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SBI Long Term Equity Fund ने पिछले 5 साल में शानदार रिटर्न दिया है. (Image : Pixabay)
SBI Long Term Equity Fund is a Multibagger Scheme by SBI Mutual Fund : एक लाख रुपये का एकमुश्त निवेश सिर्फ 5 साल में बन गया 5 लाख का फंड! वो भी हर महीने महज 1100 रुपये की मामूली रकम के अतिरिक्त निवेश से. यह कमाल किया है एसबीआई म्यूचुअल फंड की सबसे पुरानी स्कीम्स में शामिल एसबीआई लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड (SBI Long Term Equity Fund) ने. इस स्कीम के डायरेक्ट प्लान ने 5 साल में एकमुश्त निवेश (Upfront Investment) पर औसतन 28.19% की दर से सालाना रिटर्न दिया है. जबकि SBI म्यूचुअल फंड की इसी स्कीम ने सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये किए गए निवेश पर पिछले 5 साल में 33.77% की दर से एन्युलाइज्ड रिटर्न दिया है. अगर किसी निवेशक ने 5 साल पहले इस फंड में एकमुश्त निवेश और एसआईपी दोनों को मिलाकर इनवेस्ट करने की रणनीति पर अमल किया होगा, तो उसे मल्टीबैगर रिटर्न हासिल हुए होंगे.
1 लाख रुपये 5 साल में कैसे बने 5 लाख!
हम आपको बताते हैं कि एसबीआई लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड (SBI Long Term Equity Fund) में डाले गए 1 लाख रुपये के 5 लाख में तब्दील होने का कैलकुलेशन क्या है.
- स्कीम का नाम : SBI Long Term Equity Fund (Direct Plan)
- 5 साल पहले एकमुश्त निवेश : 1 लाख रुपये
- 5 साल तक मंथली SIP : 1100 रुपये
- 5 साल में SIP के जरिये कुल निवेश : 66 हजार रुपये
- 5 साल में एकमुश्त + SIP मिलाकर कुल निवेश : 1.66 लाख रुपये
- 5 साल में एकमुश्त निवेश पर सालाना रिटर्न : 28.19%
- 5 साल के दौरान मंथली SIP पर एन्युलाइज्ड रिटर्न : 33.77%
- 5 साल बाद एकमुश्त निवेश + SIP की कुल फंड वैल्यू : 5,01,988 रुपये (करीब 5 लाख रुपये)
SBI लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड की खासियत
SBI लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड, एक ओपन एंडेड इक्विटी लिंक्ड सेविंग स्कीम (Tax Saving ELSS) है, जिसे SBI म्यूचुअल फंड ने 31 मार्च 1993 को शुरू किया था. यानी यह स्कीम 31 साल से ज्यादा पुरानी है. इस स्कीम का लॉन्च से अब तक का औसत सालाना रिटर्न 18.22% रहा है. एक टैक्स सेविंग ELSS फंड होने की वजह से इस स्कीम में किए गए निवेश पर 3 साल का लॉक-इन पीरियड लागू होता है और इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत टैक्स बेनिफिट भी मिलता है. SBI म्यूचुअल फंड की यह स्कीम पहले SBI मैग्नम टैक्सगेन स्कीम (SBI Magnum Taxgain Scheme) के नाम से मशहूर रही है. 17 फरवरी 2020 को इस स्कीम का नाम बदलकर एसबीआई लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड (SBI Long Term Equity Fund) कर दिया गया.
SBI लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड की रिटर्न हिस्ट्री
SBI लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड के डायरेक्ट और रेगुलर प्लान पर लॉन्च से अब तक लगातार शानदार रिटर्न दिए हैं.
- 1 साल में रेगुलर प्लान का सालाना रिटर्न : 57.55%
- 1 साल में डायरेक्ट प्लान का सालाना रिटर्न : 58.65%
- 3 साल में रेगुलर प्लान का सालाना रिटर्न : 28.99%
- 3 साल में डायरेक्ट प्लान का सालाना रिटर्न : 29.85%
- 5 साल में रेगुलर प्लान का सालाना रिटर्न : 27.37%
- 5 साल में डायरेक्ट प्लान का सालाना रिटर्न : 28.19%
- 10 साल में रेगुलर प्लान का सालाना रिटर्न : 16.27%
- 10 साल में डायरेक्ट प्लान का सालाना रिटर्न : 17.01%
- लॉन्च से अब तक रेगुलर प्लान का सालाना रिटर्न : 17.51%
- लॉन्च से अब तक डायरेक्ट प्लान का सालाना रिटर्न : 18.22%
(Data Source : AMFI)
SBI लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड का पोर्टफोलियो
फंड का उद्देश्य निवेशकों को इक्विटी शेयरों के पोर्टफोलियो में निवेश का लाभ प्रदान करना है. फंड अपने एसेट्स का कम से कम 80% हिस्सा इक्विटी या इक्विटी जैसे इंस्ट्रूमेंट्स में निवेश करता है. लेटेस्ट आंकड़ों के मुताबिक फिलहाल इस फंड का 92.63% हिस्सा इक्विटी में और 7.37% हिस्सा कैश और कैश जैसे इंस्ट्रूमेंट्स में लगा हुआ है. फंड के इक्विटी होल्डिंग में 69.03% हिस्सेदारी लार्ज कैप स्टॉक्स की है, जबकि 24.37% होल्डिंग मिड कैप शेयर्स की और 6.61% स्मॉल कैप शेयर्स में है. नियमों के तहत यह फंड अपने एसेट्स का 20% तक हिस्सा मनी मार्केट इंस्ट्रूमेंट्स में भी निवेश कर सकता है. फंड के रेगुलर प्लान के एक्सपेंस रेशियो 1.61% और डायरेक्ट प्लान का एक्सपेंस रेशियो 0.95% है. फंड की टॉप 10 होल्डिंग्स में Ge T&D India, HDFC Bank, M & M, Torrent Power, ICICI Bank, ONGC, Bharti Airtel, SBI, Reliance Ind और ITC शामिल हैं.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश पर शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है. हमारा मकसद किसी फंड में निवेश की सलाह देना नहीं, सिर्फ जानकारी मुहैया कराना है. निवेश का कोई भी फैसला अपने निवेश सलाहकार की राय लेकर ही करें.)