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TATA म्यूचुअल फंड के NFO में सब्सक्रिप्शन खुला, उथल-पुथल भरे बाजार में स्टेबल इनकम और टैक्स एफीशिएंसी का वादा, किनके लिए सही है ये विकल्प

NFO Alert : TATA Mutual Fund का नया फंड - टाटा इनकम प्लस आर्बिट्राज एक्टिव फंड ऑफ फंड (FoF) 5 मई 2025 से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है और 19 मई 2025 तक खुला रहेगा.

NFO Alert : TATA Mutual Fund का नया फंड - टाटा इनकम प्लस आर्बिट्राज एक्टिव फंड ऑफ फंड (FoF) 5 मई 2025 से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है और 19 मई 2025 तक खुला रहेगा.

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Viplav Rahi
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SBI Nifty200 Quality 30 Index Fund, SBI Mutual Fund New Fund Offer

TATA AMC NFO: टाटा एसेट मैनेजमेंट कंपनी ने एक नया हाइब्रिड फंड लॉन्च किया है. (Image : Pixabay)

TATA Mutual Fund NFO : टाटा एसेट मैनेजमेंट कंपनी ने एक नया फंड ऑफर (New Fund Offer) लॉन्च किया है. इस हाइब्रिड फंड का नाम है - टाटा इनकम प्लस आर्बिट्राज एक्टिव फंड ऑफ फंड (Tata Income Plus Arbitrage Active Fund of Fund - FoF).  यह फंड खासतौर पर ऐसे निवेशकों के लिए लॉन्च किया गया है जो अस्थिर बाजार में स्थिर रिटर्न के साथ टैक्स एफिशिएंसी चाहते हैं.  टाटा म्यूचुअल फंड (Tata Mutual Fund) का यह एनएफओ 5 मई 2025 से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल गया है और 19 मई 2025 तक खुला रहेगा.

क्या है फंड की रणनीति

इस नए फंड ऑफऱ (NFO) के जरिये पेश स्कीम मुृख्य तौर पर दो स्कीम्स में निवेश करेगी - टाटा कॉरपोरेट बॉन्ड फंड (Tata Corporate Bond Fund) और टाटा आर्बिट्राज फंड (Tata Arbitrage Fund). फंड की अधिकतम 65% हिस्सेदारी कॉरपोरेट बॉन्ड फंड में और कम से कम 35% हिस्सेदारी आर्बिट्राज फंड में होगी. इस तरह यह फंड डेट और इक्विटी आधारित दोनों फंड्स की खूबियों को मिलाकर एक संतुलित रणनीति पर चलेगा.  Tata Arbitrage Fund पूरी तरह हेज्ड इक्विटी पोर्टफोलियो के साथ बाजार की अस्थिरता से बचाव करता है और शॉर्ट टर्म में स्थिर रिटर्न देने का प्रयास करता है. वहीं Tata Corporate Bond Fund क्वालिटी कंपनियों के बॉन्ड्स में निवेश कर नियमित ब्याज कमाने पर केंद्रित है.

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टैक्स के लिहाज से भी फायदेमंद

अगर इस फंड में दो साल या उससे अधिक समय के लिए निवेश किया जाता है तो यह इक्विटी टैक्सेशन के अंतर्गत आता है. इसका मतलब है कि इस पर मिलने वाले रिटर्न पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स लागू होगा जो पारंपरिक डेट फंड्स के मुकाबले कम होता है. इससे निवेशकों को पोस्ट-टैक्स रिटर्न बेहतर मिलने की संभावना बनती है.

बाजार के मौजूदा माहौल में क्यों बेहतर है यह विकल्प

आज के समय में जब इक्विटी बाजार में उतार-चढ़ाव बना हुआ है और डेट फंड्स पर मिलने वाला ब्याज आकर्षक है, ऐसे हाइब्रिड मॉडल का महत्व और बढ़ जाता है. इस फंड मैनेजर शैलेश जैन ने कहा, "वर्तमान माहौल में जहां डेट यील्ड्स आकर्षक हैं और इक्विटी बाजार में अस्थिरता बनी हुई है, वहां इस तरह की हाइब्रिड रणनीति पारंपरिक डेट फंड्स की तुलना में बेहतर पोस्ट-टैक्स रिटर्न देने की क्षमता रखती है." यह फंड स्मार्ट लिक्विडिटी मैनेजमेंट और एक्टिव अलोकेशन के माध्यम से निवेशकों के लिए बेहतर रिटर्न लाने की कोशिश करता है.

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अब तक के प्रदर्शन की झलक

टाटा एएमसी के इस NFO से मिले पैसे प्रमुख रूप से जिन दो स्कीम में निवेश किए जाएंगे, उनके पिछले प्रदर्शन पर नजर डालना जरूरी है. इनमें से टाटा कॉरपोरेट बॉन्ड फंड (Tata Corporate Bond Fund) ने पिछले एक साल में 8.43% का एनुअलाइज्ड रिटर्न दिया है जो Crisil Corporate Bond A-II Index के 7.97% से बेहतर है. वहीं, टाटा आर्बिट्राज फंड (Tata Arbitrage Fund – Direct Plan) ने 1 साल की SIP पर 8.05% और 5 साल की SIP पर 7.06% रिटर्न दिया है, जिससे यह वैल्यू रिसर्च के अनुसार टॉप 3 आर्बिट्राज फंड्स में शामिल है.

किनके लिए सही है यह फंड

टाटा एएमसी की इस स्कीम को रिस्कोमीटर पर लो टू मॉडरेट (Low To Moderate Risk) की रेटिंग दी गई है. यह फंड उन निवेशकों के लिए सही विकल्प हो सकता है, जो दो साल के इनवेस्टमेंट होराइजन के साथ कम जोखिम, टैक्स सेविंग और स्थिर रिटर्न की तलाश में हैं. इसमें मिनिमम इनवेस्टमेंट 5,000 रुपये है और अगर 30 दिन के भीतर रिडीम किया जाता है तो केवल 0.25% का एग्जिट लोड लगता है. कुल मिलाकर यह बाजार के अस्थिर माहौल में उन निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प बन सकता है जो अपने पोर्टफोलियो में स्थिरता और टैक्स एफिशिएंसी चाहते हैं.

(डिस्क्लेमर: इस लेख का मकसद सिर्फ जानकारी देना है, निवेश की सलाह देना नहीं. म्यूचुअल फंड इनवेस्टमेंट के साथ मार्केट रिस्क जुड़ा होता है. निवेश से पहले इनवेस्टमेंट एडवाइजर की सलाह जरूर लें.)

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