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SBI Nifty 50 ETF का एसेट अंडर मैनेजमेंट 2 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा है, जिससे इस स्कीम की लोकप्रियता का पता चलता है. (Image : Pixabay)
SBI Nifty 50 ETF : AUM more than Rs 2 Lakh Crore: देश की टॉप 50 कंपनियों में निवेश करने वाली म्यूचुअल फंड स्कीम एसबीआई निफ्टी 50 ईटीएफ (SBI Nifty 50 ETF) का एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 2 लाख करोड़ रुपये से भी ज्यादा है. निवेश का यह स्तर बताता है कि देश के निवेशकों को इस स्कीम पर कितना भरोसा है. SBI MF ETF एक ओपन एंडेड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) है, जो निफ्टी 50 टोटल रिटर्न इंडेक्स (Nifty 50 TRI) को ट्रैक करते हुए साल-दर-साल अपने निवेशकों को अच्छा मुनाफा देता रहा है. इस स्कीम ने अपनी शुरुआत से अब तक एकमुश्त निवेश और सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये निवेश करने वालों को अच्छा खासा मुनाफा दिया है:
निवेशकों को कितना मिला रिटर्न
इंसेप्शन से अब तक का रिटर्न (CAGR) : 13.93%
5 साल में रिटर्न (CAGR) : 18.79 %
3 साल में रिटर्न (CAGR) : 14.84 %
1 साल में रिटर्न (CAGR) : 32.66 %
रिटर्न के यह सभी आंकड़े स्कीम के रेगुलर ग्रोथ प्लान के हैं.
1 लाख रुपये के एकमुश्त निवेश की वैल्यू
- 9 साल में (इंसेप्शन से अब तक) : 3,31,840 रुपये
- 5 साल में : 2,36,800 रुपये
- 3 साल में : 1,51,500 रुपये
- 1 साल में : 1,32,870 रुपये
SIP पर भी बढ़िया रिटर्न
SBI Nifty 50 ETF ने लंपसम निवेश के साथ ही साथ SIP के जरिए किए गए निवेश पर शानदार रिटर्न दिया है. इसका एक उदाहरण आप इस कैलकुलेशन में देख सकते हैं:
- एकमुश्त निवेश : 1 लाख रुपये
- मंथली SIP : 5000 रुपये
- निवेश की अवधि : 9 साल
- 9 साल में कुल निवेश (एकमुश्त + SIP) : 6,40,000 रुपये
- 9 साल बाद फंड वैल्यू : 14,98,304 रुपये
(Source : Value Research SIP Calculator)
SBI Nifty 50 ETF के बारे में अहम जानकारी
स्कीम टाइप : ओपन एंडेड एक्सचेंज ट्रेडेड इक्विटी फंड (पैसिव स्कीम)
स्कीम का बेंचमार्क इंडेक्स : Nifty 50 TRI
30 सितंबर 2024 को एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 2,12,885.79 करोड़ रुपये
यह स्कीम किस एक्सचेज में लिस्टेड है : NSE
स्कीम के एलॉटमेंट की तारीख : 22 जुलाई, 2015
30 सितंबर 2024 को टोटल एक्सपेंस रेशियो (TER) : 0.04% (Regular Plan)
रिस्क लेवल : बहुत अधिक (Very High)
एक्जिट लोड : लागू नहीं
SBI Nifty 50 ETF की टॉप 10 होल्डिंग्स
कंपनी का नाम / कुल AUM में हिस्सेदारी
- HDFC BANK : 11.34 %
- RELIANCE INDUSTRIES : 8.64 %
- ICICI BANK : 7.74 %
- INFOSYS : 5.82 %
- ITC : 4.16 %
- BHARTI AIRTEL : 3.95 %
- TATA CONSULTANCY SERVICES (TCS) : 3.76 %
- LARSEN & TOUBRO (L&T) : 3.73 %
- AXIS BANK : 3.03 %
- STATE BANK OF INDIA : 2.62 %
इन टॉप 10 होल्डिंग्स की स्कीम के कुल AUM में हिस्सेदारी 54.79% है, जिससे इसकी मजबूती का अंदाज़ा लगाया जा सकता है.
किन सेक्टर्स में है निवेश
SBI Nifty 50 ETF के कुल निवेश में वित्तीय सेवाओं, सूचना प्रौद्योगिकी, तेल और गैस, और एफएमसीजी जैसे सेक्टर्स का बड़ा हिस्सा है. इस फंड का सेक्टोरल एलोकेशन इसे काफी डायवर्सिफाइड स्कीम बना देता है, जिससे इसे मजबूती मिलती है. इसका डिटेल आप यहां देख सकते हैं:
स्कीम का सेक्टोरल एलोकेशन
FINANCIAL SERVICES : 32.92 %
INFORMATION TECHNOLOGY : 12.74 %
OIL, GAS & CONSUMABLE FUELS : 11.26 %
FAST MOVING CONSUMER GOODS : 8.57 %
AUTOMOBILE AND AUTO COMPONENTS : 8.08 %
TELECOMMUNICATION : 3.95 %
निवेशकों को क्यों है इतना भरोसा?
SBI Nifty 50 ETF स्कीम का बेहतरीन प्रदर्शन और फंड हाउस का बड़ा नाम निवेशकों के भरोसे की बड़ी वजह है. इस स्कीम के Nifty 50 इंडेक्स को ट्रैक करने का मतलब ये है कि इसमें लगाए गए पैसों का निवेश सिर्फ देश की 50 सबसे बड़ी और भरोसेमंद कंपनियों में किया जाता है. यही बात इसे इक्विटी इनवेस्टमेंट का एक मजबूत ऑप्शन बना देती है. साथ ही इस फंड ने शुरुआत से ही निवेशकों को लगातार अच्छे रिटर्न दिए हैं. इस पैसिव फंड का उद्देश्य निवेशकों को Nifty 50 इंडेक्स में शामिल कंपनियों के प्रदर्शन के अनुरूप रिटर्न देना है. हालांकि इसमें थोड़े-बहुत ट्रैकिंग एरर की गुंजाइश रहती है. हालांकि SBI Nifty 50 ETF का पिछला प्रदर्शन इस मामले में भी अच्छा रहा है. स्कीम का ट्रैकिंग एरर एक साल में सिर्फ 0.0304 % और 3 साल में 0.0321% ही रहा है. लेकिन निवेशकों को इस स्कीम में पैसे लगाने का फैसला करने से पहले इक्विटी फंड के साथ जुड़े हाई रिस्क लेवल को जरूर ध्यान में रखना चाहिए.
(डिस्क्लेमर: इस लेख का मकसद सिर्फ जानकारी मुहैया कराना है, किसी फंड में निवेश की सलाह देना नहीं. इक्विटी म्यूचुअल फंड्स में किए गए निवेश पर शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है. निवेश का कोई भी फैसला अपने निवेश सलाहकार की राय लेकर ही करें.)