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NFO Alert: निफ्टी 50 को ट्रैक करने वाले नए इंडेक्स फंड और ETF लॉन्च, इन पैसिव फंड्स में क्या है खास, सब्सक्रिप्शन विंडो समेत हर डिटेल

NFO Alert : एंजेल वन एएमसी ने दो नए पैसिव फंड लॉन्च किए हैं – एंजेल वन Nifty 50 इंडेक्स फंड और एंजेल वन Nifty 50 ETF. दोनों एनएफओ के बारे में पूरी जानकारी आप यहां देख सकते हैं.

NFO Alert : एंजेल वन एएमसी ने दो नए पैसिव फंड लॉन्च किए हैं – एंजेल वन Nifty 50 इंडेक्स फंड और एंजेल वन Nifty 50 ETF. दोनों एनएफओ के बारे में पूरी जानकारी आप यहां देख सकते हैं.

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Viplav Rahi
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NFO Alert : एंजेल वन द्वारा लॉन्च दोनों NFO निफ्टी 50 (Nifty 50) इंडेक्स को फॉलो करते हैं. (AI Generated Image / ChatGPT)

NFO Alert : Passive Funds to Track Nifty 50 Index: एंजेल वन एसेट मैनेजमेंट कंपनी (Angel One AMC) ने निवेशकों के लिए दो नए पैसिव फंड लॉन्च किए हैं – एंजेल वन निफ्टी 50 इंडेक्स फंड (Angel One Nifty 50 Index Fund) और एंजेल वन निफ्टी 50 ईटीएफ (Angel One Nifty 50 ETF). दोनों स्कीमें भारत के प्रमुख स्टॉक मार्केट इंडेक्स Nifty 50 को ट्रैक करेंगी. ये दोनों पैसिव फंड, उन निवेशकों को ध्यान में रखते हुए लॉन्च किए गए हैं, जो सीधे-सीधे शेयर बाजार में निवेश करने की जगह देश की टॉप कंपनियों में पैसे लगाने का स्टेबल और सस्ता तरीका पसंद ढूंढ रहे हैं. यहां हम दोनों स्कीम्स की खासियत, सब्सक्रिप्शन विंडो और निवेश की जानकारी दे रहे हैं, ताकि आप बेहतर ढंग से फैसला कर सकें.

देश की टॉप 50 कंपनियों में निवेश का मौका

एंजेल वन (Angel One AMC) द्वारा लॉन्च किए गए ये दोनों NFO निफ्टी 50 (Nifty 50) इंडेक्स को फॉलो करते हैं, जिसमें भारत की 50 सबसे बड़ी कंपनियां शामिल हैं. इन कंपनियों में टेलिकॉम, ऑयल एंड गैस, फाइनेंशियल सर्विसेज, हेल्थकेयर और ऑटोमोबाइल जैसे कुल 15 सेक्टर्स शामिल हैं. इसका मतलब है कि इन इंडेक्स फंड या एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) में निवेश करने पर निवेशकों को भारत की सबसे बड़ी कंपनियों में एक साथ डायवर्सिफाइड एक्सपोजर मिल सकता है.

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NFO की सब्सक्रिप्शन विंडो और निवेश की शर्तें

इन दोनों NFO में सब्सक्रिप्शन 5 मई 2025 से लेकर 16 मई 2025 तक खुला रहेगा. Angel One Nifty 50 Index Fund में मिनिमम इनवेस्टमेंट 1,000 रुपये से शुरू होता है और इसके बाद 1 रुपये के मल्टीपल में निवेश किया जा सकता है. ध्यान रहे कि ओपन एंडेड फंड होने की वजह से एनएफओ के बाद भी इसमें निवेश का मौका बना रहेगा. वहीं ETF को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर लिस्ट किया जाएगा, जिससे निवेशक इसमें किसी सामान्य शेयर की तरह ट्रेड कर सकेंगे. 

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NFO में SIP के ऑप्शन 

Angel One Nifty 50 Index Fund में सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान (SIP) के जरिये निवेश के कई विकल्प दिए गए हैं, जिससे हर तरह के निवेशक इसमें आसानी से निवेश कर सकें. आप इसमें 250 रुपये से डेली SIP, 500 रुपये से वीकली या फोर्टनाइटली SIP, 1,000 रुपये से मंथली SIP और 3,000 रुपये से क्वार्टरली SIP शुरू कर सकते हैं. यह फ्लेक्लिबलिटी यानी लचीलापन निवेशकों को अपने बजट और निवेश के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए निवेश करने की सुविधा देता है.

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कम खर्च में निवेश का मौका दे रहा NFO

इन दोनों NFO में न तो एंट्री लोड है और न ही एग्ज़िट लोड. साथ ही यह फंड्स पैसिव स्ट्रैटेजी पर आधारित हैं, जिससे इनमें निवेश की लागत कम रहेगी. साथ ही पैसिव फंड होने के कारण इसमें फंड मैनेजर की मर्जी से स्टॉक सेलेक्शन किए जाने की जगह इंडेक्स के अनुसार ऑटोमेटिक तरीके से टॉप कंपनियों में निवेश होता है. इससे लंबी अवधि में बेहतर रिटर्न मिलने की संभावना रहती है. 

Angel One AMC के एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर और सीईओ हेमेन भाटिया कहते हैं, “अगर कोई निवेशक लार्ज कैप सेगमेंट में निवेश करना चाहता है, तो Nifty 50 को ट्रैक करने वाले इंडेक्स फंड या ETF में निवेश एक लॉजिकल चॉइस है, क्योंकि इससे स्टॉक सिलेक्शन और ह्यूमन डिस्क्रेशन जैसे नॉन-सिस्टमेटिक रिस्क खत्म हो जाते हैं.”

नफा-नुकसान समझने के बाद करें फैसला NFO

Angel One के ये नए फंड ऑफर (NFO) उन निवेशकों के लिए बेहतर विकल्प हो सकते हैं, जो कम लागत में भारत की टॉप कंपनियों में एक्सपोजर चाहते हैं. SIP की सुविधा, ट्रेडिंग में आसानी और निफ्टी 50 जैसे भरोसेमंद इंडेक्स ट्रैक करने का फायदा इन स्कीम्स के प्रमुख आकर्षण हैं. लेकिन निवेश से पहले यह जरूर समझ लें कि पूरी तरह इक्विटी में निवेश करने वाला फंड होने के कारण इसमें मार्केट रिस्क काफी रहता है. यही वजह है कि दोनों ही फंड्स को रिस्कोमीटर पर बहुत अधिक जोखिम (Very High Risk) की रेटिंग मिली है. इसलिए निवेश से जुड़ा फैसला करने से पहले अपनी रिस्क लेने की क्षमता को परख लें. यह भी ध्यान में रखें कि इक्विटी फंड्स में आम तौर पर 5 साल या उससे ज्यादा समय के लिए निवेश करना बेहतर रहता है. 

(डिस्क्लेमर: इस लेख का मकसद सिर्फ जानकारी देना है, निवेश की सलाह देना नहीं. म्यूचुअल फंड इनवेस्टमेंट के साथ मार्केट रिस्क जुड़ा होता है. निवेश से पहले इनवेस्टमेंट एडवाइजर की सलाह जरूर लें.)

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