53,46,410 रुपये ( करीब 2.53 करोड़ रुपये)

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अगर 25 की उम्र में 25000 रुपये हो बेसिक और महंगाई भत्ता

कर्मचारी की उम्र: 25 साल
रिटायरमेंट की उम्र: 60 साल
बेसिक सैलरी + DA : 25,000 रुपये
कर्मचारी की ओर से योगदान: 12%
कंपनी की ओर से योगदान: 3.67%
सालाना इंक्रीमेंट अनुमान: 5%
पीएफ पर ब्याज: 8.25% सालाना
कुल योगदान: 45,05,360 रुपये
रिटायरमेंट पर फंड: 1,81,04,488 रुपये ( करीब 1.81 करोड़ रुपये )

Epfo Retirement Corpus EPF Calculator Epf