/financial-express-hindi/media/member_avatars/RsG3L7DqXrOWG11NtQsz.jpeg )
/financial-express-hindi/media/media_files/071eYehQwpVMfjyxXs5n.jpg)
Mutual Fund Units : इसमें लोन अमाउंट के बदले कोलैटरल के रूप में अपने म्यूचुअल फंड्स यूनिट को गिरवी रखना होता है. (Pixabay)
Loan Against Mutual Funds Units or Personal Loan : पैसे रुपये की इमरजेंसी (Financial Emergency) वाली की स्थिति किसी के साथ कभी भी आ सकती है. हो सकता है यह मेडिकल इमरजेंसी में आए या कोई फाइनेंशियल जरूरतें पूरी करने के लिए. लेकिन कई हममे से बहुत से लोग इस फाइनेंशियल इमरजेंसी को पूरी करने के हालात में नहीं होते हैं. ऐसे में एक विक्लप बचता है कि कहीं से कर्ज लिया जाए. इसमें तुरंत कर्ज लेने के लिए एक विकल्प पर्सनल लोन (Personal Loan) का है, जो आसानी से मिल सकता है. वहीं एक और उपाय है कि अपने म्यूचुअल फंड्स यूनिट पर आप लोन (Loan Against Mutual Funds) ले सकते हैं. ये दोनों लोन आसानी से और कम समय में मिल जाता है, लेकिन पहले देख लें कि आपके लिए क्या बेहतर होगा.
म्यूचुअल फंड हाउस कर रहे हैं ऑफर
ज्यादातर म्यूचुअल फंड हाउस निवेशकों को उनके द्वारा किए गए निवेश पर लोन ऑफर कर रहे हैं. टर्म लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड के पीछे उद्देश्य यह है कि निवेशक अपनी निवेश योजनाओं के साथ ट्रैक पर रहते हुए भी अपनी इमरजेंसी जरूरतों को पूरा करने के लिए रकम हासिल कर सकते हैं. इसकी खासियत यह है कि इसके लिए उन्हें अपने निवेश को रीडिम करने की जरूरत नहीं होती है. वह अपने लक्ष्य पर बने रह सकते हैं.
लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड के बारे में
लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड एक सिक्योर्ड लोन है. इसमें आपको लोन अमाउंट के बदले कोलैटरल के रूप में अपने म्यूचुअल फंड्स यूनिट को गिरवी रखना होता है. आपका लोन अमाउंट आपके म्यूचुअल फंड यूनिट्स के वैल्यू पर निर्भर होता है. पर्सनल लोन के मुकाबले म्यूचुअल फंड पर लिए गए कर्ज पर ब्याज की दर भी कम होती है. लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड्स पर ब्याज दर 9 से 10 फीसदी होता है. जबकि क्रेडिट स्कोर अच्छा रहने पर भी पर्सनल लोन पर ब्याज करीब 12-13 फीसदी होता है.
लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड : फायदा और नुकसान
-मेडिकल इमरजेंसी, एजुकेशन या ट्रैवल के लिए आप अपने म्यूचुअल फंड निवेश पर लोन ले सकते हैं.
-यह सिक्योर्ड लोन होता है, लोन की प्रक्रिया पर्सनल लोन के मुकाबले थोड़ी लंबी हो सकती है. डॉक्युमेंटेशन की प्रक्रिया लंबी है, क्योंकि लोन की योग्यता सेफ्टी के वैल्यू पर आधारित होती है.
-इसमें आमतौर पर 50 हजार से 20 लाख रुपये तक का लोन अलग अलग बैंक दे रहे हैं. कुछ संस्थान इससे भी ज्यादा लोन की पेशकश कर रहे हैं.
-आमतौर पर लोन अगेंस्ट म्यूचुअल फंड में क्रेडिट स्कोर रुकावट नहीं बनता है.
-ब्याज दर कम होता है क्योंकि यह लेंडर के लिए एक सिक्योर्ड और लोन रिस्क वाला लोन है.
-इसमें प्री-पेमेंट पेनल्टी की भी जरूरत नहीं होती है.
-यह लोन ओवरड्रॉफ्ट सुविधा के तौर पर दिया जाता है. निकासी, टेन्योर और रीपेमेंट अवधि फ्लेक्सिबल है.
सेविंग्स अकाउंट जैसी स्कीम, लेकिन रिटर्न एफडी के बराबर, किसे और क्यों लगाना चाहिए पैसा
पर्सनल लोन : फायदा और नुकसान
- पर्सनल लोन अनसिक्योर्ड लोन है. आपको ऐसे लोन के लिए कोलैटरल की आवश्यकता नहीं होती है.
- लोन की अवधि 12 महीने से 60 महीने तक हो सकती है. पर्सनल लोन में प्री-पेमेंट पर पेनल्टी लगती है.
- अगर आपका क्रेडिट स्कोर अच्छा है, तो आप कम ब्याज दर पर पर्सनल लोन के लिए पात्र हैं.
-डॉक्युमेंटेशन की प्रक्रिया आसान है, प्रमुख डॉक्यूमेंट के रूप में आईडी, एड्रेस प्रूफ और इनकम सर्टिफिकेट जरूरी है.
-लोन का डिस्बर्सल तेजी से होता है. इसमें लेंडर आमतौर पर 20 हजार रुपये से 40 लाख रुपये तक लोन की पेशकश करते हैं.
- अनसिक्योर्ड लोन पर अन्य शुल्क जैसे प्रोसेसिंग फी, इंश्योरेंस चार्ज, सर्विस चार्ज देना पड़ सकता है.
(सोर्स- बैंक वेबसाइट, फंड हाउस रिपोर्ट)