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ICICI Prudential Mutual Fund NFO में सब्सक्रिप्शन आज यानी सोमवार 18 नवंबर से खुल गया है. (Image : Pixabay)
ICICI Prudential Mutual Fund NFO Review: आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड के एक न्यू फंड ऑफर (New Fund Offer) में सब्सक्रिप्शन आज यानी सोमवार 18 नवंबर से खुल गया है. यह एनएफओ जिस इक्विटी स्कीम में निवेश का मौका दे रहा है, वह ‘मिनिमम वैरिएंस’ थीम पर आधारित है. आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल इक्विटी मिनिमम वैरिएंस फंड (ICICI Prudential Equity Minimum Variance Fund) के नाम से लॉन्च की गई यह स्कीम निफ्टी 50 (Nifty 50) इंडेक्स में शामिल कम वोलैटिलिटी वाले स्टॉक्स में निवेश करेगी और निवेशकों को लॉन्ग टर्म में स्टेबल रिटर्न देने की कोशिश करेगी. ICICI प्रूडेंशियल म्यूचुअल फंड के इस NFO में सब्सक्रिप्शन 2 दिसंबर 2024 तक खुला रहेगा.
स्कीम की इनवेस्टमेंट स्ट्रैटजी
ICICI प्रूडेंशियल इक्विटी मिनिमम वैरिएंस फंड NFO के जरिये जुटाई गई रकम को उन लार्ज कैप स्टॉक्स में इनवेस्ट किया जाएगा, जिनका वैरिएंस (Variance) यानी कीमतों में उतार-चढ़ाव कम होगा. जिन शेयर्स की कीमतों में उथल-पुथल (volatility or movement) कम होती है और जो लंबी अवधि के दौरान एक जैसे रिटर्न देते हैं, उन्हें कम वैरिएंस वाला स्टॉक (low variance stock) माना जाता है. यानी यह NFO मुख्य रूप से Nifty 50 के लो वैरिएंस वाले शेयरों में निवेश करेगा. इस रणनीति का मकसद निवेशकों को स्कीम के बेंचमार्क निफ्टी 50 टोटल रिटर्न इंडेक्स (Nifty 50 TRI) की तुलना में बेहतर रिटर्न देना है, वह भी इंडेक्स के मुकाबले कम वोलैटिलिटी के साथ. निफ्टी 50 के शेयरों में निवेश करने का मतलब यह भी है कि यह स्कीम स्टॉक्स का सेलेक्शन देश की टॉप 50 कंपनियों में से ही करेगी.
इस स्कीम में पॉजिटिव क्या है?
निवेश के लिहाज से इस स्कीम में कई ऐसी खूबियां हैं, जिनकी वजह से इनवेस्टर इनमें पैसे लगाने पर विचार कर सकते हैं.
1. रिस्क मैनेजमेंट: मिनिमम वैरिएंस थीम पर आधारित होने के कारण यह स्कीम पोर्टफोलियो में वोलैटिलिटी यानी अस्थिरता को कम करने के लिए लिहाज से सही विकल्प साबित हो सकती है.
2. स्टेबल रिटर्न की संभावना: कम वैरिएंस की रणनीति के चलते यह स्कीम लंबी अवधि में ज्यादा स्टेबल रिटर्न देने की संभावना रखती है. यानी बाजार में उतार-चढ़ाव के दौरान भी यह स्कीम स्थिर रिटर्न दे सकती है.
3. लार्ज कैप पर फोकस: इस फंड के लिए स्टॉक्स का सेलेक्शन निफ्टी 50 में से ही किया जाएगा. यानी स्कीम का निवेश सिर्फ स्टेबल प्रदर्शन करने वाली लार्ज कैप कंपनियों में होगा. लार्ज कैप कंपनियों की मजबूती के चलते इस स्कीम को तुलनात्मक रूप से ज्यादा सुरक्षित कहा जा सकता है.
NFO की खास बातें
- सब्सक्रिप्शन खुलने की तारीख: 18 नवंबर 2024
- सब्सक्रिप्शन बंद होने की तारीख: 2 दिसंबर 2024
- इनवेस्टमेंट ऑप्शन: ग्रोथ प्लान और IDCW (Income Distribution and Capital Withdrawal)
- मिनिमम इनवेस्टमेंट:
- 5,000 रुपये से शुरू
- एडिशनल इनवेस्टमेंट : 1,000 रुपये के मल्टीपल में
- मंथली SIP : 100 रुपये से शुरू
- एग्जिट लोड:
- 12 महीने से पहले एग्जिट करने पर 1%
- 12 महीने के बाद कोई एग्जिट लोड नहीं
- रिस्क लेवल: बहुत अधिक जोखिम (Very High Risk)
क्या आपको इस स्कीम में निवेश करना चाहिए?
यह स्कीम उन निवेशकों के लिए सही विकल्प है, जो मजबूत फंडामेंटल्स, हाई कैश फ्लो और डिविडेंड यील्ड वाली लार्ज कैप कंपनियों में निवेश करना पसंद करते हैं और अपने निवेश पर मार्केट वोलैटिलिटी के असर को कम रखते हुए लंबी अवधि में अच्छी कैपिटल ग्रोथ हासिल करना चाहते हैं. लार्ज कैप में निवेश के कारण इस स्कीम को मिड कैप और स्मॉल कैप फंड्स के मुकाबले कम रिस्की माना जा सकता है. लेकिन मार्केट आधारित स्कीम होने की वजह से इसे रिस्कोमीटर पर वेरी हाई रिस्क कैटेगरी में ही रखा गया है. यानी इसमें निवेश उन्हीं लोगों को करना चाहिए, जो ज्यादा जोखिम उठाने की क्षमता रखते हैं. निवेश के बारे में कोई भी फैसला करने से पहले रिस्क फैक्टर्स को ध्यान में रखना जरूरी है.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का मकसद सिर्फ जानकारी देना है, किसी स्कीम में निवेश की सिफारिश करना नहीं. निवेश से जुड़े फैसले अपने निवेश सलाहकार की राय लेने के बाद ही करें.)