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Waaree Energies Chairman MD: वारी एनर्जीज के चेयरमैन और मैनेजिंग डायरेक्टर हितेश चिमनलाल दोशी
Waaree Energies: मार्केट और कारोबार जगत में आज वारी एनर्जीज (Waaree Energies) काफी चर्चे में है. वजह कंपनी फंड जुटाने के लिए स्टॉक मार्केट में हाल के दिनों में आईपीओ लेकर आई. जिसकी आज लिस्टिग हुई. बीएसई पर कंपनी का शेयर 2550 रुपये पर लिस्ट हुआ, जबकि आईपीओ प्राइस 1503 रुपये था. अपनी लिस्टिंग पर कंपनी के स्टॉक ने 70 फीसदी या 1047 रुपये प्रति शेयर रिटर्न दिया, निवेशक फायदे में हैं.
इस शोर के बीच आज हम उस शख्सियत के बारे में जानेंगे, जिसने वारी एनर्जीज की शुरुआत की. आधिकारिक तौर कंपनी आज से करीब 35 साल पहले शुरू हुई. 5000 हजार उधार के पैसे से शुरू हुई वारी एनर्जीज आज 11000 करोड़ की कंपनी बन गई है. इतना ही नहीं आज यह सोलर पीवी मॉड्यूल बनाने वाली देश की सबसे बड़ी कंपनी भी है. वारी एनर्जीज को इस मुकाम तक पहुंचाने वाले शख्सियत की कहानी के बारे में आइए जानते है.
वारी एनर्जीज के पीछे इन शख्सियत का है हाथ
तीन दशक पहले करीबियों से लिये गए उधार के पैसों से शुरू हुआ वेंचर आज वारी एनर्जीज के नाम से जानी जाती है. साल 1989 में कंपनी आधिकारिक तौर पर पंजीकृत कराई गई. आज यह 11000 करोड़ से अधिक की कंपनी बन गई है. कंपनी की सफलता के पीछे जिस शख्सियत का हाथ है उसका नाम हितेश चिमनलाल दोशी (Hitesh Chimanlal Doshi) है. महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के 57 साल के हितेश दोशी 12वीं के बाद आगे की पढ़ाई के लिए मुंबई शिफ्ट आए और यहां कॉमर्स में बैचलर करने हुए वारी एनर्जीज की शुरूआत की.
हितेश दोशी के बारे में
महाराष्ट्र के बुलढाणा जिले के एक गांव में पले-बढ़े हितेश दोशी ने अपने गृह जिले में रहकर शुरूआती पढ़ाई पूरी की. बुलढाणा के ही एक गांव में उनके पिता एक छोटी सी किराने की दुकान चलाते थे. बारहवीं के बाद आगे की पढ़ाई के लिए उन्होंने साल 1989 में मुंबई का रूख किया. पिता के कंधों पर वित्तीय बोझ कम पड़े उसके लिए दोशी ने पहल की. बैचलर की पढ़ाई के साथ-साथ उन्होंने मुंबई में खुद का एक वेंचर शुरू किया.
वेंचर शुरू करने के लिए उन्होंने ने अपने रिश्तेदारों से 5,000 रुपये उधार लिये. शुरूआत में उन्होंने छोटे व्यापारियों को प्रेशर और तापमान गेज बेचने का काम शुरू किया. सितंबर 1989 में उन्होंने अपने वेंचर को वारी इंस्ट्रूमेंट्स के नाम से रजिस्टर कराया. पहले साल में उनकी कंपनी का टर्नओवर 12,000 रुपये था. धीरे-धीरे, उन्होंने अपने व्यवसाय को बढ़ाया और 2007 में सौर उपकरणों का निर्माण शुरू किया. वारी एनर्जी ने सौर ऊर्जा क्षेत्र में तेजी से विकास किया है और आज यह भारत की प्रमुख सौर ऊर्जा कंपनियों में से एक है. उनकी कहानी मेहनत, दृढ़ संकल्प और नवाचार की मिसाल है.
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कंपनी का परफार्मेंस की बात करें तो वित्त वर्ष 2023-24 में कंपनी का रेवेन्यू 11,398 करोड़ का रहा. इस दौरान कंपनी की कमाई 1,274 करोड़ दर्ज की गई.
हितेश दोशी मौजूदा समय में वारी एनर्जीज के चेयरमैन व मैनेजिंग डायरेक्टर हैं. वारी एनर्जीज की आधिकारिक वेबसाइट के मुताबिक साल 1999 से हितेश दोशी कंपनी से जुड़े है. फिलहाल उनके पास कंपनी के वित्तीय प्रदर्शन, निवेशों और अन्य व्यावसायिक उपक्रमों के देखरेख की जिम्मेदारी है. हितेश दोशी के पास इंजीनियरिंग इंडस्ट्री में 22 से अधिक सालों का एक्सपीरियंस हैं. हितेश दोशी ने यूनिवर्सिटी ऑफ मुंबई से कॉमर्स में बैचलर की डिग्री हासिल की है. उन्होंने यूरोपियन कॉन्टिनेंटल यूनिवर्सिटी (European Continental University) से बिजनेस प्रोजेक्ट मैनेजमेंट (प्रोफेशनल एंटरप्रेन्योरशिप) में डॉक्टोरेट की डिग्री हासिल की है.
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