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NFO Updates : यह फंड इक्विटी, फिक्स्ड इनकम और कमोडिटीज के विशिष्ट रिस्क-रिटर्न प्रोफाइल का लाभ उठाने के लिए डिजाइन किया गया है. (AI Generated)
Franklin India Multi Asset Allocation Fund : फ्रैंकलिन टेम्पलटन (इंडिया) ने अपना न्यू फंड ऑफर (NFO), फ्रैंकलिन इंडिया मल्टी एसेट एलोकेशन फंड लॉन्च किया है. यह एनएफओ (New Fund Offer) पब्लिक सब्सक्रिप्शन के लिए 11 जुलाई से 25 जुलाई 2025 तक खुला रहेगा. यह एक ओपन-एंडेड मल्टी एसेट एलोकेशन फंड है जो इक्विटी, डेट और कमोडिटीज में निवेश करेगा. यह फंड सक्रिय रूप से मैनेज किया जाएगा और इसका उद्देश्य लंबी अवधि में हाई रिटर्न देना है.
इसके लिए यह फंड लार्जकैप (Large Cap), मिडकैप (Mid Cap) और स्मॉलकैप (Small Cap) कंपनियों के शेयरों में निवेश करेगा. इस फंड द्वारा ग्रोथ और वैल्यू दोनों तरह की स्ट्रैटेजी अपनाया जाएगा. साथ ही, कुछ निवेश बॉन्ड, मनी मार्केट और कमोडिटी में किया जाएगा. स्कीम इंफॉर्मेशन डॉक्युमेंट (SID) के अनुसार, इस फंड का लक्ष्य है लंबे समय में निवेशकों की दौलत में इजाफा करना.
NFO : फंड की डिटेल
फंड हाउस : फ्रैंकलिन टेम्पलटन म्यूचुअल फंड
इश्यू ओपेन डेट : 11 जुलाई, 2025
इश्यू क्लोजिंग डेट : 25 जुलाई, 2025
टाइप : ओपेन एंडेड
कैटेगरी : हाइब्रिड - मल्टी एसेट एलोकेशन
मिनिमम इन्वेस्टमेंट : 5,000 रुपये
लॉक इन पीरियड : कुछ नहीं
एग्जिट लोड : 1 साल के पहले भुनाने पर 0.5%
रिस्कोमीटर : वेरी हाई
बेंचमार्क : NIFTY 500 TRI (65), NIFTY Short Duration Index (20), Domestic Price of Gold (5), MCX I-COMDEX Composite Index (5), Domestic Price of Silver (5)
फ्लेक्सिबल एलोकेशन स्ट्रैटेजी
इस फंड (Mutual Fund) के लॉन्च पर फ्रैंकलिन टेम्पलटन–इंडिया के प्रेसिडेंट अविनाश सत्वालकर ने कहा कि इस नई स्कीम को निवेशकों की प्राथमिकताओं, लक्ष्य और चुनौतियों को समझने और उनके लॉन्ग टर्म फाइनेंशियल उद्देश्यों को पूरा करने को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है.
यह फंड एक फ्लेक्सिबल एलोकेशन स्ट्रैटेजी अपनाएगा, जो इक्विटी, फिक्स्ड इनकम और कमोडिटीज के विशिष्ट रिस्क-रिटर्न प्रोफाइल का लाभ उठाने के लिए डिजाइन किया गया है. मौजूदा अस्थिर माहौल में, जहां इक्विटी वैल्यूएशन ऊंचे हैं और बॉन्ड यील्ड्स स्थिर हो रहे हैं, ऐसे में गोल्ड जैसी कमोडिटीज के साथ इन एसेट क्लासेस का संयोजन बेहतर रिस्क-एडजस्टेड रिटर्न दे सकता है.
क्या हैं फंड की इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजी
फ्रैंकलिन टेम्पलटन के चीफ इन्वेस्टमेंट ऑफिसर – (इमर्जिंग मार्केट्स इक्विटी - इंडिया), जानकीरमन आर का कहना है कि इक्विटी में निवेश पोर्टफोलियो ग्रोथ के लिए जरूरी है, लेकिन इनमें स्वाभाविक रूप से अस्थिरता और समय-समय पर गिरावट होती है. भारत के लिए हमारा लंबी अवधि का आउटलुक पॉजिटिव है, लेकिन निकट भविष्य में बाजार पर प्रभाव डालने वाले कुछ फैक्टर हैं – जैसे कि लिमिटेड अर्निंग ग्रोथ, हाई वैल्यूएशन और जियो-पॉलिटिकल रिस्क.
कम जोखिम के साथ ग्रोथ का अवसर
ऐसे में डेट और गोल्ड जैसे अन्य एसेट क्लासेज में एक्सपोजर पोर्टफोलियो को अस्थिरता और गिरावट से बचाने में मदद कर सकता है. इसी को ध्यान में रखते हुए हम एक ऐसा फंड पेश कर रहे हैं जो कई एसेट क्लासेज में डाइवर्सिफिकेशन लाता है. इक्विटी एलोकेशन के लिए यह फंड एक बॉटम-अप क्यूजीएसवी (QGSV) फ्रेमवर्क (क्वालिटी, ग्रोथ, सस्टेनेबिलिटी और वैल्यूएशन) का उपयोग करता है और सेक्टर्स और मार्केट कैप में अच्छी तरह से डाइवर्सिफाइड स्ट्रैटेजी अपनाता है.
फ्रैंकलिन टेम्पलटन के सीआईओ– इंडिया फिक्स्ड इनकम, राहुल गोस्वामी का कहना है कि पिछले 20 साल में टॉप-परफॉर्मिंग एसेट क्लास समय-समय पर इक्विटी, फिक्स्ड इनकम और कमोडिटीज के बीच बदलता रहा है. इस के चलते समय के अनुसार इन तीनों में बैलेंस एलोकेशन वाला पोर्टफोलियो निवेशकों को कम जोखिम के साथ ग्रोथ का अच्छा अवसर दे सकता है.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का मकसद सिर्फ जानकारी देना है, निवेश की सिफारिश करना नहीं. निवेश से जुड़े फैसले लेने से पहले अपने निवेश सलाहकार की राय जरूर लें.)