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Small Cap Mutual Funds: स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड्स ने 1 साल के दौरान जबरदस्त रिटर्न दिया है, लेकिन उनमें निवेश का फैसला काफी सोच-समझकर ही करना चाहिए. (Image : Pixabay)
Top 10 Small Cap Mutual Funds in 2023: स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड्स के लिए पिछला 1 साल काफी अच्छा रहा है. इस दौरान कई स्मॉल कैप फंड्स (Small-Cap-Funds) ने 50 फीसदी से भी ज्यादा सालाना रिटर्न दिया है. हम आपको पिछले 1 साल में सबसे ज्यादा रिटर्न देने वाले ऐसे ही टॉप 10 स्मॉल कैप फंड्स के बारे में बताएंगे. लेकिन सवाल ये है कि क्या आम निवेशकों को इनमें निवेश करना चाहिए? इस सवाल के जवाब के बारे में बात करने से पहले यह जानना भी जरूरी है कि स्मॉल कैप फंड का मतलब क्या है और इनमें लगाए गए पैसे आखिर कहां निवेश किए जाते हैं?
क्या है स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड की परिभाषा?
स्मॉल कैप फंड भी इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity-Mutual-Funds) की कैटेगरी में आते हैं. सेबी के मुताबिक स्मॉल कैप म्यूचुअल फंड (Small Cap Mutual Fund) उन फंड्स को कहा जाता है, जिनका कम से कम 65 फीसदी हिस्सा छोटे मार्केट कैपिटलाइजेशन वाली स्मॉल कैप कंपनियों के शेयरों में निवेश किया जाता है. सेबी ने म्यूचुअल फंड्स की कैटेगरी तय करने के मकसद से स्मॉल कैप कंपनियों की परिभाषा भी तय की है, जो उनके मार्केट कैप से जुड़ी रैंकिंग पर आधारित है. इस परिभाषा के मुताबिक बाजार पूंजीकरण (market capitalisation) के हिसाब से शेयर मार्केट की टॉप 100 कंपनियों को लार्ज कैप माना जाता है. 101 से 250वीं रैंकिंग पर आने वाली कंपनियों को मिड कैप और 251 या उससे बाद की रैंकिंग वाली कंपनियों को स्मॉल कैप की कैटेगरी में रखा गया है. सेबी की परिभाषा के मुताबिक स्मॉल कैप इक्विटी फंड्स को अपने कॉर्पस का कम से कम 65 फीसदी हिस्सा स्मॉल कैप कंपनियों के शेयरों में निवेश करना होता है.
1 साल में सबसे ज्यादा मुनाफा देने वाले टॉप 10 स्मॉल कैप फंड
देश के कई स्मॉल कैप फंड्स (Small Cap Funds) ने पिछले एक साल के भीतर जबरदस्त मुनाफा दिया है. यहां आपको ऐसे ही टॉप 10 स्मॉल कैप फंड्स की जानकारी दे रहे हैं. हमने सिर्फ उन्हीं स्मॉल कैप फंड्स को शामिल किया है, जिनका एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) 1 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा है. रिटर्न के सभी आंकड़े रेगुलर स्कीम और डायरेक्ट स्कीम, दोनों के लिए दिए जा रहे हैं.
1. Mahindra Manulife Small Cap Fund
1 साल में रिटर्न : 53.22% (रेगुलर), 56.02% (डायरेक्ट)
2. Bandhan Small Cap Fund
1 साल में रिटर्न : 49.48% (रेगुलर), 51.68% (डायरेक्ट)
3. ITI Small Cap Fund
1 साल में रिटर्न : 48.54% (रेगुलर), 51.15% (डायरेक्ट)
4. Franklin India Smaller Companies Fund
1 साल में रिटर्न : 49.44% (रेगुलर), 50.76% (डायरेक्ट)
5. Nippon India Small Cap Fund
1 साल में रिटर्न : 45.63% (रेगुलर), 46.87% (डायरेक्ट)
6. Quant Small Cap Fund
1 साल में रिटर्न : 44.90% (रेगुलर), 46.58% (डायरेक्ट)
7. HDFC Small Cap Fund
1 साल में रिटर्न : 43.90% (रेगुलर), 45.22% (डायरेक्ट)
8. HSBC Small Cap Fund
1 साल में रिटर्न : 43.31% (रेगुलर), 44.79% (डायरेक्ट)
9. Sundaram Small Cap Fund
1 साल में रिटर्न : 42.46% (रेगुलर), 44.05% (डायरेक्ट)
10. Invesco India Smallcap Fund
1 साल में रिटर्न : 41.26% (रेगुलर), 43.31% (डायरेक्ट)
जोखिम भरा है स्मॉल कैप फंड में निवेश
आमतौर पर स्मॉल कैप कंपनियां तुलनात्मक रूप से नई और ज्यादा एग्रेसिव बिजनेस स्ट्रैटजी वाली होती हैं. इन कंपनियों में आर्थिक उतार-चढ़ाव या उथल-पुथल की आशंका लार्ज कैप या मिड कैप के मुकाबले अधिक होती है. यही वजह है कि बाजार में गिरावट का दौर आने पर इन कंपनियों के शेयरों में सबसे ज्यादा नुकसान होता है. वहीं, तेजी के दौर में मोटा मुनाफा कमाने की गुंजाइश भी बनी रहती है. स्मॉल कैप फंड्स का 65 फीसदी या उससे अधिक निवेश ऐसी ही कंपनियों में होता है, लिहाजा इन्हें निवेश के लिहाज से सबसे ज्यादा जोखिम वाली कैटेगरी में माना जाता है. यही वजह है कि स्मॉल कैप फंड में निवेश से पहले आपको अपने रिस्क प्रोफाइल को अच्छी तरह समझ लेना चाहिए. इसके अलावा यह बात भी ध्यान में रखें कि शेयर बाजार में डायरेक्ट इनवेस्टमेंट हो या म्यूचुअल फंड्स के जरिए निवेश, पिछले प्रदर्शन को भविष्य में वैसा ही रिटर्न देने की गारंटी नहीं माना जा सकता.
(डिस्क्लेमर: म्यूचुअल फंड में निवेश पर शेयर बाजार के उतार-चढ़ाव का सीधा असर पड़ता है. पिछले रिटर्न के आंकड़े भविष्य में वैसे ही रिटर्न की गारंटी नहीं देते. हमारा मकसद किसी फंड में निवेश की सलाह देना नहीं, सिर्फ जानकारी मुहैया कराना है. निवेश का कोई भी फैसला अपने निवेश सलाहकार की राय लेकर ही करें.)