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Stock Market Falling : इस बार बाजार में गिरावट के पीछे प्रमुख वजह अमेरिकी चुनाव, एफआईआई की बिक्री और कम कॉर्पोरेट अर्निंग है. Photograph: (Pixabay)
Mutual Funds Latest Return Chart : शेयर बाजार में गिरावट जारी है और सेंसेक्स पिछले साल सितंबर में अपने पीक 85978 के लेवल से करीब 10500 अंक यानी 12 फीसदी टूटकर 75350 के लेवल के आस पास आ गया. इसी तरह निफ्टी सितंबर में पीक 26277 से 3450 अंक या 13 फीसदी टूटकर 22827 के लेवल पर आ गया है. बाजार में इस गिरावट का असर अब म्यूचुअल फंड एसआईपी पर भी होने लगा है. बीते 3 महीनों में 40 से ज्यादा ऐसी इक्विटी म्यूचुअल फंड स्कीम हैं, जिनमें 10 से 15 फीसदी निगेटिव रिटर्न मिला है. सवाल यह है कि जब आपकी एसआईपी निगेटिव रिटर्न देने लगे या नुकसान कराने लगे तो आपको क्या करना चाहिए.
3 महीने : 10% से ज्यादा निगेटिव SIP रिटर्न वाले कुछ फंड
मोतीलाल ओसवाल निफ्टी 500 मोमेंटम 50 ETF : -14.83
निप्पॉन इंडिया निफ्टी 500 मोमेंटम 50 इंडेक्स : -14.76%
ICICI प्रू निफ्टी 200 मोमेंटम 30 ETF : -14.73%
HDFC निफ्टी 200 मोमेंटम 30 इंडेक्स : -14.67%
बड़ौदा बीएनपी परिबा निफ्टी 200 मोमेंटम 30 इंडेक्स : -14.61%
ABSL निफ्टी 200 मोमेंटम 30 ETF : -14.45%
कोटक निफ्टी 200 मोमेंटम 30 इंडेक्स : -14.57%
मोतीलाल ओसवाल फोकस्ड फंड : -13.56%
टाटा निफ्टी रियल्टी इंडेक्स : -13.52%
HDFC निफ्टी रियल्टी इंडेक्स : -13.51%
Tata इंफ्रास्ट्रक्चर फंड : -13.19%
SBI एनर्जी अपॉर्च्यूनिटीज फंड : -12.40%
सैमको स्पेशल अपॉर्च्यूनिटीज फंड : -12.24%
ICICI प्रू निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स : -11.86%
HDFC निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स : -11.85%
ABSL ट्रांसपोर्टेशन एंड लॉजिस्टिक फंड : -11.72%
SBI निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स फंड : -11.65%
HDFC निफ्टी नेक्स्ट 50 ETF : -11.62%
LIC MF निफ्टी नेक्स्ट 50 इंडेक्स : -11.62%
SBI निफ्टी नेक्स्ट 50 ETF : -11.60%
एडेलवाइस बिजनेस साइकिल फंड : -11.49%
क्वांट ELSS टैक्स सेवर फंड : -11.19%
क्वांट PSU फंड : -11.01%
क्वांट मैन्युफैक्चरिंग फंड : -10.78%
कोटक क्वांट फंड : -10.11%
निवेशक क्या करें?
बीपीएन फिनकैप के डायरेक्टर एके निगम का कहना है कि यह पहली बार नहीं हुआ है और यह आखिरी बार नहीं है, जब आप बाजारों में इस तरह की गिरावट देखेंगे. इस बार बासजार में गिरावट के पीछे प्रमुख वजह अमेरिकी चुनाव, एफआईआई की बिक्री और कम कॉर्पोरेट अर्निंग है. हर बार ऐसा लगता है कि 'इस बार जोखिम वास्तविक हैं और बाजार रिकवर नहीं होंगे, लेकिन ऐसा नहीं है. हिस्ट्री देखें तो बाजार निवेशकों की उम्मीदों से कहीं अधिक तेजी से रिकवर होते हैं.
तो, सवाल है कि अब क्या किया जाना चाहिए? निगम का सुझाव है कि बाजार से घबराने की बजाए सही निर्णय लें. अभी निवेश का एक सुरक्षित तरीका SIP है. लेकिन पहले से SIP है तो एक बार पोर्टफोलियो का आकलन करें. निवेशक अभी इक्विटी-ओरिएंटेड फंड में एकमुश्त निवेश करने पर भी विचार कर सकते हैं. बाजार के निचले स्तर को जानना मुश्किल है और इसलिए, एकमुश्त निवेश में शॉर्ट टर्म में वैल्यू में कुछ गिरावट देखी जा सकती है, लेकिन बाजार में गिरावट के दौरान किए गए निवेश कुछ साल के बाद सबसे अच्छा रिटर्न देते हैं.
क्या SIP Pause भी है विकल्प?
एसआईपी पॉज म्यूचुअल फंड में वह सुविधा है, जिसमें अगर आपके सामने अचानक क्राइसिस आ जाए तो आपको एसआईपी बंद करने की बजाय, इसे कुछ दिन रोकने की सहूलियत मिल जाती है. कुछ फंड हाउस यह सुविधा 6 महीने तक के लिए देते हैं. स्थिति सही होने पर आप इसे जारी रख सकते हैं. इस पर कोई अतिरिक्त ब्याज नहीं भी देना होगा.
ये टिप्स भी आएंगे काम
1. चुनौतियों में भी मन को शांत रखते हुए धैर्य बनाए रखें. शॉर्ट टर्म में अस्थिरता के चलते म्यूचुअल फंड में नुकसान होता है, वहीं लंबी अवधि पर नजर डालें तो 3-4 साल की होल्डिंग के बाद पॉजिटिव रिटर्न ही देखने को मिलता है.
2. जल्दबाजी में यूनिट बेचने से बचें. फंड का आकलन करने के बाद एक्सपर्ट से सलाह लेकर ही निर्णय करें.
3. अपने फंड के प्रदर्शन की दूसरे फंड के साथ तुलना करें. बेस्ट रेटिंग वाले फंडों की तुलना में आपके फंड का प्रदर्शन बहुत खराब है, तो स्विच करने के पहले एडवाइजर की सलाह लें.
4. बाजार का ट्रेंड पहचानें, जब आप ट्रेंड के सही पक्ष में होते हैं, तो आपके लिए कंपाउंडिंग काम करती है, चाहे वह चढ़ रहा बाजार हो या गिर रहा बाजार.
5. सफल निवेश के लिए पोर्टफोलियो की डाइवर्सिटी भी बहुत जरूरी है.
6. सेक्टर और स्टॉक का रिसर्च करें, सिर्फ मिलने वाले रिटर्न को देखकर पैसा न लगाएं.
(Source: Financial Websites Blog)
(Disclaimer: निवेश को लेकर व्यू या सलाह एक्सपर्ट के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)