/financial-express-hindi/media/media_files/2025/08/11/scss-ai-image-2025-08-11-17-31-03.jpg)
Regular Income : रिटायरमेंट के बाद रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने और सम्मानपूर्ण जिंदगी जीने के लिए रेगुलर इनकम जरूरी है. (AI Image)
Senior Citizens Saving Scheme, SCSS, Regular Income:पोस्ट ऑफिस की सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम ( SCSS), सीनियर सिटिजन के लिए सुरक्षित निवेश का एक बेहतरीन विकल्प है, जिसके जरिए गारंटीड रिटर्न हासिल किया जा सकता है. रिटायर्ड कपल के लिए यह स्कीम बेस्ट मानी जाती है. दरअसल वे इसमें निवेश कर मंथली 40,000 रुपये तक रेगुलर इनकम का इंतजाम कर सकते हैं. आइए समझते हैं कैसे?
क्या है SCSS स्कीम और खासियत
सीनियर सिटीजंस सेविंग्स स्कीम (SCSS) एक सरकारी बचत योजना है, जो सीनियर सिटिजन को सुरक्षित और निश्चित रिटर्न प्रदान करती है. SCSS में जमा पर फिलहाल सालाना 8.2 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है. इस अकाउंट में एक बार ही पैसा जमा किया जा सकता है, वह भी 1000 रुपये के मल्टिपल में, और अधिकतम जमा राशि 30 लाख रुपये तक हो सकती है. इस स्कीम में किए गए निवेश पर सरकार की गारंटी होती है, इसलिए इसमें कोई रिस्क यानी जोखिम नहीं होता.
SCSS स्कीम में 5 साल की लॉक इन होती है और इसके बाद इसमें 3 साल के लिए एक्सटेंशन का विकल्प भी है. अकाउंट होल्डर इसे कितनी भी बार 3 साल के लिए बढ़ा सकते हैं, बस मच्योरिटी डेट या पिछले 3 साल के ब्लॉक पीरियड के खत्म होने के 1 साल के अंदर फॉर्म जमा करना होगा. एक्सटेंड किए गए अकाउंट पर ब्याज मच्योरिटी या एक्सटेंडेड मच्योरिटी के दिन लागू दर पर मिलेगा. ध्यान दें, अकाउंट की एक्सटेंशन मच्योरिटी डेट से शुरू मानी जाएगी, चाहे फॉर्म कब जमा किया गया हो.
निवेश की अवधि - 5 साल (3 साल के लिए बढ़ाने का ऑप्शन)
ब्याज दर : 8.2% सालाना (ब्याज का भुगतान हर 3 महीने पर होता है)
कम से कम निवेश की रकम : 1000 रुपये
अधिकतम निवेश : 30 लाख रुपये
टैक्स का लाभ : सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर टैक्स छूट
नॉमिनेशन की सुविधा भी मिलती है.
SCSS में कौन खोल सकता है खाता?
SCSS में 60 साल या इससे अधिक उम्र के सभी बुजुर्ग अपना खाता खोल सकते हैं.
इनके अलावा 55 से 60 साल की उम्र के वे सरकारी कर्मचारी भी इस स्कीम में अकाउंट खोल सकते हैं, जिन्होंने वॉलंटियरी रिटायरमेंट स्कीम (VRS) के तहत रिटायरमेंट लिया हो.
इनके अलावा 50 साल या इससे अधिक उम्र के रिटायर्ड डिफेंस कर्मचारी भी SCSS में खाता खोल सकते हैं, बशर्ते वे रिटायरमेंट बेनिफिट मिलने के 1 महीने के भीतर उस रकम को इस स्कीम में निवेश कर दें.
लेकिन HUF और NRI को इस स्कीम के तहत खाता खोलने की छूट नहीं है.
SCSS स्कीम में कितने अकाउंट खोले जा सकते हैं?
SCSS स्कीम में आप एक सिंगल अकाउंट में अधिकतम 30 लाख रुपये जमा कर सकते हैं.
पति-पत्नी के ज्वाइंट अकाउंट (Joint Account) में भी मैक्सिमम 30 लाख रुपये जमा किए जा सकते हैं. लेकिन पति-पत्नी अगर अलग-अलग खाते खोलते हैं, तो दोनों मिलाकर कुल 60 लाख रुपये तक निवेश कर सकते हैं.
यह स्कीम 5 साल के लिए होती है, लेकिन इसे 3 साल के लिए और बढ़ाया यानी एक्सटेंड किया जा सकता है.
कहां खोला जा सकता है SCSS अकाउंट
SCSS अकाउट देशभर में किसी भी पोस्ट ऑफिस में खोला जा सकता है. इसके अलावा ऑथराइज्ड बैंकों में भी इस अकाउंट को खोला जा सकता है.
40 हजार रुपये मंथली कैसे होगी इनकम?
मान लीजिए अगर कोई रिटायर्ड कपल अलग-अलग SCSS अकाउंट ओपन करता है और दोनों अकाउंट में वे 30-30 लाख रुपये जमा करते हैं. तो उन्हें हर तीन महीने पर ब्याज लाभ होगा.
जैसा कि हम जानते हैं SCSS में निवेश करने पर हर तिमाही यानी तीन महीने में एक बार ब्याज का भुगतान किया जाता है. अगर आप इसके जरिये मंथली इनकम का इंतजाम करना चाहते हैं, तो ब्याज की निकासी को अपनी जरूरत के हिसाब से मैनेज कर सकते हैं.
30 लाख रुपये के अधिकतम निवेश पर इनकम का कैलकुलेशन:
निवेश की गई रकम - 30 लाख रुपये
सालाना ब्याज दर - 8.2%
ब्याज का तिमाही भुगतान - 61,500 रुपये
मंथली इनकम - 20,500 रुपये
इस हिसाब से 30 लाख रुपये के निवेश पर आपको 5 साल में ब्याज के तौर पर कुल मिलाकर 12.30 लाख रुपये मिलेंगे. अगर पति-पत्नी दोनों SCSS अकाउंट खोलते हैं, तो वे अलग-अलग इस स्कीम में 30-30 लाख रुपये जमा कर सकते हैं, जिससे उनकी मंथली इनकम 41,000 रुपये तक हो सकती है.