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SIP Pause : एसआईपी में 'पॉज' की सुविधा क्या है? इसे कब चुन सकते हैं? इसके लिए क्या करना होगा? आइए जानते हैं . (Image: Pixabay)
बीते कुछ हफ्तों से शेयर बाजार को गिरावट का सामना करना पड़ रहा है, आने वाले दिनों में भी इसी तरह के रुझान की आंशका है. बाजार में जारी गिरावट का असर निवेशकों को प्रभावित कर रहा है. इक्विटी में पैसा लगाए निवेशकों को ये रुझान हर दिन भारी पड़ रहा है. बाजार में जारी गिरावट से इक्विटी के वैल्यू में कमी आई, जिससे निवेशकों को नुकसान हुआ है. ऐसे में सिस्टमैटिक इन्वेस्टमेंट प्लान (एसआईपी) के जरिए नियमित रुप से म्यूचुअल फंड में पैसा लगा रहे निवेशकों को भी नुकसान हो सकता है. हालांकि म्यूचुअल फंड SIP के निवेशक पॉज विकल्प चुनकर अपने निवेश को कुछ समय के लिए रोक कर सकते हैं. SIP में 'पॉज' विकल्प क्या है? इसे कब चुना जा सकता है? इसके लिए क्या करना होगा? आइए समझते हैं इन सभी पहलुओं के बारे में.
SIP में 'पॉज' विकल्प क्या है?
एसआईपी पॉज (SIP Pause) विकल्प निवेशकों को एक खास तरह की सुविधा देता है. इस सुविधा का इस्तेमाल निवेशक कुछ समय के लिए अपने निवेश को अस्थायी रुप से रोक सकते हैं. अचानक आई फ्राइनेंशियल क्राइसिस या मौजूदा बाजार में जारी गिरावट के असर से बचने के लिए वे म्यूचुअल फंड एसआईपी में अपने निवेश को बंद करने की बजाए, इसे कुछ दिन के लिए रोकने का चयन का सकते हैं. पहले यह सुविधा 1 से 3 महीने की थी, लेकिन अब कुछ फंड हाउस ने इसे 6 महीने तक बढ़ा दिया है.
अगर आप 6 महीने के लिए एसआईपी ‘पॉज’ का विकल्प लेते हैं तो 6 महीने बाद एसआईपी की रकम आपके खाते से खुद ही कटने लगेगी. इस पर कोई अतिरिक्त ब्याज नहीं भी देना होगा. यानी आपकी एसआईपी बंद नहीं होगी, लक्ष्य पूरा हासिल करने के लिए आप इसे 6 महीने एक तरह से और एक्सटेंड कर देते हैं.
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कब चुन सकते हैं SIP पॉज का विकल्प?
फाइनेंशियल क्राइसिस: चुनौतीपूर्ण समय के दौरान, जैसे कि मेडिकल इमरजेंसी, नौकरी छूटना, या अचानक से कुछ अप्रत्याशित खर्च आने पर एसआईपी पॉज आपको वित्तीय रूप से राहत दे सकती है. इससे जो रकम बच रही है, उसका इस्तेमाल ज्यादा जरूरी मामलों के लिए कर सकते हैं.
करियर में बदलाव: कई बार करियर में बदलाव के दौरान नौकरी में बदलाव करना पड़ता है, या नौकरी से कुछ महीने की रेस्ट लेकर हायर एजुकेशन का प्लान होता है, या कुछ नया बिजनेस शुरू करने का प्लान हो सकता है, जिसके चलते खर्च बढ़ जाता है. इन कंडीशंस में भी एसआईपी पॉज का विकल्प ले सकते हैं.
व्यक्तिगत आवश्यकताएं: शादी विवाह, घर खरीदने या फैमिली से जुड़े अन्य किसी इवेंट पर जब अचानक से खर्च बढ़ जाए तो एसआईपी पॉज से कुछ महीने वित्तीय रूप से कुछ राहत जरूर मिल सकती है.
सुविधा लेने के लिए क्या करना होगा?
अगर आप भी एसआईपी 'पॉज' की सुविधा लेना चाहते हैं तो एसेट मैनेजमेंट कंपनी यानी एएमसी को मेल के जरिए इसकी जानकारी दे सकते हैं. आपकी कंपनी कितने दिनों की पॉज सुविधा देती है, उसी हिसाब से आपको 'पॉज' करने की रिक्वेस्ट डालनी होगी. यानी अगर कंपनी 1 से 6 महीने के लिए यह सुविधा दे रही है तो आप कम से कम 1 महीने और ज्यादा से ज्यादा 6 महीने के लिए ही एसआईपी पॉज कर सकते हैं. मेल में आपको अपने फोलियो नंबर की जानकारी देनी होगी. जिसके बाद कंपनी आपको यह सुविधा देगी. 'पॉज' पीरियड खत्म होने के बाद एसआईपी जारी हो जाएगा.
निवेश बंद करना समझदारी नहीं
अगर किसी तरह की वित्तीय परेशानी आए और आपको लगता है कि आगे चीजें सुधरेंगी तो एसआईपी बंद नहीं करना चाहिए. इसके बजाए आप एसआईपी पॉज की सुविधा ले सकते हें. इससे आपके निवेश का लक्ष्य प्रभावित नहीं होता है. मिसाल के लिए कोविड महामारी के दौरान ज्यादातर लोगों को फाइनेंशियल क्राइसिस का सामना करना पड़ रहा था. जिसके चलते बहुत लोगों ने एसआईपी में 'पॉज' विकल्प को चुना था. कुछ समय बीत जाने के बाद फिर से एसआईपी चालू किया. बता दें कि कोविड 19 के बाद बाजार में रिकवरी शुरू हुई तो यह बहुत लंबी चली.
अब जिओ-पॉलिटिकल टेंशन समेत कई घरेलू और अंतरराष्ट्रीय कारकों के चलते शेयर बाजार में बीते कुछ दिनों से गिरावट देखी जा रही है. ऐसे में निवेशकों को हर दिन भारी पड़ रहा है. एसआईपी के जरिए थोड़ी-थोड़ी करके म्यूचुअल फंड में नियमित रूप से मंथली या तिमाही आधार पर निवेश कर रहे निवेशक किसी तरह के नुकसान से बचने के लिए कुछ समय के लिए पॉज सुविधा का इस्तेमाल कर सकते हैं. तय समय के बाद फिर से एसआईपी चालू हो जाएगी.