scorecardresearch

क्या आपका रिटायरमेंट कॉर्पस है पर्याप्त? समय रहते कर लें कैलकुलेशन, फिर करें 60 के बाद ठाठ करने की तैयारी

Early Retirement : आज के युवा कम उम्र में रिटायरमेंट चाहते हैं. वे समय रहते अपना खुद का कारोबार शुरू करना चाहते हैं. एक सर्वे से पता चला है कि 67 फीसदी भारतीय समय से पहले रिटायरमेंट पर विचार कर रहे हैं.

Early Retirement : आज के युवा कम उम्र में रिटायरमेंट चाहते हैं. वे समय रहते अपना खुद का कारोबार शुरू करना चाहते हैं. एक सर्वे से पता चला है कि 67 फीसदी भारतीय समय से पहले रिटायरमेंट पर विचार कर रहे हैं.

author-image
Sushil Tripathi
एडिट
New Update
Insurance Products Importance for Retirement Planning

Retirement Planning : रिटायरमेंट लाइफ के लिए देखे गए सपने को तभी पूरा कर सकेंगे, जबकि योजना बनाकर अनुशासित तरीके से निवेश करें. (Pixabay)

Retirement Corpus : भारत में रिटायरमेंट के बाद की लाइफ का ट्रेंड नाटकीय रूप से बदल रहा है. वे दिन अब नहीं रहे, जब रिटायरमेंट का मतलब सीमित जरूरतों के साथ शांति के साथ जीवन बिताना होता था. आज के लोगों की सोच बदल गई है और बहुत से लोग रिटायरमेंट के बाद एक बेहतरीन जीवन का सपना देखते हैं. मसलन अपनी पसंद की जगह झघूमना फिरना, अपने तमाम शौक पूरे करना और सामाजिक रूप से सक्रिय रहना. हालांकि, इस सपने को तभी पूरा कर सकेंगे, जबकि सावधानीपूर्वक योजना बनाकर अनुशासित तरीके से निवेश करें. 

हेल्‍थकेयर में लगातार प्रगति हो रही है, वहीं लोग अब हेल्‍दी लाइफ स्टाइल पसंद करते हैं, जिसके कारण लोगों के लंबे समय तक जीवित रहने की संभावनाएं बढ़ रही हैं. इसे देखते हुए अब सही तरीके से की गई फाइनेंशियल प्लानिंग बहुत जरूरी हो गई है, जिससे रिटायरमेंट के बाद किसी तरह की वित्तीय परेशानी से बचा जा सके.

High Return : कमाल की स्कीम, रोज 100 रुपये बचाकर SIP करने वालों को मिला 1.50 करोड़, छोटी कंपनियों में लगाती है पैसा

पहले तय करें कि रिटायरमेंट पर कितना हो कॉर्पस?

Advertisment

उदाहरण के लिए, अगर आपको रिटायरमेंट के बाद आराम से रहने के लिए हर महीने 1 लाख रुपये (12 लाख रुपये सालाना) की आवश्यकता है और आप 60 साल की उम्र के बाद 15 साल तक अपनी लाइफ की उम्मीद करते हैं, तो आपको कुल 1.8 करोड़ रुपये (12 लाख रुपये x 15) की आवश्यकता होगी. अगर आप 85 साल तक जीवित हैं तो आपको 3 करोड़ रुपये की जरूरत होगी. इसलिए.....

1. एक बड़ा रिटायरमेंट फंड बनाएं: इसके लिए रेगुलर बचत करें और निवेश करें.

2. वित्तीय साधनों का उपयोग करें: अपना रिटायरमेंट फंड बढ़ाने के लिए बेहतर वित्तीय साधनों का उपयोग करें. हर वित्तीय योजना की सफलता के लिए पर्याप्त लाइफ इंश्योरेंस और हेल्थ कवर सुरक्षित करना आवश्यक है. 

3. टैक्स बेनेफिट: टैक्‍स-फ्रेंडली विकल्प का चुनाव करें.

Midcap Funds Return : 5 साल में 300 से 400% एबसॉल्यूट रिटर्न, यानी पैसे डबल और ट्रिपल, सबसे ज्यादा कमाई कराने वाले 5 मिडकैप फंड

समय रहते रिटायरमेंट प्लानिंग क्यों महत्वपूर्ण

1. एक समृद्ध रिटायरमेंट लाइफ
2. साल दर साल बढ़ रहा है मेडिकल बिल
3. रिटासरमेंट के बाद भी इनकम सोर्स जरूरी
4. आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनना जरूरी
5. अनुमानित उम्र (जीवन प्रत्याशा) में बढ़ोतरी

इसके अलावा 2 अन्य फैक्टर हैं, जो समय रहते रिटायरमेंट प्लानिंग के महत्व की ओर इशारा करते हैं....

6. समय से पहले रिटायरमेंट का विकल्प

बहुत से लोगों में 60 की उम्र तक काम करने का उत्साह नहीं हो सकता है. आज के युवा कम उम्र में रिटायरमेंट चाहते हैं. वे समय रहते अपना खुद का कारोबार शुरू करना चाहते हैं. पिछले साल किए गए एक सर्वे से पता चला है कि 67 फीसदी भारतीय समय से पहले रिटायरमेंट पर विचार कर रहे हैं, कुछ लोग इसे 33 साल की आयु तक ही सीमित मान रहे हैं.

7. इमरजेंसी स्थिति पर कंट्रोल हो सके

किसी के साथ भी बिना वजह ही इमरजेंसी की स्थिति आ सकती है. एक रिटायरमेंट फंड यह सुनिश्चित करेगा कि उस परिस्थिति को तुरंत और भरोसे के साथ हल किया जा सकता है.

EPFO : क्या 35000 रुपये बेसिक सैलरी 2.5 करोड़ रिटायरमेंट फंड के लिए है पर्याप्त, ईपीएफ कैलकुलेटर से तुरंत करें चेक

लाइफ इंश्योरेंस कैसे करेगा मदद

रिटायरमेंट के बाद रेगुलर इनकम : ये योजनाएं किसी भी आय वर्ग के लोगों के लिए बेहतर हो सकती हैं, क्योंकि ये प्रीमियम के रूप में बचत को रेगुलर आजीवन इनकम में बदल देती हैं. इसके अलावा, अधिकांश रिटायरमेंट योजनाएं रिटायरमेंट फंड कॉर्पस को बढ़ावा देने के लिए बोनस के साथ-साथ लॉयल्टी एडिशन भी प्रदान करती हैं.

कम जोखिम : रिटायरमेंट का चरण कामकाजी सालों से अलग होता है. जोखिम उठाने की क्षमता कम हो जाती है और लोग सुरक्षित निवेश की तलाश करने लगते हैं, जो उनके वित्तीय लक्ष्यों पर भी खरा उतरे. सावधानी से बनाए गए सेविंग पूल के साथ, बाजार की अस्थिरता में बिना पैसा गंवाए, अपने सभी खर्चों को कवर करने के लिए फंड का समझदारी से उपयोग करना सबसे महत्वपूर्ण है. 

अनुशासन : निवेश जल्दी शुरू करना हमेशा सबसे अच्छा विकल्प होता है और यही बात रिटायरमेंट प्लानिंग के लिए भी सही है. इसके लिए जल्द से जल्द शुरुआत के साथ-साथ, जब प्रीमियम पेमेंट की बात आती है तो अनुशासित रहना सबसे अच्छा है. इससे यह सुनिश्चित होगा कि रिटायरमेंट के गोल्डेन ईयर्स में बाजार दरों में उतार-चढ़ाव के साथ आने वाले टेंशन को दूर करते हुए रुपये पैसे को लेकर कोई टेंशन न रहे यानी धन का लगातार फलो सुनिश्चित हो सके.

टैक्स पर बचत : लाइफ इंश्योरेंस प्लान इनकम टैक्स एक्ट, 1961 की धारा 10 (10डी) और धारा 80सी के तहत अलग अलग टैक्स बेनेफिट प्रदान करती हैं. ये लाभ रिटायरमेंट सेविंग्स का अधिकतम लाभ उठाने में मदद कर सकते हैं और साथ ही कर आउटपुट को काफी कम कर सकते हैं.

(लेखक : विवेक प्रकाश, चीफ डिस्ट्रीब्यूटर ऑफिसर (सीडीओ) फॉर प्रॉप्रिएटरी चैनल्स, कोटक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस कंपनी लिमिटेड)

Life Insurance Retirement Fund Retirement Planning Retirement Corpus