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Senior citizen FD vs SCSS: सीनियर सिटिजन एफडी या एससीएसएस, किसमें पैसा लगाने पर मिलेगा ज्यादा फायदा?

SCSS vs Senior citizen FD: रिटायरमेंट जीवन का अहम पड़ाव है. इन सालों में स्थिर आय बनाए रखना जरूरी है. इसके लिए समझदारी से वित्तीय योजना बनानी होती है. फिक्स्ड डिपॉजिट और सरकारी स्कीम्स जैसे SCSS सुरक्षा और भरोसेमंद रिटर्न देते हैं.

SCSS vs Senior citizen FD: रिटायरमेंट जीवन का अहम पड़ाव है. इन सालों में स्थिर आय बनाए रखना जरूरी है. इसके लिए समझदारी से वित्तीय योजना बनानी होती है. फिक्स्ड डिपॉजिट और सरकारी स्कीम्स जैसे SCSS सुरक्षा और भरोसेमंद रिटर्न देते हैं.

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Mithilesh Kumar
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SCSS vs Senior Citizen FD

SCSS एक सरकारी निवेश योजना है, जो सीनियर सिटिजन और रिटायर लोगों के लिए पसंदीदा विकल्प मानी जाती है. (AI Image)

रिटायरमेंट जीवन का वह अहम पड़ाव है, जब इंसान कामकाजी जिम्मेदारियों से मुक्त होकर आराम और सुकून चाहता है. लेकिन इस दौर में रेगुलर इनकम का होना बेहद जरूरी हो जाता है. यही वजह है कि नौकरी के सालों में समय रहते समझदारी से फाइनेंशियल प्लानिंग करना अनिवार्य है. सुरक्षित और भरोसेमंद विकल्पों में फिक्स्ड डिपॉजिट (FD) और सरकारी योजनाएं जैसे सीनियर सिटीजन सेविंग्स स्कीम (SCSS) शामिल हैं, जो स्थिर रिटर्न और सुरक्षा दोनों का भरोसा देती हैं.

सीनियर सिटिजन बचत योजना (SCSS)

सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम एक सरकार स्कीम है, जो खासतौर पर सीनियर सिटिजन और रिटायर लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय है. इसमें 60 साल से ऊपर के लोग निवेश कर सकते हैं. साथ ही 55–60 साल की उम्र में सेवानिवृत्त होकर रिटायरमेंट लाभ पाने वाले भी एक महीने के भीतर इसमें निवेश कर सकते हैं.
इसमें मिनिमम निवेश 1,000 रुपये और अधिकतम 30 लाख रुपये तक किया जा सकता है. इसकी अवधि 5 साल होती है, जिसे  मैच्यिरिटी  पर 3-3 साल के ब्लॉक्स में बढ़ाया जा सकता है.

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जुलाई-सितंबर 2025 तिमाही के लिए SCSS पर 8.2% सालाना ब्याज मिल रहा है. ब्याज तिमाही आधार पर मिलता है और पूरी तरह टैक्सेबल है. हालांकि मैच्योरिटी पर अतिरिक्त ब्याज नहीं मिलता. साथ ही आयकर अधिनियम 1961 की धारा 80C के तहत इसमें टैक्स डिडक्शन का फायदा लिया जा सकता है. जल्दी निकासी पर जुर्माना लग सकता है, इसलिए इसमें निवेश करने से पहले लंबी अवधि की प्रतिबद्धता को ध्यान में रखना जरूरी है.

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बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट (FD)

बैंक FD लंबे समय से सबसे भरोसेमंद और कम जोखिम वाले निवेश साधनों में गिनी जाती है. इसमें ब्याज दरें तय होती हैं और ज्यादातर बैंक सीनियर सिटिजन्स को आम निवेशकों की तुलना में 0.50% तक अतिरिक्त ब्याज देते हैं. FD में ब्याज भुगतान मंथली, तिमाही, छमाही या सालाना आधार पर लिया जा सकता है. टैक्स-सेविंग FD (5 साल की लॉक-इन अवधि वाली) में निवेश कर निवेशक धारा 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की आयकर छूट पा सकते हैं. हालांकि ब्याज आय कर योग्य होती है और यदि किसी वित्त वर्ष में सभी FDs से ब्याज आय 50,000 रुपये से अधिक हो जाती है, तो बैंक 10% TDS काटता है.

रिटायरमेंट के बाद, सीनियर सिटिजन अक्सर सुरक्षित निवेश विकल्पों की तलाश करते हैं जो उन्हें रेगुलर इनकम प्रदान कर सकें. इस मामले में, सीनियर सिटिजन एफडी (Senior Citizen FD) और सीनियर सिटिजन सेविंग स्कीम (SCSS), दोनों लोकप्रिय विकल्प हैं. हालांकि दोनों ही सुरक्षा और गारंटीड रिटर्न प्रदान करते हैं, लेकिन उनकी ब्याज दरें और विशेषताएं काफी अलग हैं. विशेषताओं पर आधारित फर्क जानने से पहले ब्याज दरें देखें.

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ब्याज दर देखकर करें फैसला

जैसा कि हम जानते हैं SCSS पर जुलाई-सितंबर 2025 की तिमाही के लिए सालाना 8.2% की दर से ब्याज मिल रहा है. 

इसके उलट सीनियर सिटिजन फिक्स्ड डिपॉजिट की ब्याज दरें बैंकों के अनुसार काफी अलग हैं. जहां कुछ स्मॉल फाइनेंस बैंक, जैसे सूर्योदय स्मॉल फाइनेंस बैंक और स्लाइस स्मॉल फाइनेंस बैंक, कुछ विशेष अवधियों के लिए क्रमशः 8.2% और 8.5% तक की दरें दे रहे हैं, वहीं अधिकांश सरकारी और प्राइवेट बैंक की दरें काफी कम हैं.

उदाहरण के लिए, एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) जैसे प्रमुख बैंक 6.4% से 6.6% के बीच की उच्चतम दरें दे रहे हैं.

Bank Fixed Deposit Rates
Bank Name
Interest Rates (p.a.)
Highest slab
1-year tenure (%)
3-year tenure (%)
5-year tenure (%)
%Tenure
स्मॉल फाइनेंस बैंक
AU Small Finance Bank7.12 years 1 day to 3 years6.357.16.75
Equitas Small Finance Bank7.6888 days7.257.257
ESAF Small Finance Bank7.6444 days4.7565.75
Jana Small Finance Bank85 years7.257.58
slice Small Finance Bank8.518 months 1 day to 18 months 2 days6.758.257.75
Suryoday Small Finance Bank8.25 years7.57.758.2
Ujjivan Small Finance Bank7.452 years7.257.27.2
Unity Small Finance Bank6.75501 days to 5 years6.56.756.75
Utkarsh Small Finance Bank7.652 years to 3 years67.657.25
प्राइवेट बैंक
Axis Bank6.618 months to 10 years6.256.66.6
Bandhan Bank7.32 years to less than 3 years7.175.85
City Union Bank6.75365 days6.756.656.25
CSB Bank6.813 months55.755.75
DBS Bank6.55376 days to 600 days6.36.46.25
DCB Bank7.227 months to less than 28 months; Above 60 months to 61 months6.977
Federal Bank6.7999 days6.46.56.5
HDFC Bank6.618 months to less than 21 months6.256.456.4
ICICI Bank6.62 years 1 day to 10 years6.256.66.6
IDFC FIRST Bank6.752 years 1 day to 3 years6.36.756.6
IndusInd Bank71 year 1 month to 2 years6.756.756.65
Jammu & Kashmir Bank7.3888 days6.756.756.5
Karur Vysya Bank6.85444 days6.66.66.6
Karnataka Bank6.65555 days6.56.156.15
Kotak Mahindra Bank6.6391 days to 23 months6.256.46.25
RBL Bank7.22 years 1 day to 3 years77.26.7
SBM Bank India8Above 15 months to less than 2 years 3 days; Above 2 years 3 days to less than 5 years7.7587.5
South Indian Bank6.61 year6.66.25.7
Tamilnad Mercantile Bank7.05400 days (TMB400)6.86.256.25
YES Bank73 years to less than 5 years6.6576.75
सरकारी बैंक
Bank of Baroda6.6444 days – BoB Square Drive Deposit Scheme6.56.56.4
Bank of India6.6777 days - Star Utsav6.256.256
Bank of Maharashtra6.7366 days6.26.26.1
Canara Bank6.5444 days6.256.256.25
Central Bank of India72222 days; 3333 days6.56.56.5
Indian Bank6.7444 days6.16.256
Indian Overseas Bank6.75444 days6.66.26.2
Punjab National Bank6.6390 days6.46.46.5
Punjab & Sind Bank6.7444 days666.1
State Bank of India6.6444 days - Amrit Vrishti6.256.36.05
Union Bank of India6.63 years6.46.66.4

(नोट : सीनियर सिटिजन ब्याज दर से जुड़ी विभिन्न बैंकों की ये लिस्ट पैसा बाजार डॉट कॉम द्वारा तैयार की गई है, जिसमें दावा है कि ब्याज दर अपडेट 20 अगस्त 2025 तक के हैं. बैंक समय-समय पर अपनी ब्याज दरें बदलते रहते हैं. ऐसे में निवेशकों को सलाह है कि वे उपरोक्त किसी बैंक के स्कीम में पैसा लगाने से पहले संबंधित बैंक की आधिकारिक वेबसाइट या शाखा से इंटरेस्ट रेट की पुष्टि कर लें.)

ध्यान देने वाली बात है कि बैंक एफडी में हायर रेट आमतौर विशिष्ट और कभी-कभी छोटी अवधियों से जुड़ी हो सकती हैं.

अब दोनों निवेश विकल्प एक दूसरे से कितने अलग हैं. नीचे डिटेल देखें.

SCSS और FD के बीच प्रमुख अंतर

सीनियर सिटिजन्स के लिए दो मुख्य निवेश विकल्पों, सीनियर सिटिजन बचत योजना SCSS और सीनियर सिटिजन फिक्स्ड डिपॉजिट FD के बीच कई महत्वपूर्ण अंतर हैं. 

इनमें सबसे प्रमुख अंतर ब्याज दरों का है. SCSS की ब्याज दर सरकार द्वारा तिमाही आधार पर तय की जाती है, जो कि निश्चित और आमतौर पर उच्च होती है, फिलहाल 8.2% सालाना है. वहीं, FD की ब्याज दरें बैंक और चुनी गई अवधि के अनुसार बदलती रहती हैं, जो 4% से 8.5% तक हो सकती हैं, और छोटे वित्त बैंक अक्सर उच्च दरें देते हैं.

निवेश की अवधि के मामले में भी दोनों में बड़ा अंतर है. SCSS में निवेश की अवधि 5 साल के लिए निश्चित होती है, जिसे 3 साल के लिए बढ़ाया जा सकता है. इसके विपरीत, FD में 7 दिनों से लेकर 10 साल तक की लचीली अवधि चुनने का विकल्प मिलता है.

निवेश लिमिट की बात करें तो SCSS में प्रति व्यक्ति अधिकतम 30 लाख रुपये तक का निवेश किया जा सकता है, जबकि FD में निवेश की कोई ऊपरी सीमा नहीं होती.

लिक्विडिटी के मामले में FD बेहतर मानी जाती है, क्योंकि इसमें समय से पहले निकासी और जमा के बदले लोन लेने की सुविधा होती है, जो SCSS में सीमित है और इसमें निकासी पर जुर्माना लगता है.

टैक्स लाभ भी दोनों में अलग-अलग हैं: SCSS में 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर धारा 80C के तहत टैक्स डिडक्शन मिलती है, जबकि FD के ब्याज पर धारा 80TTB के तहत 50,000 रुपये तक की कटौती का दावा किया जा सकता है.

अंत में, SCSS एक सरकारी स्कीम है जो पोस्ट ऑफिस और बैंकों में उपलब्ध है, जबकि FD सिर्फ बैंकों और NBFCs द्वारा पेश की जाती है.

सीनियर सिटिजन के लिए निवेश के दो बड़े विकल्प SCSS और FD हैं. SCSS यानी सीनियर सिटिजन सेविंग्स स्कीम 5 साल की तय अवधि के लिए आती है और ज्यादातर मामलों में एफडी से ज्यादा ब्याज दर देती है. लेकिन जो लोग लचीलापन चाहते हैं और अलग-अलग अवधियों में पैसा लगाना पसंद करते हैं, उनके लिए एफडी ज्यादा बेहतर मानी जाती है. इसके अलावा, स्मॉल फाइनेंस बैंक अक्सर एफडी पर ऐसी ब्याज दरें देते हैं जो SCSS से भी ज्यादा हो सकती हैं. ऐसे में कौन सा विकल्प चुना जाए, यह पूरी तरह निवेशक की जरूरतों पर निर्भर करता है.

Senior Citizen FD Scss