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SBI MF Scheme : एसबीआई म्यूचुअल फंड फैक्ट शीट के मुताबिक लॉन्च के बाद से ही इस स्कीम ने 16.37 फीसदी सालाना की दर से रिटर्न दिया है. Photograph: (Freepik)
SIP Mutual Fund Tax Savings Scheme: निवेश करने की सही स्ट्रैटेजी यह है कि आपको अपने पैसे लगाते समय रिटर्न और साथ ही टैक्स सेविंग्स दोनों का ध्यान रखना चाहिए. म्यूचुअल फंड की इक्विटी लिंक्ड सेविंग्स स्कीम (ELSS) कटेगिरी में निवेश करने पर टैक्स बेनेफिट मिलता है. बाजार में ऐसी कई ELSS स्कीम हैं, जिन्होंने निवेशकों को लंबी अवधि में शानदार रिटर्न दिया है. इन्हीं में एक है SBI म्यूचुअल फंड (SBI Mutual Fund( की एसबीआई लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड - रेगुलर प्लान (SBI Long Term Equity Fund). इस स्कीम ने लॉन्च होने के बाद से निवेशकों को 130 गुना रिटर्न दिया है.
एसबीआई लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड की बात करें तो ईएलएसएस कटेगरी की स्कीम (Tax Saving Scheme) होने के नाते इसमें 3 साल का लॉक इन पीरियड है. हालांकि ये स्कीम आप जितना लंबा चाहें, होल्ड कर सकते हैं. इस फंड ने लंबी अवधि में निवेशकों को बंपर रिटर्न दिया है. एसबीआई लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड 31 मार्च 1993 में लॉन्च हुआ था. लॉन्च के बाद से ही इसने लम्प सम निवेश पर 16.37 फीसदी सालाना की दर से रिटर्न दिया है. वहीं एसआईपी करने वालों को 15.19% एनुअलाइज्ड रिटर्न मिला है.
1 लाख का निवेश हुआ 1.30 करोड़
एसबीआई म्यूचुअल फंड फैक्ट शीट के मुताबिक लॉन्च के बाद से ही इस स्कीम ने 16.37 फीसदी सालाना की दर से रिटर्न दिया है. लॉन्च के बाद से अगर इसमें किसी ने 10 हजार रुपये निवेश किया तो उसकी वैल्यू अब 12,97,943 रुपये हो गई. यानी इस फंड ने 1 लाख रुपये के निवेश को 1,29,79,430 रुपये में बदल दिया. यह किसी निवेशक के पैसे को 130 गुना बढ़ाने वाला निवेश है.
स्कीम लॉन्च डेट : 31 मार्च 1993
लॉन्च के बाद से रिटर्न : 16.37% सालाना
वन टाइम इन्वेस्टमेंट : 1,00,000 रुपये
1 लाख निवेश की वैल्यू : 1,29,79,430 रुपये
3 साल का रिटर्न : 24.22% सालाना
5 साल का रिटर्न: 28.32% सालाना
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SIP रिटर्न परफॉर्मेंस
एसबीआई लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड में वैल्यू रिसर्च पर एसआईपी रिटर्न के आंकड़े 18 साल के मौजूद हैं. इस स्कीम ने 18 साल में एसआईपी करने वाले निवेशकों को 15.19 फीसदी सालाना की दर से रिटर्न दिया है. इसमें 1 लाख रुपये अफ्रंट इन्वेस्टमेंट के साथ मंथली 10,000 रुपये की एसआईपी की वैल्यू 18 साल में 1.13 करोड़ रुपये से ज्यादा हो गई.
मंथली SIP : 10,000 रुपये
अफ्रंट इन्वेस्टमेंट : 1,00,000 रुपये
ड्यूरेशन : 18 साल
एनुअलाइज्ड रिटर्न : 15.19%
18 साल में कुल निवेश : 22,60,000 रुपये
18 साल में SIP की वैल्यू : 1,12,98,455 रुपये
फंड की खासियत
कुल AUM : 28,506 करोड़ रुपये (30 अप्रैल, 2025)
रेगुलर प्लान का एक्सपेंस रेश्यो : 1.59% (30 अप्रैल, 2025)
डायरेक्ट प्लान का एक्सपेंस रेश्यो : 0.99% (30 सितंबर, 2024)
मिनिमम लम्प सम निवेश : 500 रुपये
मिनिमम SIP : 500 रुपये
एग्जिट लोड : कुछ नहीं
स्कीम का उद्देश्य : लॉन्ग टर्म कैपिटल एप्रीसिएशन और टैक्स सेविंग
फंड की टॉप होल्डिंग्स
HDFC Bank : 9.65%
Reliance Industries (RIL) : 9%
ICICI Bank : 3.71%
ITC : 3.2%
Tata Steel : 3.05%
Torrent Power : 3.03%
Axis Bank : 2.69
Mahindra and Mahindra (M&M) : 2.58%
SBI : 2.58%
Cipla : 2.56%
सेक्टर एलोकेशन
फाइनेंशियल सर्विसेज: 28.87%
Oil & Gas : 11.56%
इन्फॉर्मेशन टेक्नोलॉजी : 9.75%
हेल्थकेयर : 6.70%
ऑटो एंड ऑटो कंपोनेंट : 5.72%
FMCG : 5%
कैपिटल गुड्स : 4.93%
मेटल : 4.33%
कंज्यूमर सर्विसेज : 3.14%
पावर : 3.03%
किनके लिए सही है ये स्कीम
SBI लॉन्ग टर्म इक्विटी फंड उन निवेशकों के लिए सही विकल्प हो सकता है, जो टैक्स सेविंग और लॉन्ग टर्म कैपिटल ग्रोथ के लिए इनवेस्ट करना चाहते हैं. इस स्कीम में निवेश का पूरा लाभ लेने के लिए लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट की तैयारी होनी चाहिए. हालांकि इस स्कीम में लॉक-इन पीरियड तो 3 साल का ही होता है, लेकिन जिन निवेशकों को 5 साल से कम अवधि के लिए निवेश करना है, उनके लिए यह स्कीम सही नहीं है. ‘वेरी हाई’ रिस्क लेवल वाली स्कीम होने के कारण इसमें निवेश करते समय जोखिम सहने की अपनी क्षमता का आकलन भी जरूर कर लेना चाहिए. यह भी याद रखें कि एसआईपी के जरिये निवेश करने पर रिस्क को कम करने में कुछ मदद मिलती है.
(डिस्क्लेमर : इस आर्टिकल का उद्देश्य सिर्फ जानकारी देना है, यह किसी स्कीम में निवेश करने की सलाह नहीं है. निवेश का कोई भी फैसला स्कीम के बारे में पूरी जानकारी हासिल करने और अपने निवेश सलाहकार की राय लेने के बाद ही करें.)