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Gold Support and Resistance Levels: सोने का सपोर्ट लेवल 71,800 रुपये और रेजिस्टेंस 72,850 पर देखा जा रहा है. (Image : Pixabay)
Gold Silver Price Today: अमेरिका के उम्मीद से कमजोर आर्थिक आंकड़ों का सोने की कीमतों पर क्या असर होने वाला है? ऐसा माना जा रहा है कि बुधवार की रात जारी अमेरिका के मैक्रो डेटा से आर्थिक विकास के धीमे पड़ने के संकेत मिल रहे हैं. इसे देखते हुए यह उम्मीद जाहिर की जा रही है कि फेडरल रिजर्व यानी अमेरिका का सेंट्रल बैंक सितंबर की शुरुआत में ही ब्याज दरों में कटौती कर सकता है. इस अटकलों के बीच गुरुवार, 4 जुलाई को सोने की कीमतों में मामूली गिरावट आई. जबकि पिछले कारोबारी सेशन में यह दो सप्ताह के सबसे ऊंचे स्तर पर चला गया था.
इससे पहले 3 जुलाई को जारी अमेरिकी आंकड़ों में अर्थव्यवस्था के धीमे पड़ने के संकेत मिले, जिसके बाद शुरुआती कारोबार के दौरान ग्लोबल मार्केट में सोने में गिरावट देखने को मिली. अमेरिका में न सिर्फ सर्विस सेक्टर और एडीपी एंप्लॉयमेंट (ADP employment) के डेटा में कमजोरी नजर आ रही है, बल्कि पिछले सप्ताह अमेरिका में बेरोजगारी से जुड़े लाभ (unemployment benefits) के लिए शुरुआती आवेदनों में बढ़ोतरी भी देखी गई है. इसके बाद निवेशक अब यूएस नॉन-फॉर्म पेरोल्स (NFP) डेटा का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं, जो शुक्रवार, 5 जुलाई को जारी होने वाले हैं.
2,400 डॉलर तक जा सकता है सोने का भाव
रॉयटर्स के मुताबिक सिटी इंडेक्स के सीनियर एनालिस्ट मैट सिम्पसन ने कहा है कि अगर NFP डेटा ने भी आर्थिक सुस्ती के उन संकेतों पर मुहर लगा दी, जो बाकी आंकड़ों में दिख रहे हैं, तो सोने के भाव 2,400 डॉलर प्रति औंस तक जा सकते हैं. सिम्पसन ने यह भी कहा कि अमेरिकी डॉलर सूचकांक के जल्द ही 106 पर पहुंचने की संभावना नहीं है. सीएमई फेडवॉच टूल (CME FedWatch Tool) के मुताबिक बाजार में अब इस बात की 73% संभावना मानी जा रही है कि यूएस फेड की सितंबर में होने वाली बैठक में ब्याज दरों में कटौती की जा सकती है. ब्याज दरें कम होने पर सोने जैसे एसेट्स को होल्ड करने की ऑपर्च्युनिटी कॉस्ट कम हो जाती है, जिससे सोने को होल्ड करना ज्यादा फायदेमंद रहता है.
क्या है सपोर्ट और रेजिस्टेंस का लेवल
एलकेपी सिक्योरिटीज के वाइस प्रेसिडेंट रिसर्च एनालिस्ट (कमोडिटी एंड करेंसी) जतिन त्रिवेदी ने बताया कि "अमेरिकी स्वतंत्रता दिवस की छुट्टी के कारण कमोडिटी बाजारों में वॉल्यूम और भागीदारी कम देखने को मिली. सोना अंतरराष्ट्रीय मार्केट में 2355 डॉलर प्रति औंस पर रहा, जबकि भारतीय बाजार में यह 72,350 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास स्थिर रहा. अमेरिका में शुक्रवार, 5 जुलाई 2024 को जारी किए जाने वाले प्रमुख मैक्रो डेटा में बेरोजगारी और गैर-कृषि पेरोल डेटा शामिल हैं, जो यूएस फेड के आगे के फैसलों को काफी प्रभावित कर सकते हैं. बेरोजगारी की दर अगर ऊंची रही और गैर-कृषि पेरोल के आंकड़े कमजोर आए, तो सोने की कीमतों को समर्थन मिलेगा. जबकि बेरोजगारी में कमी आने पर सोने पर दबाव बढ़ेगा. त्रिवेदी ने कहा कि सोने का सपोर्ट लेवल फिलहाल 71,800 रुपये प्रति 10 ग्राम पर और रेजिस्टेंस 72,850 पर देखा जा रहा है."