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SIP : कम जोखिम में हाई रिटर्न हासिल करने का एक तरीका एसआईपी है, जिसके जरिए मंथली बेसिस पर म्यूचुअल फंड स्कीम में निवेश कर सकते हैं.. (Pixabay)
SIP Best Strategy : बाजार में निवेशकों की अलग अलग कैटेगरी होती है, मसलन कोई एग्रेसिव हो सकता है यानी हाई रिस्क उठाने वाला तो कोई मॉडरेट यानी कम रिस्क लेने की क्षमता वाला. वहीं कन्जर्वेटिव निवेशक भी होते हैं, जो बिल्कुल भी रिस्क नहीं लेना चाहते. हालांकि अगर आप अपने निवेश पर हाई रिटर्न चाहते हैं तो इसके लिए हल्का फुल्का रिस्क लेकर इक्विटी स्कीम का चुनाव कर सकते हैं. और कम जोखिम में हाई रिटर्न हासिल करने का एक तरीका म्यूचुअल फंड में एसआईपी (SIP) है. SIP एक ऐसा विकल्प है, जिसके जरिए आप मंथली बेसिस पर किसी म्यूचुअल फंड स्कीम में रेगुलर निवेश कर सकते हैं.
निवेशक क्यों होने लगते हैं परेशान
वैसे तो एसआईपी के जरिए किए गए निवेश (SIP Investment) में समय के साथ हाई रिटर्न मिलने के चांस होते हैं, लेकिन ऐसा भी हो सकता है कि कुछ महीनों तक यह स्ट्रैटेजरी (SIP Strategy) काम न करे. या ऐसा भी हो सकता है कि कुछ महीने आपके एसआईपी पोर्टफोलियो का रिटर्न निगेटिव भी हो जाए. ऐसे में बुहत से निवेशक घबराने लगते हैं और वे ज्यादा घाटा होने की आशंका से अपना पैसा निकालने लगे हैं. लेकिन यहां घबराने की बजाय अगर आप दिग्गज निवेशक वॉरेन बफेट (Warren Buffett) के कुछ मंत्र फॉलो करें तो आपकी एसआईपी स्ट्रैटेजी सुपरहिट हो सकती है.
10 साल नहीं तो 10 मिनट भी नहीं
वॉरेन बफेट का कहना है कि अगर आप किसी निवेश को 10 साल तक नहीं रख सकते तो उसे 10 मिनट तक भी रखने के बारे में ना सोचें. यानी उनका मतलब है कि अगर आप निवेश कर रहे हैं तो लंबी अवधि का लक्ष्य बनाएं. लंबी अवधि के लिए किया गया निवेशक ज्यादातर मामलों में आपको एक सफल निवेशक बना देता है. अगर म्यूचुअ फंड में इक्विटी स्कीमों का रिटर्न देखें तो ज्यादातर ने 10 साल की अवधि में डबल डिजिट के हिसाब से एनुअलाइज्ड रिटर्न दिया है.
पेड़ लगाएं तो ही छाया मिलेगी
उनका कहना है कि अगर आपको पेड़ की छाया चाहिए तो सालों पहले वह पेड़ लगाना होगा. यानी लंबी अवधि का सोचकर ही करें निवेश. एक दिन के ट्रेडर बनने की बजाए लंबी अवधि का लक्ष्य लेकर बाजार में आएं. लक्ष्य पूरा होने तक इंतजार करें, संयम रखने से ही पैसा बढ़ता है.
ज्यादा रिटर्न की लालच न करें
वॉरेन बफेट का कहना है कि अगर किसी निवेश में आपको लंबी अवधि में 15 से 20 फीसदी रिटर्न दिख रहा है, तो निवेश करें. बहुत ज्यादा रिटर्न की लालच कर कनफ़यूज होने में आप अपना ही नुकसान करते हैं. खुद में यकीन करें कि आप एक सफल निवेशक बन सकते हैं.
बार बार पोर्टफोलियो न चेक करें
वॉरेन बफेट का कहना है कि निवेश करने के बाद बार बार पोर्टफोलियो की वैल्यू देखना गलत स्ट्रैटेजी होती है. बाजार में उतार चढ़ाव होना एक स्वाभाविक घटना है, जो समय समय पर होता ही रहता है. इसलिए धैर्य रखें, लंबी अवधि में आपका पोर्टफोलियो मजबूत होता जाएगा.
आपको कब बनना चाहिए लालची
वॉरेन बफे का कहना है कि जब दूसरे बाजार में पैसा लगाने से डर रहे हों, उस समय आप लालची बन जाएं. वहीं जब सभी लालची हो रहे हों तो आप धैर्य रखकर सोच संभलकर फैसला लें. बाजार की गिरावट से घबराना सही रणनीति नहीं होता है. निवेश करने के लिए कोई समय बेहतर या खराब नहीं हो सकता है. हर समय बाजार में निवेश का मौका होता है.
काबिल फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह
वॉरेन बफेट का कहना है कि सफल निवेशक बनना है तो काबिल फाइनेंशियल एडवाइजर का साथ पकड़ें यानी उससे सलाह लेते रहें. अवसरों पर हमेशा नजर रखें, जो दुनिया में कहीं भी मिल सकते हैं. अवसर किसी भी इंडस्ट्री में भी हो सकते हैं. सबसे जरूरी है कि धैर्यवान बनें.
(Source : Financial Blogs)