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जुलाई-सितंबर 2024 के लिए PPF, SSY, NSC समेत तमाम छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों का एलान हो गया है. (Image : Pixabay)
Post Office Schemes interest rates: सरकार ने जुलाई-सितंबर 2024 के लिए छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों के बारे में अपने फैसले का एलान कर दिया है. जिन योजनाओं की ब्याज दरों के बारे में यह फैसला किया गया है, उनमें पब्लिक प्रोविडेंट फंड, सीनियर सिटिजन्स सेविंग्स स्कीम (SCSS), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC), डाकघर सावधि जमा (POTD), महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र और डाकघर मासिक आय योजना (POMIS) शामिल हैं. सरकार का फैसला यही है कि जुलाई-सितंबर 2024 के लिए छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों को अपरिवर्तित रखा जाएगा यानी उनमें कोई बदलाव नहीं किया जाएगा.
सरकार के इस फैसले का मतलब यह है कि मौजूदा दरें इस तिमाही के दौरान भी लागू रहेंगी. डाकघर बचत योजनाओं में सार्वजनिक भविष्य निधि, वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NCS), डाकघर सावधि जमा (POTD), महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र और डाकघर मासिक आय योजना (POMIS) शामिल हैं.
सरकार की प्रेस रिलीज में क्या है
वित्त मंत्रालय ने 28 जून, 2024 को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा, "जुलाई, 2024 से शुरू होकर 30 सितंबर, 2024 को समाप्त होने वाली वित्त वर्ष 2024-25 की दूसरी तिमाही के लिए विभिन्न लघु बचत योजनाओं पर ब्याज दरें वित्त वर्ष 2024-25 की पहली तिमाही (1 अप्रैल, 2024 से 30 जून, 2024) के लिए अधिसूचित दरों से अपरिवर्तित रहेंगी." इसका मतलब है कि पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF) पर जुलाई से सितंबर 2024 तक 7.1% ब्याज मिलता रहेगा. जुलाई से सितंबर 2024 तिमाही के लिए कुछ प्रमुख डाकघर योजनाओं की ब्याज दरों की जानकारी नीचे टेबल में दी गई है.
प्रमुख डाकघर योजनाओं की ब्याज दरें
स्कीम | जुलाई-सितंबर 2024 के लिए ब्याज दर (%) |
सेविंग्स डिपॉजिट | 4 |
1 साल की सावधि जमा | 6.9 |
2 साल की सावधि जमा | 7 |
3 साल की सावधि जमा | 7.1 |
5 साल की सावधि जमा | 7.5 |
5 साल का रिकरिंग डिपॉजिट | 6.7 |
सीनियर सिटिजन्स सेविंग्स स्कीम | 8.2 |
मंथली इनकम अकाउंट स्कीम | 7.4 |
नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC) | 7.7 |
पब्लिक प्रॉविडेंट फंड स्कीम (PPF) | 7.1 |
किसान विकास पत्र (KVP) | 7.5 (मेच्योरिटी 115 महीने) |
सुकन्या समृद्धि अकाउंट (SSA / SSY) | 8.2 |
कैसे तय होती हैं स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरें
सरकार नियमित रूप से हर तिमाही में लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरों का मूल्यांकन करती है. श्यामला गोपीनाथ समिति ने इन दरों को निर्धारित करने की पद्धति प्रस्तावित की थी. समिति की सिफारिशों के आधार पर, विभिन्न योजनाओं के लिए ब्याज दरें मैच्योरिटी वाले सरकारी बॉन्ड की यील्ड से 25 से 100 बेसिस प्वाइंट की सीमा के भीतर निर्धारित किए जाने का फॉर्मूला निर्धारित है. इसका मकसद यह देखना है कि लघु बचत योजनाओं की ब्याज दरें निवेशकों के लिए प्रतिस्पर्धी और आकर्षक बनी रहें. लेकिन इस फॉर्मूले का पालन हमेशा किया नहीं जाता है.
पिछली बार कब बढ़ी थीं ब्याज दरें
इससे पहले सरकार ने 31 दिसंबर, 2023 तिमाही में कुछ छोटी बचत या डाकघर योजनाओं की ब्याज दरों में वृद्धि करने का निर्णय लिया था. लेकिन पीपीएफ पर मिलने वाली ब्याज दर अप्रैल-जून 2020 तिमाही के बाद से ही 7.1 प्रतिशत पर बनी हुई है. जबकि मई 2022 के बाद से भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने नीतिगत ब्याज दरों में भारी बढ़ोतरी की है. लेकिन पिछली पांच नीतिगत बैठकों में आरबीआई ने प्रमुख दरों में और संशोधन करने से परहेज करके यथास्थिति बनाए रखी है.