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वॉरेन बफेट के कोट्स दुनिया भर में सुने जाते हैं. ये सिर्फ अमेरिकी बाजार वॉल स्ट्रीट के लिए नहीं, बल्कि निवेश के लिए यूनिवर्सल थ्योरी होते हैं. (AI generated)
The ONLY 5 Warren Buffett quotes you must know for big success in investing : ओमाहा के जादूगर वॉरेन बफेट (Warren Buffett), जिन्हें दुनिया के सबसे बड़े निवेशक के रूप में पहचाना जाता है, हमेशा अपनी वार्षिक चिट्ठियों और कभी-कभी मिलने वाले इंटरव्यूज में अपनी गहरी समझ और अनुभव से भरी बातें साझा करते हैं. उनके विचार न सिर्फ निवेशकों के लिए, बल्कि जीवन में सफलता पाने के लिए भी मार्गदर्शन का काम करते हैं. उनकी ये बातें जैसे अनुभवी माता-पिता अपने बच्चों को जीवन का सही रास्ता दिखा रहे हों. खासकर भारत के युवा निवेशकों के लिए, जो शेयर बाजार की अनिश्चितता और उतार-चढ़ाव से जूझते हैं, बफेट के ये कोट्स एक ऐसी राह दिखाते हैं, जिस पर चलकर सफलता हासिल की जा सकती है. आइए, हम उनके 5 बेहतरीन और प्रेरक कोट्सों से कुछ सीखते हैं.
रुल नंबर 1: कभी पैसे मत खोओ, रुल नंबर 2: नियम नंबर 1 को कभी मत भूलो
यह वॉरेन बफेट का एक बहुत ही प्रसिद्ध और आसान समझ में आने वाला कोट्स है, जिसे उन्होंने 1983 में अपनी बर्कशायर हैथवे की सालाना चिट्ठी में लिखा था. इस कोट्स में उनका कहना है कि सबसे पहले आपको अपने पैसे को सुरक्षित रखना चाहिए. अगर आप पैसे खो देते हैं, तो उसे वापस कमाना बहुत मुश्किल होता है.
उदाहरण के तौर पर, अगर किसी स्टॉक में आपको 50% का नुकसान हो जाए, तो उस कीमत को वापस लाने के लिए आपको 100% का मुनाफा चाहिए. इसलिए, बड़े मुनाफे के पीछे दौड़ने से पहले यह जरूरी है कि आप अपने निवेश को नुकसान से बचाकर रखें.
भारत में इसका मतलब है कि जोखिम से बचना चाहिए. जैसे 1999 में इंटरनेट स्टॉक्स का बूम आया था, तब कई लोग बिना सोचे-समझे दूसरों के पीछे-पीछे दौड़ पड़े थे, क्योंकि उन्हें बहुत बड़े मुनाफे के बारे में बताया जा रहा था. लेकिन जब 2000 में बाजार गिरा, तो बहुत से लोग अपना पैसा खो बैठे. इस कोट्स का मतलब है कि ऐसे जोखिम भरे फैसलों से बचना चाहिए. इसका मुख्य संदेश यह है कि जब आप स्टॉक्स में निवेश करें, तो सबसे पहले नुकसान से बचने की कोशिश करें. अगर आप यह सही से कर पाए, तो आप निवेश में सफलता के बहुत करीब होंगे.
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एक शानदार कंपनी को सही कीमत पर खरीदना, एक सामान्य कंपनी को सस्ते में खरीदने से कहीं बेहतर है
यह वॉरेन बफेट का 1989 का एक कोट्स है, जिसमें उन्होंने यह समझाया कि सस्ते और साधारण कारोबारों को छोड़कर, अब वह अच्छी गुणवत्ता वाली कंपनियों में निवेश करते हैं, लेकिन सही या उचित कीमत पर. इसका मतलब यह है कि एक "शानदार" कंपनी के पास कुछ खास ताकत हो सकती है, जैसे अच्छा ब्रांड या बाजार में पहले से बढ़त, जो उसे लंबे समय तक फायदा दिलाएगी. और "उचित कीमत" का मतलब है कि आपको अच्छे व्यवसाय के लिए ज्यादा पैसे नहीं चुकाने चाहिए. बफेट का एक और प्रसिद्ध कोट्स है: "कीमत वह है जो आप चुकाते हैं, मूल्य वह है जो आपको मिलता है."
यहां भारतीय निवेशकों के लिए एक उदाहरण है, जो इस बात को अच्छे से समझने में मदद करेगा.
सस्ते में चीजें खरीदने से बेहतर है कि आप गुणवत्ता को पहले प्राथमिकता दें.
उदाहरण के लिए, एशियन पेंट्स, जो भारत की सबसे बड़ी पेंट कंपनी है और जिसका बाजार में 50% से ज्यादा हिस्सा है. इसका बड़ा ब्रांड और मजबूत वितरण नेटवर्क इसे एक मजबूत कंपनी बनाता है, जिसे नकल करना मुश्किल है. जब आप इस शानदार कंपनी को सही कीमत पर खरीदते हैं, तो आप सही रास्ते पर होते हैं. सही कीमत क्या है? बफेट सीधे तौर पर नहीं बताते, लेकिन उनका कहना है कि स्टॉक्स तब खरीदें जब बाकी लोग डर रहे हों, यानी जब बाजार में घबराहट हो. अब हम अगले कोट्स की ओर बढ़ते हैं...
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जब लोग लालची हों, तो आप सावधान रहें और जब लोग डरे हुए हों, तो आप मौका पकड़ें
ये वॉरेन बफेट का बहुत ही मशहूर और सीख देने वाला कथन है, जो 2004 में उनके पत्र में आया था. इसका मतलब है — जब सब लोग बाजार में जोश-जोश में खरीदारी कर रहे हों, तब आपको थोड़ा सतर्क रहना चाहिए, क्योंकि उस वक्त शेयर महंगे हो सकते हैं और नुकसान का खतरा बढ़ जाता है. लेकिन जब सब लोग डर के कारण शेयर बेच रहे हों, तब वही अच्छे शेयर सस्ते मिलते हैं और कमाई का सही मौका होता है. इसमें बताया गया है कि निवेश में भावनाओं को काबू में रखना जरूरी है, और कई बार भीड़ के उलट चलना समझदारी होती है.
भारत में हमने ऐसा होते देखा है. 2021 में जब IPO का जोर था, तब Zomato का शेयर 76 रुपये के दाम से बढ़कर सीधे 150 रुपये पर पहुंच गया — क्योंकि लोग बहुत लालची हो गए थे. लेकिन एक साल बाद 2022 में वो गिरकर 50 रुपये पर आ गया, क्योंकि असलियत सामने आई — कंपनी को घाटा हो रहा था और मुनाफा नहीं था.
अगर बफेट होते तो 2021 की तेजी में शायद सतर्क रहते और 2022 की गिरावट में सोचते कि क्या अब ये शेयर सस्ते में लेने लायक है. लेकिन वो तभी खरीदते जब कंपनी के पास कोई मजबूत खासियत होती.
2020 के लॉकडाउन में बाजार जब 40% गिरा था, तब Mahindra & Mahindra जैसे अच्छे शेयर बहुत कम कीमत पर मिल रहे थे. वो मौका था डर के समय समझदारी से खरीदारी करने का. जिन्होंने तब खरीदा, उन्हें 10 गुना तक फायदा हुआ.
तो असली बात ये है — किसी शेयर में निवेश करने से पहले उसकी बुनियादी स्थिति को समझिए और बाजार के मूड को देखकर सही वक्त पहचानिए.
अगर आप सोते हुए पैसे कमाने का तरीका नहीं ढूंढते, तो आपको पूरी जिंदगी काम करना पड़ेगा
2017 में एक इंटरव्यू में वॉरेन बफेट ने यह बात कही थी, जो यह दिखाता है कि निवेश से होने वाली पैसिव इनकम कितनी अहम है. इसका मतलब है कि आपको अपने पैसे को ऐसे निवेश में लगाना चाहिए, जो खुद-ब-खुद बढ़े, जैसे कि शेयर, डिविडेंड्स या म्यूचुअल फंड्स. ऐसा करने से आपका पैसा आपके लिए काम करेगा, और आपको सोते समय भी फायदा होगा. अगर ऐसा नहीं हो रहा, तो आप हमेशा अपना समय पैसे के बदले बेचते रहेंगे.
भारत में यह खासकर युवाओं के लिए एक चेतावनी है. फिक्स्ड डिपॉज़िट में पैसे रखने के बजाय, जो मुश्किल से महंगाई को मात देता है, आपको डिविडेंड देने वाले स्टॉक्स या SIPs में निवेश करना चाहिए. उदाहरण के तौर पर, ITC में निवेश करें, जो 3% डिविडेंड देता है और 10 सालों में 10% की सालाना बढ़त हुई है. अगर आप ITC में 1 लाख रुपये लगाते हैं, तो आपको हर साल 3,000 रुपये डिविडेंड मिलेंगे, जो बढ़ते रहेंगे. या फिर Nifty 50 फंड में SIP शुरू करें—अगर आप हर महीने 5,000 रुपये डालते हैं और 12% की सालाना बढ़त होती है, तो 20 साल में आपका निवेश 30 लाख रुपये बन सकता है. इस तरह से आपका पैसा बढ़ेगा, और आप सोते हुए भी पैसे कमा सकते हैं.
ज्ञान जो सीमाओं से परे है
वॉरेन बफेट के उद्धरणों की एक वैश्विक अपील है. ये सिर्फ वॉल स्ट्रीट के लिए नहीं हैं—बल्कि ये दलाल स्ट्रीट के लिए भी हैं. इन उद्धरणों में अपनी पूंजी की सुरक्षा, अच्छे स्टॉक्स को उचित मूल्य पर खरीदने, भीड़ का पीछा न करने, धैर्य रखने और पैसिव इनकम बनाने की बात की जाती है... ये सभी सामान्य सिद्धांत हैं. भारत के शेयर बाजार में, जहां आईपीओ का उत्साह कई लोगों को आकर्षित करता है और क्रैश कई लोगों को नुकसान पहुंचाते हैं, ये उद्धरण हमें जमीन से जुड़े रहने की सीख देते हैं. अगर कोई संदेह हो, तो बफेट की ज्ञान से मार्गदर्शन लें.
इस लेख का उद्देश्य केवल दिलचस्प चार्ट, आंकड़े और सोचने पर मजबूर करने वाली राय साझा करना है. यह निवेश की सिफारिश नहीं है. अगर आप निवेश करने पर विचार कर रहे हैं, तो अपने सलाहकार से परामर्श करना अत्यंत जरूरी है. यह लेख केवल शैक्षिक उद्देश्यों के लिए है.
(Article : Suhel Khan)