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Home Loan rates: वर्तमान में होमलोन पर 8.50 से 9.50 फीसदी ब्याज बना हुआ है. (POixabay)
Home Loan Tips : रिजर्व बैंक ने प्रैल 2024 की मॉनेटरी पॉलिसी में ब्याज दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है. रेपो रेट 6.50 फीसदी पर बरकरार है. यह लगातार 7वीं पॉलिसी रही, जब सेंट्रल बैंक ने दरों में बदलाव नहीं किया. यानी अब होमलोन (Home Loan) भी स्थिर रहने की उम्मीद है. भले ही कुछ तिमाही यह स्थिर रहे, लेकिन मई 2022 से फरवरी 2023 के बीच 6 बार में ब्याज दरों में 2.50 इजाफा किया गया था. उसके बाद से इसमें कमी नहीं आई है. रेपो रेट में 2.50 फीसदी इजाफा होने के चलते ज्यादातर बैंकों ने होमलोन या अन्य लोन के लिए ब्याज दरों में इजाफा किया है. वर्तमान में होमलोन पर 8.50 से 9.50 फीसदी ब्याज (Home Loan Interest Rates) बना हुआ है.
असल में रेपो रेट वह दर है, जिस पर बैंक सेंट्रल बैंक से कर्ज लेते हैं. यही वजह है कि रेपो रेट हाई होने पर इसका बोझ बैंक ग्राहकों पर पास आन कर देते हैं. होमलोन की दरें ज्यादा होने से ग्राहकों पर बोझ भी बढ़ गया है. हालत यह है कि होम लोन के बदले ग्राहकों को लोन की वैल्यू के बराबर तो सिर्फ ब्याज ही चुकाना पड़ रहा है. ऐसे में बेहतर है कि लोन लेने के साथ लोन अकाउंट भी समय से पहले बंद करने के बारे में सोचकर प्लानिंग करें.
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होमलोन: मूलधन के बदले कितना दे रहे हैं ब्याज
मान लिया कि आपने 30 लाख रुपये का लोन 20 साल के लिए लिया है. आपके लोन पर अगर 9.50 फीसदी सालाना ब्याज है तो कैलकुलेट करते हैं कि आपको कितना ब्याज पूरे टेन्योर में चुकाना होगा. हमने 9.50 फीसदी का एक मानक ब्याज माना है. .
कुल होम लोन: 30 लाख रुपये
इंटरेस्ट रेट: 9.50%
लोन की अवधि: 20 साल
EMI: 27,964 रुपये
कुल ब्याज: 37,11,345 रुपये
लोन के बदले बैंक को कुल पेमेंट: 67,11,345 रुपये
साफ है कि आपको 30 लाख के लोन पर 37 लाख ब्याज देना पड़ रहा है. यानी मूलधन का डबल से भी ज्यादा.
कैसे होमलोन का बोझ कम करें (How to Reduce Home Loan Burden)
सही से जांच पड़ताल कर लें: सबसे पहला काम बैंकों के होमलोन रेट चेक कर लें, जहां ज्यादा फायदा हो, उसी बैंक से लोन लें. यह जरूरी नहीं है कि जिस बैंक में आपका अकाउंट है, उसी में लोन के लिए आवेदन करें.
फिक्स्ड रेट लोन चुनें: जब ब्याज दरें बढ़ रही हों, तो एडजेस्टेबल-रेट होम लोन की जगह फिक्स्ड-रेट होम लोन चुनना अक्सर एक अच्छा विकल्प होता है. फिक्स्ड रेट मोर्तगेज के साथ आपकी ब्याज दर लोन के पूरे टेन्योर में समान रहेगी.
टेन्योर कम रखें: लोन का टेन्योर कम रखें. अगर आप 20 साल की जगह 15 साल के लिए लोन लेते हैं तो ओवरआल लोन पर ब्याज बहुत कम हो सकता है.
डाउन पेमेंट ज्यादा करें: डाउन पेमेंट ज्यादा कर सकते हैं तो यही विकल्प चुनें. डाउन पेमेंट बढ़ाने से आपको बढ़ती ब्याज दरों का सामना करने के लिए अपने होम लोन को स्ट्रक्चर करने में मदद मिल सकती है.
लोन रीफाइनेंस करें: लोन लेने के बाद से ब्याज दरें बढ़ गई हैं, तो रीफाइनेंस एक अच्छा विकल्प हो सकता है. कम ब्याज दर पर रीफाइनेंस करने से आपको मंथली ईएमआई कम करने में मदद मिलेगी.
रीफाइनेंस न करा पाने की स्थिति में आप मंथली पेमेंट को बढ़ाकर लोन जल्दी जमा कर सकते हैं. इससे आप ब्याज को बढ़ने का मौका ही नहीं देते हैं और प्रिंसिपल अमाउंट भी घटता रहता है. आप हर महीने एक किस्त बढ़ाकर भी दे सकते हैं.
एक्स्ट्रा लमसम पेमेंट: आप एक्स्ट्रा लमसम पेमेंट भरकर भी अपना लोन जल्दी बंद करवा सकते हैं. लमसम पेमेंट मतलब वन टाइम पेमेंट, जिसमें आप बड़ा अमाउंट बैंक को दे देते हैं, इससे आपका ब्याज और प्रिंसिपल अमाउंट कवर हो जाता है.
बैलेंस ट्रांसफर का विकल्प: होम लोन को जल्दी बंद करने का एक और तरीका है, होम लोन बैलेंस ट्रांसफर. इसमें आप अपनी बकाया लोन राशि को किसी दूसरे बैंक/ लोन संस्थान में ट्रांसफर कर सकते हैं जो होम लोन पर कम ब्याज दर ऑफर कर रहा है. हालांकि, इसमें प्रॉसेसिंग फीस और अन्य शुल्क के खर्च का ध्यान रखें.