/financial-express-hindi/media/media_files/2025/04/18/kQSrUr7CZMgN6Wzbx5Rq.jpg)
RBI के रेपो रेट घटाने के बाद कई प्रमुख बैंकों ने ब्याज दरों में कटौती की है. (File Photo : Reuters)
Banks Reduce Lending Rates After RBI’s Repo Rate Cut: भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने पिछले हफ्ते लगातार दूसरी बार रेपो रेट में 25 आधार अंकों की कटौती की. इसके बाद के दिनों में, कई बैंकों ने होम लोन, पर्सनल लोन और कार लोन के साथ-साथ डिपॉजिट रेट्स में भी कटौती की है. एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) पहला बैंक था जिसने अपनी लेंडिंग रेट में कटौती की - 7 अप्रैल से शुरू होकर विभिन्न अवधियों के लिए अपनी मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स-आधारित लेंडिंग रेट्स (MCLR) में 10 आधार अंकों की कमी की.
कई प्रमुख बैंकों ने घटाईं ब्याज दरें
आरबीआई के पॉलिसी एलान के बाद कई अन्य बैंकों ने भी ऐसा ही किया है. पंजाब नेशनल बैंक (Punjab National Bank) ने कहा कि वह अपनी रेपो-लिंक्ड लेंडिंग रेट में 25 आधार अंकों की कटौती करेगा, जबकि चेन्नई स्थित इंडियन बैंक (Indian Bank) ने अपनी रेपो बेंचमार्क रेट और रेपो लिंक्ड बेंचमार्क लेंडिंग रेट्स में बदलाव की घोषणा की. भारतीय स्टेट बैंक (State Bank of India) ने इस सप्ताह की शुरुआत में अपनी लेंडिंग रेट में 25 आधार अंकों की कमी की - जिससे रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) 8.25% हो गई. बैंक ऑफ बड़ौदा (Bank of Baroda), बैंक ऑफ इंडिया (Bank of India) और बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank of Maharashtra) ने भी इस महीने लेंडिंग रेट्स में कमी की घोषणा की है.
कम होगी लोन लेने वालों की EMI
रेपो रेट में गिरावट का मतलब है फ्लोटिंग इंटरेस्ट रेट चुकाने वालों के लिए ईएमआई (EMI) कम हो जाएगी. आरबीआई द्वारा घोषित रेट कटौती को विभिन्न बैंकों द्वारा अपनी ब्याज दरें निर्धारित करने के लिए एक बाहरी बेंचमार्क माना जाता है. रेपो-लिंक्ड लेंडिंग रेट या आरएलएलआर वह ब्याज दर है जिस पर बैंक ग्राहकों को ऋण देते हैं - यह आरबीआई द्वारा निर्धारित रेपो रेट पर आधारित होती है. यह मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स आधारित लेंडिंग रेट या एमसीएलआर से अलग है, जो हर बैंक द्वारा अपनी फंड की लागत और अन्य फैक्टर्स पर आधारित एक आंतरिक बेंचमार्क है.
अप्रैल 2025 में इन बैंकों ने लोन पर घटाईं ब्याज दरें
बैंक | बदलाव |
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) | – रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट 25 बेसिस पॉइंट घटाकर 8.25% किया गया – एक्टर्नल बेंचमार्क आधारित लेंडिंग रेट 25 आधार अंक घटाकर 8.65% की गई |
एचडीएफसी बैंक (HDFC Bank) | - फंड आधारित लेंडिंग रेट्स की मार्जिनल कॉस्ट में 10 आधार अंकों की कटौती की गई. एक महीने की एमसीएलआर दर अब 9.10% है जबकि तीन महीने की दर 9.20% है. 6 महीने, एक साल और दो साल के लोन के लिए दर को संशोधित कर 9.30% कर दिया गया है. तीन साल के लोन के लिए एमएलसीआर अब 9.35% है. |
पंजाब नेशनल बैंक (PNB) | – रेपो-लिंक्ड लेंडिंग रेट 20 बीपीएस स्प्रेड सहित 9.10% से घटाकर 8.85% कर दिया गया. - फंड की मार्जिनल कॉस्ट आधारित लेंडिंग रेट और आधार दर अपरिवर्तित रहेगी. |
इंडियन बैंक (Indian Bank) | – सभी रेपो-लिंक्ड लोन्स के लिए रेपो बेंचमार्क दर 6.25% से घटकर 6.00% हो गई. – रेपो लिंक्ड बेंचमार्क लेंडिंग दरें 9.05% से घटकर 8.70% हुईं |
बैंक ऑफ इंडिया (BoI) | – रेपो-लिंक्ड बेंचमार्क लेंडिंग रेट 25 आधार अंक घटाकर 9.1% से 8.85% कर दी गई. |
बैंक ऑफ बड़ौदा (BoB) | – खुदरा और एमएसएमई क्षेत्रों को दिए जाने वाले लोन्स के लिए बाहरी बेंचमार्क-लिंक्ड लेंडिंग रेट्स में 25 आधार अंकों की कटौती की गई - फंड आधारित लेंडिंग रेट की मार्जिनल कॉस्ट में बदलाव नहीं. एक साल की अवधि का एमसीएलआर अभी भी 9% पर |
बैंक ऑफ महाराष्ट्र (Bank of Maharashtra) | - रेपो-लिंक्ड लेंडिंग रेट में 25 आधार अंकों की कमी - 9.05% से 8.80% |