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e-PAN कार्ड ऑनलाइन डाउनलोड करने से जुड़ा अगर आपको भी कोई ईमेल आया है तो सावधान हो जाइए क्योंकि ये एक फिशिंग स्कैम हो सकता है. (Image: X/@PIBFactCheck)
e-PAN Card Online download: क्या आपको भी ई-पैन कार्ड ऑनलाइन डाउनलोड (Download e-PAN Card Online) करने से जुड़ा कोई ईमेल आया है. अगर ऐसा है तो सावधान हो जाइए क्योंकि यह एक फिशिंग स्कैम हो सकता है. आजकल साइबर ठग नए-नए तरीकों से आम लोगों को चूना लगाने की फिराक में हैं. इस बार उनका निशाना बना है ई-पैन कार्ड डाउनलोड से जुड़ा एक फर्जी ईमेल, जो इनकम टैक्स डिपार्टमेंट की ओर से होने का दावा करता है. इस स्कैम की पहचान प्रेस इंफॉर्मेशन ब्यूरो (PIB) फैक्ट चेक ने की है और लोगों को आगाह भी किया है.
e-PAN कार्ड से जुड़े इमेल पर PIB Fact Check का अलर्ट
पीआईबी फैक्ट चेक (PIB Fact Check) टीम ने अपने एक लेटेस्ट पोस्ट में e-PAN कार्ड डाउनलोड करने के नाम पर भेजे जा रहे ईमेल को फर्जी बताया है.
📢Have you also received an email asking you to download e-PAN Card❓#PIBFactCheck
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) July 6, 2025
⚠️This Email is #Fake
✅Do not respond to any emails, links, calls & SMS asking you to share financial & sensitive information
➡️Details on reporting phishing E-mails: https://t.co/nMxyPtwN00pic.twitter.com/6PD3FcPR52
टीम ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है और कहा है कि ऐसे किसी भी ईमेल, लिंक, कॉल या SMS का जवाब न दें, जो आपसे बैंक डिटेल्स या कोई संवेदनशील जानकारी मांगते हैं. यह भी स्पष्ट किया गया है कि ऐसे मैसेज, इमेल या कॉल स्कैमर्स की तरफ से भेजे या किए जाते हैं, जो धोखाधड़ी के इरादे से आपकी निजी जानकारी चुराने की कोशिश करते हैं. टीम ने चेतावनी दी है कि अगर आपको ऐसा कोई फिशिंग ईमेल मिले, तो उसकी तुरंत रिपोर्ट करें. आइए जानते हैं फिशिंग क्या है? और फिशिंग वाले इमेल मिलने पर रिपोर्ट करने के तरीके के बारे में
फिशिंग क्या है?
फिशिंग एक ऐसा तरीका है जिसमें लोग संवेदनशील जानकारी जैसे कि यूजरनेम, पासवर्ड और क्रेडिट कार्ड विवरण हासिल करने की कोशिश करते हैं, जबकि वे एक भरोसेमंद संस्था के रूप में पेश आते हैं. यह आमतौर पर वित्तीय संस्थानों, लोकप्रिय सोशल वेबसाइटों, नीलामी साइटों, ऑनलाइन भुगतान प्रोसेसर या आईटी प्रशासकों के नाम से होती है, ताकि आम लोगों को धोखा दिया जा सके. फ़िशिंग आमतौर पर ई-मेल या इंस्टेंट मैसेजिंग के जरिए की जाती है और यह अक्सर उपयोगकर्ताओं को एक फर्जी वेबसाइट पर जाने के लिए कहती है, जो देखने में असली वेबसाइट के समान होती है.
ऐसे मेल आने पर यहां करें रिपोर्ट
अगर आपको कोई ई-मेल मिले या कोई वेबसाइट मिले जो आपको लगता है कि आयकर विभाग की कॉफी कर रहा है, तो उस ई-मेल या वेबसाइट का लिंक webmanager@incometax.gov.in पर भेजें. आप इसकी एक कॉपी incident@cert-in.org.in पर भी भेज सकते हैं.
- आप संदेश को जैसे है, वैसे ही फॉरवर्ड कर सकते हैं या ई-मेल के इंटरनेट हेडर को भी प्रदान कर सकते हैं. इंटरनेट हेडर में अतिरिक्त जानकारी होती है जो हमें भेजने वाले को ढूंढने में मदद करती है.
- जब आप ई-मेल या हेडर की जानकारी हमें भेज दें, तो उस संदेश को डिलीट कर दें.
- अगर आपको आयकर विभाग से संबंधित कोई फ़िशिंग मेल मिले, तो उसे incident@cert-in.org.in पर फॉरवर्ड करें.
आयकर विभाग की लोगों की नसीहत
इस नए तरीके के स्कैम को लेकर आयकर विभाग लगातार लोगों को आगाह कर रहा है. विभाग ई-पैन डाउनलोड करने के लिए मिले ईमेल को लेकर सावधान रहने की बात भी कहता है. ऐसे ईमेल में अक्सर फिशिंग लिंक होते हैं जो आपकी पर्सनल डिटेल चोरी करने के लिए डिज़ाइन किए जाते हैं. हाल ही में आयकर विभाग ने एक चेतावनी जारी की है जिसमें कहा गया है कि वे कभी भी ई-मेल के माध्यम से आपके पिन नंबर, पासवर्ड या किसी अन्य वित्तीय खाते की जानकारी नहीं मांगते हैं. अगर आपको ऐसा कोई ई-मेल मिलता है, तो आपको उसे नजरअंदाज करना चाहिए और अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा नहीं करनी चाहिए.
अगर आपको कोई ई-मेल मिले जिसमें कोई व्यक्ति आयकर विभाग का अधिकृत व्यक्ति होने का दावा कर रहा हो या आपको आयकर की वेबसाइट पर जाने के लिए कह रहा हो, तो जवाब न दें.
- किसी भी अटैचमेंट को न खोलें. अटैचमेंट में हानिकारक कोड हो सकता है जो आपके कंप्यूटर को संक्रमित कर सकता है.
- किसी भी लिंक पर क्लिक न करें. यदि आपने संदिग्ध ई-मेल या फ़िशिंग वेबसाइट में लिंक पर क्लिक किया है, तो अपनी बैंक खाता, क्रेडिट कार्ड विवरण जैसी गोपनीय जानकारी न डालें.
- मैसेज से लिंक को अपने ब्राउज़र में कॉपी और पेस्ट न करें. फ़िशर लिंक को असली दिखा सकते हैं, लेकिन यह आपको अलग-अलग वेबसाइटों पर भेज सकता है.
- एंटी-वायरस सॉफ़्टवेयर, एंटी-स्पाइवेयर और फ़ायरवॉल का उपयोग करें और उन्हें अपडेट रखें. कुछ फ़िशिंग ई-मेल में ऐसा सॉफ़्टवेयर हो सकता है जो आपके कंप्यूटर को नुकसान पहुंचा सकता है या आपकी इंटरनेट गतिविधियों को आपकी जानकारी के बिना ट्रैक कर सकता है. एंटी-वायरस और एंटी-स्पाइवेयर सॉफ़्टवेयर और फ़ायरवॉल आपको ऐसे अनचाहे फ़ाइलों को स्वीकार करने से बचा सकते हैं.