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EPF अकाउंट को कर्मचारियों की रिटायरमेंट के बाद की जरूरतों को ध्यान में रखकर बनाया गया है, ताकि 58 साल की उम्र पूरी कर लेने के बाद भी उन्हें बुढ़ापे में आर्थिक मदद मिलती रहे. (Image: PTI)
EPF Calculator: रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी सुकून भरी हो, इसके लिए सिर्फ पेंशन या मंथली इनकम काफी नहीं होती. आपको एक मजबूत रिटायरमेंट फंड (Retirement Fund) की भी जरूरत होती है. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि आज के दौर में बिना टेंशन रिटायरमेंट बिताने के लिए कम से कम 2 से 2.5 करोड़ रुपये का कॉर्पस जरूरी है. अब सवाल ये है कि इतना बड़ा फंड आएगा कहां से? इसका जवाब है – EPF यानी एंप्लाइज प्रॉविडेंट फंड अकाउंट. अगर आप नौकरी के दौरान इसमें नियमित और अनुशासित तरीके से योगदान करते हैं, तो ये अकाउंट रिटायरमेंट पर बड़ा सहारा बन सकता है.
क्या होता है EPF अकाउंट?
EPF एक रिटायरमेंट सेविंग स्कीम है जिसे एंप्लाईज प्रॉविडेंट फंड ऑर्गेनाइजेशन यानी ईपीएफओ (EPFO) चलाता है. इसमें आपकी सैलरी का कुछ हिस्सा हर महीने जमा होता है और उतनी ही रकम आपकी कंपनी भी देती है. इस फंड पर फिलहाल 8.25% सालाना ब्याज मिल रहा है, जो लंबे समय में काफी बड़ा फंड (Retirement Corpus) जुटाने में अहम रोल प्ले कर सकता है.
EPF खाते में कैसे जमा होता है कॉन्ट्रीब्यूशन?
बेसिक सैलरी प्लस डीए (DA) का 12 फीसदी हिस्सा हर महीने ईपीएफ खाते में ईपीएफओ सदस्यों की ओर से जमा होता है. इतनी ही रकम एंप्लायर यानी कंपनी भी जमा करती है. हालांकि कंपनी का कॉन्ट्रीब्यूशन दो भागों में बटता है. इसके 12 फीसदी में से 8.33% हिस्सा पेंशन फंड EPS में और 3.67% EPF खाते में जमा होता है यानी हर महीने आपकी सैलरी से और कंपनी की ओर से मिलकर अच्छा-खासा अमाउंट EPF अकाउंट में जमा होता है.
EPF Calculator: रिटायरमेंट पर कितना बनेगा फंड
मान लीजिए आपकी उम्र है 25 साल और बेसिक सैलरी प्लस डीए 25,000 है.
रिटायरमेंट की उम्र: 58 साल
बेसिक सैलरी + DA : 25,000 रुपये
कर्मचारी की ओर से योगदान: 12%
कंपनी की ओर से योगदान: 3.67%
एनुअल इंक्रीमेंट - 10%
पीएफ पर ब्याज: 8.25% सालाना
कुल योगदान: 1,15,39,861 रुपये यानी करीब 1.15 करोड़ (कर्मचारी योगदान- 88.37 लाख और कंपनी योगदान 27.02 लाख )
रिटायरमेंट पर फंड: करीब 3.12 करोड़ का फंड
(कुल योगदान: 1.15 करोड़, लेकिन ब्याज जोड़कर रिटायरमेंट फंड हो जाएगा 3.12 करोड़ )
वहीं 25 की उम्र में बेसिक प्लस डीए 35,000 रहा तो
रिटायरमेंट की उम्र: 58 साल
बेसिक सैलरी + DA : 35,000 रुपये
कर्मचारी की ओर से योगदान: 12%
कंपनी की ओर से योगदान: 3.67%
एनुअल इंक्रीमेंट - 10%
पीएफ पर ब्याज: 8.25% सालाना
कुल योगदान: 1,61,55,808 रुपये यानी करीब 1.61 करोड़
रिटायरमेंट पर फंड: 4,37,14,662 रुपये ( करीब 4.37 करोड़ रुपये)
अगर आपकी उम्र अभी 25 के आसपास है, और आप EPF में नियमित निवेश करते हैं, तो रिटायरमेंट के वक्त आपके पास करोड़ों का फंड तैयार हो सकता है. बिना किसी एक्स्ट्रा मेहनत या रिस्क के. इसलिए अगली बार जब सैलरी स्लिप में PF कटौती दिखे, तो परेशान न हों. दरअसल हर महीने सैलरी से हो रही कटौती आपके वित्तीय भविष्य को सुरक्षित करने की शुरुआत है, जो बुढ़ापे में काफी मददगार साबित होगी.