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Home Loan Tips : जब ब्याज दरें बढ़ रही हों, तो एडजेस्टेबल-रेट होम लोन की जगह फिक्स्ड-रेट होम लोन चुनना अक्सर एक अच्छा विकल्प होता है. (Pixabay)
Home Loan Interest Rate Calculation : रिजर्व बैंक ने लंबे समय से अपनी मॉनेटरी पॉलिसी में ब्याज दरों में किसी तरह का बदलाव नहीं किया है. रेपो रेट 6.50 फीसदी पर बरकरार है. इसके पहले मई 2022 से फरवरी 2023 के बीच 6 बार में ब्याज दरों में 2.50 इजाफा किया गया था. और तब से अबतक रेपो रेट 6.50 फीसदी पर बरकरार है. इसका नतीजा यह हुआ कि ज्यादातर बैंकों ने होम लोन पर ब्याज दरों में जो बढ़ोतरी की, उसमें लंबे समय से कोई कटौती नहीं की है. असल में रेपो रेट वह दर है, जिस पर बैंक सेंट्रल बैंक से कर्ज लेते हैं. महंगे ब्याज दरों के चलते होम लोन ग्राहकों को बैंक से कर्ज के बदले मोटी रकम ब्याज के तौर चुकानी पड़ रही है और उन्हें घर की कीमत लगभग डबल पड़ रही है. इसे आसान कैलकुलेशन में देख सकते हैं.
होमलोन: मूलधन पर कितना दे रहे हैं ब्याज
हमने यहां 2 तरह के केस में कैलकुलेशन किया है, जिसमें लोन की राशि 30 लाख और 40 लाख रुपये है. सभी का टेन्योर 20 साल फिक्स किया है. वहीं ब्याज दर के लिए एसबीआई द्वारा होमलोन पर लिए जाने वाले इंटरेस्ट रेट को आधार बनाया है. एसबीआई में होमलोन पर अभी 8.50 फीसदी से 10 फीसदी सालाना ब्याज है. हमने यहां एवरेज 9 फीसदी माना है.
Case 1- कुल होम लोन: 30 लाख रुपये
इंटरेस्ट रेट: 9%
लोन की अवधि: 20 साल
EMI: 26,992 रुपये मंथली
20 साल में कुल ब्याज : 34,78,027 रुपये
लोन के बदले बैंक को कुल पेमेंट: 64,78,027 रुपये
Case 2- कुल होम लोन: 40 लाख रुपये
इंटरेस्ट रेट: 9%
लोन की अवधि: 20 साल
EMI: 35,989 रुपये
20 साल में कुल ब्याज: 46,37,369 रुपये
लोन के बदले बैंक को कुल पेमेंट: 86,37,369 रुपये
कैलकुलेशन से क्या रिजल्ट मिला
यहां हमने दोनों केस में देखा कि जितना हम बैंक से लोन ले रहे हैं, 20 साल में उससे ज्यादा ब्याज दे रहे हैं, जबकि मूलधन अलग से चुका रहे हैं. 30 लाख लोन के बदले 34.50 लाख से अधिक ब्याज, जबकि 40 लाख लोन के बदले करीब 46.50 लाख अलग से ब्याज देना पड़ रहा है. इसलिए आप जब भी होमलोन लेने का प्लान करते हैं तो सबसे पहले यह देखना चाहिए कि कौन सा प्रमुख बैंक लोन पर आपसे कितना ब्याज ले रहा है. उसके बाद आपको यह जरूर कैलकुलेशन करना चाहिए कि आप जितने टेन्योर के लिए लोन ले रहे हैं, उस टेन्योर में आपको कुल कितना ब्याज बैंक को चुकाना पड़ जाता है.
प्रमुख बैंकों का शुरूआती होम लोन रेट
SBI : 8.50%
HDFC : 8.75%
Kotak Mahindra Bank : 8.75%
ICICI Bank : 8.75%
Union Bank of India : 8.35%
Bank of Baroda : 8.40%
Central Bank of India : 8.50%
Bank of India : 8.40%
LIC Housing Finance : 8.50%
Axis Bank : 8.75%
Canara Bank : 8.40%
IDFC First Bank : 8.85%
PNB : 8.40%
HSBC Bank : 8.50%
South Indian Bank : 8.50%
Federal Bank : 8.80%
Karnataka Bank : 8.85%
Yes Bank : 9.00%
(source : www.bankbazaar.com)
नोट : यहां जो रेट दिए गए हैं, इसी रेट से होम लोन पर ब्याज शुरू होता है, यानी यह शुरूआती रेट हैं. लोन रेट अलग अलग कंडीशंस में इससे ज्यादा भी हो सकता है.
होमलोन अकाउंट कैसे करें जल्दी बंद
फिक्स्ड रेट लोन चुनें: जब ब्याज दरें बढ़ रही हों, तो एडजेस्टेबल-रेट होम लोन की जगह फिक्स्ड-रेट होम लोन चुनना अक्सर एक अच्छा विकल्प होता है. फिक्स्ड रेट मोर्तगेज के साथ आपकी ब्याज दर लोन के पूरे टेन्योर में समान रहेगी.
टेन्योर कम रखें: लोन का टेन्योर कम रखें. अगर आप 20 साल की जगह 15 साल के लिए लोन लेते हैं तो ओवरआल लोन पर ब्याज बहुत कम हो सकता है.
डाउन पेमेंट ज्यादा करें: डाउन पेमेंट ज्यादा कर सकते हें तो यही विकल्प चुनें. डाउन पेमेंट बढ़ाने से आपको बढ़ती ब्याज दरों का सामना करने के लिए अपने होम लोन को स्ट्रक्चर करने में मदद मिल सकती है.
लोन रीफाइनेंस करें: लोन लेने के बाद से ब्याज दरें बढ़ गई हैं, तो रीफाइनेंस एक अच्छा विकल्प हो सकता है. कम ब्याज दर पर रीफाइनेंस करने से आपको मंथली ईएमआई कम करने में मदद मिलेगी.