/financial-express-hindi/media/media_files/2024/10/21/mLmS7xmeYRDoa50V4CYR.jpg)
Bajaj Allianz : बजाज अलियांज लाइफ इंश्योरेंस के चीफ एजेंसी ऑफिसर समीर जोशी. (Image: Bajaj Allianz)
Bajaj Allianz Life Insurance: बढ़ती लाइफ एक्सपेक्टेंसी (जीवन प्रत्याशा) और दिन-ब-दिन महंगी हो रही स्वास्थ्य सेवा ने रिटायरमेंट के बाद के लिए प्लानिंग करना बहुत जरूरी बना दिया है. रिटायरमेंट की इसी प्लानिंग में लाइफ इंश्योरेंस एक बेहद अहम फाइनेंशियल इंट्रूमेंट के रूप में कार्य करता है जो उम्र के इस पड़ाव पर आने वाली चुनौतियों का समाधानों करने की एक सीरीज उपलब्ध कराता है. हर किसी को अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग में लाइफ इंश्योरेंस को क्यों शामिल करना चाहिए, यहां 5 प्रमुख कारण बताए गए हैं.
रिटायरमेंट के बाद की आय को सुरक्षित करना
हो सकता है कि रिटायरमेंट के बाद आपके पास आय का प्राथमिक स्रोत न हो. हालांकि, आय लाभ प्रदान करने वाली लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी प्रभावी रूप से आपकी आय की जगह ले सकती है. एंडोमेंट पॉलिसी और यहां तक कि यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस प्लान (ULIP) जैसी कई लाइफ इंश्योरेंस प्लान आपको एक बार में पेमेंट के बजाय नियमित आमदनी के रूप में अपना मैच्योरिटी पेमेंट हासिल करने की आजादी देती हैं. इसके अलावा, एन्युइटी प्लान (वार्षिकी योजनाए) नियमित पेंशन भुगतान भी प्रदान करते हैं जो आपकी रिटायरमेंट के बाद की आय में जुड़ सकती है.
मेडिकल खर्च के लिए कवरेज
जैसे-जैसे आपकी उम्र बढ़ती है, कैंसर, स्ट्रोक या हृदय रोग जैसी कुछ गंभीर स्वास्थ्य स्थितियां विकसित होने की आशंका बढ़ सकती है. इन गंभीर बीमारियों के लिए अक्सर महंगे उपचार, सर्जरी और दीर्घकालिक देखभाल की जरूर होती है, जो वित्तीय रूप से बहुत भारी पड़ सकती है. गंभीर बीमारी राइडर वाली जीवन बीमा योजना नाममात्र प्रीमियम के अतिरिक्त भुगतान पर, विशेष रूप से ऐसी स्थितियों के लिए कवरेज प्रदान करती है. इस तरह यह सुनिश्चित किया जाता है कि आपको जेब से खर्च किए बिना सर्वाेत्तम संभव उपचार मिले. यह सुरक्षा आपको अपनी बीमारी के वित्तीय प्रभाव के बारे में चिंता करने के बजाय ठीक होने पर ध्यान केंद्रित करने की अनुमति देती है.
किसी भी बकाया लोन का पेमेंट करना
अगर आप अपने करियर के दौरान में होम लोन जैसी क्रेडिट सुविधाओं के लिए अप्लाई करते हैं, तो इनमें से कुछ लोन आपके रिटायरमेंट के बाद के जीवन में भी बने रह सकते हैं. हालांकि आप हमेशा अपनी रिटायरमेंट के बाद की आय से लोन चुकाना जारी रख सकते हैं, लेकिन लोन को बंद करना भी एक अच्छा विचार हो सकता है. लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसी से मिलने वाले मैच्योरिटी रकम आपको उन लोन को बंद करने में मदद कर सकते हैं जिन्हें आप लंबे समय तक चुकाना नहीं चाहते हैं.
बढ़ते खर्चों से सुरक्षा
बढ़ते खर्च समय के साथ आपकी परचेजिंग पावर को कम कर सकते हैं. लगातार बढ़ रही महंगाई दर का मुकाबला करने वाला रिटायरमेंट कॉर्पस बनाने के लिए, आपको सेविंग से अधिक सही कदम उठाने की जरूरत है; आपको निवेश करने और अपनी कैपिटल बढ़ाने की जरूरत होती है. यूनिट लिंक्ड इंश्योरेंस पॉलिसी (ULIP) जैसी लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसीज मार्केट लिंक्ड ULIP की एक लंबी सीरीज में निवेश करने का अवसर प्रदान करती हैं. अगर बाार अनुकूल रूप से आगे बढ़ता है, तो ये निवेश कई गुना बढ़ सकते हैं, जिससे आपकी रिटायरमेंट के बाद की जिंदगी आरामदायक हो सकती है.
अपनी संपत्ति की लिक्विडिटी सुनिश्चित करना
आपके पास अपने रिटायरमेंट कॉर्पस और अपनी कुल संपत्ति के हिस्से के रूप में आपके नाम पर अन्य संपत्तियां हो सकती हैं. इनमें जमीन, घर की संपत्तियां और अन्य अचल संपत्तियां शामिल हो सकती हैं. इन संपत्तियों को लिक्विडेट करना यानी अपनी संपत्ति से फंड का इंतजाम करना समय लेने वाला हो सकता है. लेकिन दूसरी ओर, लाइफ इंश्योरेंस पॉलिसीज से मिलने वाले भुगतान अत्यधिक लिक्विड होते हैं और टैक्स लाभ भी मिल सकते हैं.
इन प्रमुख कारणों से, लाइफ इंश्योरेंस प्लान आपके रिटायरमेंट के बाद के जीवन को वित्तीय रूप से सुरक्षित करने में काफी कारगर साबित हो सकता है. अगर आपने अभी तक ऐसा नहीं किया है, तो अपनी रिटायरमेंट प्लानिंग स्ट्रैटेजी में लाइफ इंश्योरेंस को शामिल करने पर विचार करें, यह बेहतर वित्तीय भविष्य के लिए प्लानिंग करने की एक अच्छी पहल साबित हो सकती है.
(Article by Sameer Joshi, Chief Agency Officer, Bajaj Allianz Life)