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RBI के रेट कट का असर अब छोटी बचत योजनाओं की ब्याज दरों पर भी देखने को मिल सकता है. (AI Generated Image)
Interest Rate Cut on Small Savings Scheme Expected: पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), सीनियर सिटिजन्स सेविंग्स स्कीम (SCSS), राष्ट्रीय बचत पत्र (NSC) समेत तमाम सरकारी स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स में निवेश करने वालों के लिए अगले कुछ दिन काफी अहम होने वाले हैं. इन सभी स्कीम्स की ब्याज दरें 1 जुलाई से घटाए जाने की आशंका जाहिर की जा रही है. लेकिन इनमें से कुछ स्कीम्स ऐसी हैं, जिनकी मौजूदा ब्याज दरों को आप 30 जून तक लॉक कर सकते हैं.
हर 3 महीने में होती है ब्याज दरों की समीक्षा
दरअसल, स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरों (Small Savings Rates) की हर 3 महीने में समीक्षा होती है और फिर नई दरें लागू होती हैं. 1 अप्रैल से लागू मौजूदा दरें 30 जून तक चलने वाली हैं. 30 जून 2025 को सरकार ब्याज दरों की समीक्षा करेगी, जिसके बाद 1 जुलाई से नई दरें लागू होंगी. पिछले कुछ महीनों में भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने जिस तरह ब्याज दरें घटाई हैं, उसका असर इस बार लघु बचत योजनाओं (Small Saving Schemes) पर भी पड़ने के पूरे आसार हैं. दरअसल RBI इस साल अब तक रेपो रेट में 100 बेसिस प्वाइंट या करीब 1% की कमी कर चुका है. ऐसे में अगले कुछ दिनों में होने वाली समीक्षा में PPF, NSC, SSY, SCSS समेत तमाम योजनाओं की ब्याज दरों में कटौती की पूरी संभावना जाहिर की जा रही है.
कैसे तय होती हैं ब्याज दरें
श्यामला गोपीनाथ समिति की सिफारिशों के मुताबिक इन स्मॉल सेविंग स्कीम्स की ब्याज दरें सरकारी बॉन्ड की सेकेंडरी मार्केट यील्ड के आधार पर तय होती हैं. मिसाल के तौर पर PPF की ब्याज दर, 10 साल के सरकारी बॉन्ड की औसत यील्ड पर 25 बेसिस प्वाइंट जोड़कर तय की जाती है. मार्च 2025 से जून 2025 के बीच 10 साल के गवर्नमेंट बॉन्ड की औसत यील्ड 6.325% रही है, जिसमें 0.25% जोड़ने पर यह दर 6.575% बनती है. जबकि फिलहाल पीपीएफ पर 7.10% ब्याज मिल रहा है. यानी मौजूदा दर बाजार फॉर्मूले के मुताबिक ज्यादा है और इस आधार पर इसमें कटौती किए जाने की संभावना है.
किस स्मॉल सेविंग स्कीम पर अभी कितनी है ब्याज दर
- सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) : 8.2%
- सुकन्या समृद्धि योजना (SSY) : 8.2%
- पब्लिक प्रॉविडेंट फंड (PPF): 7.1%
- नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC): 7.7%
- किसान विकास पत्र (KVP) : 7.5%
- पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) : 7.4%
- 1 साल से 5 साल तक के पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (TD) : 6.9% से 7.5%
- 5 साल का पोस्ट ऑफिस रिकरिंग डिपॉजिट (RD) : 6.7%
क्या सरकार दरों में वाकई कटौती करेगी?
हालांकि दरें तय करते वक्त सरकार सिर्फ बाजार ट्रेंड ही नहीं, बल्कि सामाजिक और राजनीतिक पहलुओं को भी ध्यान में रखती है. ये स्कीमें रिटायर्ड लोगों, मिडिल क्लास और छोटे निवेशकों के लिए काफी मायने रखते हैं. इसलिए इनकी दरों में बहुत बड़ी कटौती शायद ही की जाए, लेकिन 25 से 50 बेसिस प्वाइंट तक की कटौती की जा सकती है.
निवेशकों को क्या करना चाहिए?
अगर आप स्मॉल सेविंग स्कीम्स में निवेश की योजना बना रहे हैं, तो 30 जून 2025 से पहले मौजूदा दरें लॉक कर सकते हैं. PPF और SSY में तो मौजूदा खातों पर भी हर तिमाही में नई दरें लागू होती हैं. इसलिए इनमें अभी निवेश करके भी ब्याज दरें लॉक नहीं की जा सकतीं. लेकिन नेशनल सेविंग्स सर्टिफिकेट (NSC), किसान विकास पत्र (KVP), पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट, सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) और पोस्ट ऑफिस मंथली इनकम स्कीम (POMIS) में अभी निवेश करने पर मौजूदा ऊंची ब्याज दर लॉक हो जाएगी, जो निवेश की पूरी अवधि के दौरान उतनी ही बनी रहेगी.