/financial-express-hindi/media/media_files/2024/10/21/o7OU8NrwdLm94LJJ6sjo.jpg)
SIP उन लोगों के लिए एक बेहतरीन निवेश विकल्प है जिनकी आय कम है या जो नियमित रूप से मंथली, तिमाही या सालाना आधार पर एक निश्चित रकम निवेश करना चाहते हैं. (Image: Pixabay)
Mutual Fund SIP: सिस्टमैटिक इंवेस्टमेंट प्लान यानी एसआईपी (SIP) एक फाइनेंशियल प्लान है जो निवेशकों को सावधानीपूर्ण और सूचित तरीके से निवेश करने का एक मौका प्रदान करती है. इसमें निवेशक एकमुश्त निवेश की बजाय छोटी-छोटी रकम एसआईपी के जरिए म्यूचुअल फंड में निवेश करते हैं. म्यूचुअल फंड एसआईपी से निवेशकों को अपने वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में मदद मिलती है. इसमें नियमित रुप से निवेश की गई रकम पर कंपाउंडिंग का लाभ भी मिलता है. इसमें लिक्विडिटी की सुविधा होती है. यह उन लोगों के लिए एक बेहतर निवेश विकल्प है जिनकी आय कम है या जो नियमित रूप से मंथली, तिमाही या सालाना आधार पर निवेश करना चाहते हैं. म्यूचुअल फंड एसआईपी क्या है? और इसके जरिए कैसे हजार रुपये की SIP करोड़ों में फंड बदल सकती है. आज हम इस बारे में समझेंगे.
म्यूचुअल फंड में एसआईपी क्या है ?
SIP म्यूचुअल फंड में निवेश करने का एक आसान और समझदारीभरा तरीका है जिसमें लोग एक निश्चित फंड योजना का चयन करता है और समय-समय पर छोटी रकम में निवेश करता है. इस प्रणाली की विशेषता यहां पर है कि यह वित्तीय स्थिति को सुधारने के लिए नियमित रूप से निवेश करने की अनुमति देती है, जिससे हाई रिटर्न की संभावना बनी रहती है. म्यूचुअल फंड निवेश का एक बेहद सरल तरीका है. आप इसमे नियमित अंतराल पर निवेश करके अपने वित्तीय लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं .
सिस्टमेटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) में नियमित निवेश करने से आप कंपाउंडिंग की ताकत का फायदा उठा सकते हैं और अपने रिटर्न को बढ़ा सकते हैं. यह निवेश विकल्प आपको रिटायरमेंट, शिक्षा या घर खरीदने जैसे वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में मदद करता है.
म्यूचुअल फंड एसआईपी के फायदे
SIP के माध्यम से निवेश करने से आपको बाजार की अस्थिरता या उतार-चढ़ाव से बचने का मौका मिलता है, क्योंकि वह नियमित निवेश में बदलते बाजार की स्थिति से निरंतर बदलती रहती है. इससे आपकी वित्तीय स्थिति में स्थिरता बनी रहती है और संवेदनशीलता की दिशा में मदद मिलती है. एसआईपी में निवेश की गई रकम को विभिन्न एसेट क्लास में निवेश किया जाता है, जिससे जोखिम कम होता है. इसमें आपको लिक्विडिटी की सुविधा, टैक्स बेनिफिट जैसे कई लाभ मिलते हैं.
एसएसआईपी नियमित रूप से निवेश करने की आदत को बढ़ावा देता है. इसमें लंबी अवधि के लिए निवेश करना होता है, जिससे बड़ा फंड जुटाने और वित्तीय लक्ष्यों को पूरा करने में मदद मिलती है. एसआईपी में निवेशक नियमित रुप से कम रकम से निवेश शुरू करके बड़ा फंड जुटा सकते हैं.
आइए अब समझते हैं कि कैसे एक निवेशक हर महीने सिर्फ 1000 रुपये लगाकर करोड़ों का फंड जुटा सकता है.
1000 रुपये की मंथली SIP से बनाएं 3 करोड़ से अधिक का फंड
मान लीजिए अगर कोई निवेशक 20 साल की उम्र में अपनी सेविंग में से निकालकर हर महीने सिर्फ 1000 रुपये म्यूचुअल फंड SIP करना शुरू किया. उसने इस पर अनुमानित रिटर्न 12 फीसदी से 15 फीसदी सालाना माना. हर साल उसने एसआईपी में 12000 रुपये निवेश किया. उसने अपना निवेश इसी तरह से रिटायरमेंट तक यानी 60 साल की उम्र तक जारी रखा. इस तरह से उनके निवेश की कुल अवधि 40 साल हुई. 60 साल की उम्र में उसके द्वारा म्यूचुअल फंड SIP के जरिए कुल निवेश 48,0000 रुपये हुआ. इस पर 12 फीसदी सालाना की दर से रिटर्न मिला तो 40 साल बाद उसके निवेश की वैल्यू 1 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई. वहीं म्यूचुअल फंड SIP पर अगर 15 फीसदी सालाना की दर से रिटर्न मिला तो 40 साल बाद निवेश की वैल्यू 3 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई.
मंथली SIP: 1000 रुपये
निवेश की अवधि : 40 साल
अनुमानित रिटर्न : 12 फीसदी सालाना
40 साल में कुल निवेश रकम : 4,80,000 रुपये
60 साल बाद SIP की कुल वैल्यू : 1.18 करोड़ रुपये
ब्याज का फायदा :1.14 करोड़ रुपये
समान निवेश रकम अगर अनुमानित रिटर्न : 15 फीसदी सालाना मान, तो
60 साल बाद SIP की कुल वैल्यू : लगभग 3.14 करोड़ रुपये
ब्याज का फायदा : लगभग 3.09 करोड़ रुपये
(नोट : कैलकुलेशन में एसआईपी डिजिटल कैलकुलेटर की मदद ली गई है.)
ध्यान रहे जितना अधिक आप अपने निवेश को लंबी अवधि तक बनाए रखेंगे, उतनी ही अधिक कंपाउंडिंग का फायदा मिलेगा.
(नोट : हमने यहां एक म्यूचुअल फंड स्कीम के प्रदर्शन के आधार पर जानकारी दी है. यह निवेश की सलाह नहीं है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें.)