/financial-express-hindi/media/member_avatars/RsG3L7DqXrOWG11NtQsz.jpeg )
/financial-express-hindi/media/media_files/lb7WiYUy40qYoMF7iCvG.jpg)
Equity Funds Return : कई म्यूचुअल फंड ऐसे हैं, जिनमें पिछले 20 साल से 15 से 18 फीसदी सालाना के हिसाब से रिटर्न मिल रहा है. (Pixabay)
Magic of SIP : क्या आप अपने रोज के खर्च का हिसाब रखते हैं कि आपने कहां कितना पैसा जेब से निकाला. अगर नहीं तो यह अच्छी आदत नहीं है. अगर हम रोज के घूमने फिरने, चाय पानी सहित तमाम खर्चों में से बस थोड़ा थोड़ा बचाने की आदत डालें तो भविष्य में बहुत बड़ा सपोर्ट मिल सकता है. इस वजह से छोटी छोटी बचत (Power of Small Savings) के महत्व को नजरअंदाज करने की बजाए समझें और अपना भविष्य मजबूत करें. हम आप भी छोटी छोटी बचत को अनुशासित तरीके से निवेश कर कंपाउंडिंग की ताकत (Power of Compounding) का फायदा उठा सकते हैं.
मान लिया कि आप अपने रोज के रूटीन में जरूरी खर्चों के साथ घूमने फिरने या बाहर जाकर खाने पीने, इंटरटेनमेंट या दोस्तों संग पार्टी जैसे खर्चों से रोज सिर्फ 250 रुपये बचा लें तो इसका बड़ा फायदा मिल सकता है. आप सोच रहे होंगे कि रोज 250 रुपये बचाने से क्या होगा. 250 रुपये रोज बचाकर भविष्य में बड़ा फंड तैयार करने में आपकी मदद कर सकता है इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Funds) में एसआईपी (SIP). असल में इक्विटी लॉन्ग टर्म में हाई रिटर्न के लिए जाना जाता है और उसमें भी इक्विटी म्यूचुअल फंड निवेश के लिए स्टॉक मार्केट की तुलना में सुरक्षित विकल्प है. म्यूचुअल फंड में भी निवेश के लिए सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान ज्यादा बेहतर विकल्प बन जाता है.
छोटी छोटी रकम निवेश की सुविधा
एसआईपी में यह सुविधा है कि निवेशक एकमुश्त निवेश करने की बजाए हर महीने एक तय राशि म्यूचुअल फंड में निवेश (Sip Investment) कर सकता है. यानी इस विकल्प में यह जरूरी नहीं है कि आप बड़ा अमाउंट निवेश करें. इसमें थोड़ी थोड़ी रकम से हर महीने निवेश करने की सुविधा है. बाजार में ऐसे कई म्यूचुअलन फंड हैं, जिनमें SIP करने वाले निवेशकों ने लंबी अवधि के दौरान बड़ा फंड बना लिया है. कुछ फंड ऐसे हैं, जिनमें पिछले 20 साल से 15 फीसदी से 20 फीसदी सालाना के हिसाब से रिटर्न मिल रहा है. लंबी अवधि में SIP से कंपाउंडिंग का भी फायदा मिलता है.
कैलकुलेशन
रोज की बचत: 250 रुपये
मंथली बचत: 7500 रुपये
मंथली एसआईपी: 7500 रुपये
निवेश करने की अवधि: 20 सालअनुमानित रिटर्न: 15 फीसदी सालाना
20 साल में कुल निवेश: 1800000 (18 Lakhs)
20 साल बाद एसआईपी की वैल्यू: 11369662 (1.1 Crores)
सेविंग्स अकाउंट जैसी स्कीम, लेकिन रिटर्न एफडी के बराबर, किसे और क्यों लगाना चाहिए पैसा
20 साल में 15% से ज्यादा रिटर्न वाले 10 फंड
SBI Consumption Opportunities: 19.17%
ICICI Pru Technology: 18.83%
Quant Small Cap: 18.62%
Sundaram Midcap: 18.30%
Nippon India Growth Fund: 18.29%
UTI Transportation & Logistic: 17.83%
Tata Midcap Growth: 17.76%
UTI Midcap: 17.36%
Franklin India Prima: 17.21%
HDFC Flexi Cap: 17.00%
क्या है पावर ऑफ कंपाउंडिंग?
इसे ऐसे समझ सकते हैं कि कहीं निवेश करने पर आपकी जो कमाई होती है, उसे भी फिर से निवेश करना कंपाउंडिंग होता है. इसमें आपको मूलधन के साथ उसके ब्याज पर भी ब्याज मिलता है. कंपाउंडिंग आपके निवेश को बढ़ाने में जहां बड़ा जरिया है. मसलन अगर आप 1 लाख रुपये निवेश करते हैं और उस पर 10 फीसदी सालाना के हिसाब से रिटर्न मिलता है तो यह एक साल बाद 110000 रुपये होगा. अगले साल इसी 110000 रुपये पर 10 फीसदी ब्याज मिलेगा. और मेच्योरिटी अवधि तक इसी तरह आपको ब्याज पर ब्याज मिलता रहेगा.
(Disclaimer: म्यूचुअल फंड में निवेश बाजार के जोखिमों के अधीन है. फाइनेंशियल एक्सप्रेस किसी भी तरह के निवेश की सलाह नहीं देता है. निवेश से पहले खुद पड़ताल करें या अपने वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें.)