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Mahila Samman Savings Certificate: इस स्कीम में जमा पर 7.5 फीसदी की दर से सालाना ब्याज मिलता है. (Image: Freepik)
Mahila Samman Savings Certificate : साल 2023 के बजट में सरकार ने महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट यानी एमएसएससी (Mahila Samman Savings Certificate-MSSC) स्कीम का एलान किया था. सरकार द्वारा महिला निवेशकों के लिए शुरू की गई महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट एक स्मॉल सेविंग स्कीम है. जिसका मकसद भारत की महिलाओं में बचत की आदत डालना है.
क्या इस बजट में MSSC स्कीम को आगे बढ़ाने का हुआ एलान?
जवाब है नहीं, साल 2024 के बजट में सरकार द्वारा महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट को लेकर कोई एलान नहीं किया गया. फिलहाल इस स्कीम पर ब्याज दर और निवेश की समय सीमा पहले की ही तरह है. यानी अप्रैल 2023 से शुरू की गई ये स्कीम 31 मार्च 2025 तक सब्सक्रिप्शन के लिए उपलब्ध रहेगी.
क्या है महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट?
महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट सरकार द्वारा 2023 के बजट में महिलाओं के लिए शुरू की गई स्मॉल सेविंग स्कीम है. जिसका उद्देश्य महिला निवेशकों में बचत की आदत को बढ़ावा देना है. गौर करने वाली बात है कि महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट अप्रैल 2023 से मार्च 2025 तक यानी 2 साल के लिए उपलब्ध एक वन टाइम निवेश स्कीम है. पोस्ट ऑफिस के जरिए 1 अप्रैल, 2023 से और कुछ सरकारी-प्राइवेट बैंकों के माध्यम से जून 2023 से महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम का संचालन किया जा रहा है.
पोस्ट ऑफिस के अलावा इन बैंकों में खुलवा सकते हैं MSSC अकाउंट?
27 जून, 2023 को जारी एक ई-गजट में भारत सरकार के वित्त मंत्रालय के तहत आने वाले इकोनॉमिक अफेयर डिपार्टमेंट ने सभी सरकारी और क्वॉलिफाईड प्राइवेट बैंकों को महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट 2023 को को लागू करने और संचालन करने की अनुमति दी. उसके बाद पोस्ट ऑफिस के अलावा कुछ बैंकों में महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम के तहत महिलाओं और बच्चियों के नाम पर खाता खुलवाने की सुविधा उपलब्ध हो सकी. इनमें बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, बैंक ऑफ इंडिया, पीएनबी और यूनियन बैंक ऑफ इंडिया शामिल हैं.
महिला निवेशक, जो निवेश के लिए किसी बेहतर और पूरी तरह से सुरक्षित विकल्प की तलाश में हैं तो वह सरकार द्वारा समर्थित महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट (MSSC) स्कीम में पैसा लगा सकती हैं. ये स्कीम पोस्ट ऑफिस और कुछ चुनिंदा सरकारी और प्राइवेट बैंकों द्वारा चलाई जा रही है.
निवेश पर कितना मिलेगा रिटर्न
2 साल की मैच्योंरिटी वाली इस स्कीम पर 7.5 फीसदी सालाना ब्याज मिल रहा है.
इस हिसाब से देखें तो इस स्कीम में 1 लाख रुपये के निवेश पर 7.5 फीसदी की दर के हिसाब से मैच्योरिटी के बाद महिला निवेशक को करीब 1.16 लाख रुपये मिलेंगे. वहीं अगर कोई महिला इस स्कीम में 2 लाख रुपये पैसे रखती है तो 7.5 फीसदी की दर के हिसाब से 2 साल बाद उसे करीब 2.32 लाख रुपये मिलेंगे. यानी अधिकतम 32,044 रुपये ब्याज हासिल किया जा सकता है.
ब्याज तिमाही रूप से कंपाउंडेड है और महिला या बच्ची के नाम पर खुलवाए गए खाते में जमा किया जाएगा.
लागू ब्याज 2 साल बाद या खाता बंदी के समय या मैच्योरिटी से पहले निकासी पर या आंशिक निकासी के समय देय होगा.
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कौन खुलवा सकता है MSSC अकाउंट
किसी भी उम्र की भारतीय महिला.
कानूनी अभिभावक द्वारा भी नाबालिग बच्ची के नाम पर भी महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट स्कीम के लिए अकाउंट खोला जा सकता है. यानी इसे कोई महिला अपने लिए या किसी नाबालिग बच्ची के मामले में अभिभावक की ओर से यह अकाउंट खोला जा सकता है.
कितने लोगों के नाम पर खुल सकता है MSSC अकाउंट
यह अकाउंट किस प्रकार का है आइए जानते हैं इसके बारे में
इस योजना के तहत सिर्फ सिंगल अकाउंट खोला जा सकता है.
नाबालिग बच्ची के नाम पर खोला गया अकाउंट अभिभावक द्वारा उसके वयस्क होने तक संचालित किया जा सकता है.
संयुक्त खाता खुलवाने की अनुमति नहीं है.
स्कीम में अधिकतम आप कितना रख सकती हैं पैसे
महिला सम्मान सेविंग सर्टिफिकेट एक वन टाइम डिपॉजिट स्कीम है जो देश की महिलाओं के लिए है. इस स्कीम में कम से कम 1000 रुपये और अधिकतम 2 लाख रुपये तक निवेश करने की सुविधा है. जमा राशि सिर्फ 100 रुपये के गुणकों में ही होगी.
इस योजना के तहत दूसरा खाता खोलने के लिए मौजूदा खाता खोलने की तारीख से तीन महीने का समय अंतराल होगा.
किसी सिंगल जमाकर्ता के लिए खातों की संख्या की कोई सीमा नहीं है, बशर्ते कि उसके लिए इस स्कीम के सभी खातों की कुल जमा रकम 2 लाख रुपये से अधिक न हो.
इसमें 2 साल बाद डिपॉजिट रकम और ब्याज को मिलाकर पूरा पैसा मिल जाता है.
कितने समय में मैच्योर होती है स्कीम
इस योजना के तहत जमा रकम, खाता खुलवाने की तारीख से 2 साल पूरे होने पर मैच्योर हो जाएगी.
आंशिक निकासी
खाता खुलवाने की तारीख से एक साल पूरे होने के बाद पात्र शेष रकम के अधिकतम 40 फीसदी तक हिस्से को निकाला जा सकता है. मैच्योरटी से पहले आंशिक निकासी की सुविधा सिर्फ एक बार उपलब्ध होगी.
मैच्योरिटी के समय फॉर्म-2 को डिपॉजिट करके आप रकम की निकासी कर सकते हैं.
अगर अकाउंट से मैच्योरिटी पीरियड से पहले रकम निकालनी है तो ये सुविधा आपको 6 महीने बाद मिल जाती है.
ऐसे में फॉर्म-3 को जमा करके 40 फीसदी तक रकम निकाला जा सकता है.
मैच्योरटी से पहले कब बंद हो सकता है खाता?
इन मामलों में मैच्योरटी से पहले खाता बंद करने की अनुमति है.
खाताधारक की मृत्यु पर.
खाताधारक की जीवन-घातक बीमारियों के मामले में चिकित्सा सहायता.
अभिभावक की मृत्यु के परिणामस्वरूप खाते के संचालन में कठिनाई होने पर.
उपरोक्त कारणों से खाता बंद होने पर जमा रकम पर योजना के लिए तय ब्याज दर पर ब्याज का लाभ मिलेगा. इसके अलावा अन्य कारणों से खाता खोलने की तारीख से 6 महीने की समाप्ति के बाद किसी भी समय खाता बंद करने की अनुमति दी जा सकती है.
मैच्योरिटी से पहले निकासी पर 2 फीसदी ब्याज काट लिया जाता है यानी महिला निवेशक को 5.2 फीसदी की दर से जमा पर ब्याज लाभ मिलता है.
क्या टैक्स बेनिफिट मिलेगा?
वित्त मंत्रालय के 5 अप्रैल, 2023 को जारी एक नोटिफिकेशन के मुताबिक इस योजना के तहत किए गए निवेश पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80सी के तहत छूट नहीं मिलती है. इस पर हासिल किए गए ब्याज के लिए टैक्स चुकाना होगा.
कैसे खुलवा सकते हैं अकाउंट
अगर कोई महिला सम्मान बचत प्रमाणपत्र योजना में निवेश करना चाहता है तो पोस्ट ऑफिस या बैंक में अकाउंट खुलवा सकता है. इस स्कीम की एक खासियत ये है कि किसी भी उम्र की महिला अपने नाम पर निवेश कर सकती है.
अगर परिवार में कोई नाबालिग बच्ची है तो उसके नाम पर पैरेंट्स या अभिभावक MSSC स्कीम के तहत अकाउंट खुलवा सकते हैं. अकाउंट ओपन करवाते समय आपको फॉर्म-1 भरना होगा. साथ ही केवाईसी डॉक्यूमेंट्स जैसे आधार कार्ड, पैन कार्ड और फोटो ग्राफ जरूरी होंगे.