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Mutual Fund: टॉप डिविडेंड यील्ड फंड ने 3 साल में 31% तक दिया रिटर्न, इनमें निवेश पर क्यों मिलता है टैक्स बेनिफिट?

Dividend Yield Fund : डिविडेंड यील्ड फंड्स को अन्य इक्विटी म्यूचुअल फंड्स की तुलना में कम जोखिम वाला माना जाता है. यानी ऐसे निवेशक, जो अपने इनवेस्टमेंट पर ज्यादा रिस्क नहीं लेना चाहते, इन पर विचार कर सकते हैं.

Dividend Yield Fund : डिविडेंड यील्ड फंड्स को अन्य इक्विटी म्यूचुअल फंड्स की तुलना में कम जोखिम वाला माना जाता है. यानी ऐसे निवेशक, जो अपने इनवेस्टमेंट पर ज्यादा रिस्क नहीं लेना चाहते, इन पर विचार कर सकते हैं.

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Viplav Rahi
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Dividend Yield Fund : डिविडेंड यील्ड फंड्स का उद्देश्य हाई डिविडेंड यील्ड वाले शेयरों में निवेश करके निवेशकों के लिए इनकम जेनरेट करना है. (Image : Financial Express.com)

Dividend Yield Fund : how it has performed over the years : डिविडेंड यील्ड फंड एक तरह का इक्विटी म्यूचुअल फंड (Equity Mutual Fund) है जो उन कंपनियों में इन्वेस्ट करता है, जो पिछले कई बरसों से लगातार ऊंचे डिविडेंड का भुगतान करती रही हैं. डिविडेंड यील्ड फंड्स का उद्देश्य हाई डिविडेंड यील्ड वाले शेयरों में निवेश करके निवेशकों के लिए इनकम जेनरेट करना है. सेबी के रेगुलेशन के मुताबिक डिविडेंड यील्ड फंड का कम से कम 65% हिस्सा इक्विटी और उससे जुड़े इंस्ट्रूमेंट्स में इन्वेस्ट होना अनिवार्य है. डिविडेंड यील्ड म्यूचुअल फंड के पोर्टफोलियो में आमतौर पर मजबूत ब्लू-चिप कंपनियों के अलावा यूटिलिटी और रियल्टी सेक्टर के मजबूत शेयर देखने को मिल जाएंगे.

किनके लिए बेहतर हैं डिविडेंड यील्ड फंड्स 

डिविडेंड यील्ड फंड्स को अन्य इक्विटी म्यूचुअल फंड्स की तुलना में कम जोखिम वाला माना जाता है. यानी ऐसे निवेशक, जो अपने इनवेस्टमेंट पर ज्यादा रिस्क नहीं लेना चाहते, इन पर विचार कर सकते हैं. इसके साथ ही जिन लोगों का मकसद अपने निवेश के जरिए रेगुलर इनकम हासिल करना है, उनके लिए भी ये बेहतर विकल्प साबित हो सकते हैं. खास बात ये है कि डिविडेंड यील्ड फंड इनकम जेनरेशन और रिस्क मैनेजमेंट के बीच संतुलन बनाकर निवेश करते हैं. यही वजह है कि ये फंड स्टेबिलिटी और पैसिव इनकम को अहमियत देने वाले निवेशकों के लिए आकर्षक ऑप्शन हो सकते हैं. 

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बेहतर रिटर्न देने वाले डिविडेंड यील्ड फंड 

भारतीय निवेशकों के लिए कई ऐसे डिविडेंड यील्ड फंड मौजूद हैं, जिन्होंने पिछले 3 से 5 साल के दौरान बेहतरीन रिटर्न दिए हैं. ऐसे टॉप 5 फंड्स की जानकारी हम यहां दे रहे हैं. यहां इन फंड्स के सिर्फ डायरेक्ट प्लान का डिटेल दिया गया है, जो आमतौर पर रेगुलर प्लान के मुकाबले आधा से डेढ़ फीसदी तक अधिक रहता है. सभी आंकड़े 12 मार्च तक अपडेटेड हैं. 

ICICI Prudential Dividend Yield Equity Fund

3 साल का रिटर्न : 31.22%

5 साल का रिटर्न : 23.57%

एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 3,533.26 करोड़ रुपये

Aditya Birla Sun Life Dividend Yield Fund

3 साल का रिटर्न : 27.64%

5 साल का रिटर्न : 21.17%

एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 1,311.31 करोड़ रुपये

Templeton India Equity Income Fund

3 साल का रिटर्न : 26.34%

5 साल का रिटर्न : 23.25%

एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 2,111.90 करोड़ रुपये

Sundaram Dividend Yield Fund

3 साल का रिटर्न : 21.64%

5 साल का रिटर्न : 19.64%

एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 821.07 करोड़ रुपये


UTI Dividend Yield Fund

3 साल का रिटर्न : 20.78%

5 साल का रिटर्न : 18.20%

एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) : 3,636.41 करोड़ रुपये

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डिविडेंड यील्ड फंड पर कितना लगता है टैक्स

डिविडेंड यील्ड फंड भी इक्विटी फंड की कैटेगरी में ही आते हैं. लिहाजा इनमें तीन साल या उससे ज्यादा वक्त के लिए निवेश करने पर इनकम टैक्स में छूट का लाभ मिलेगा. सबसे पहले तो हर साल 1.5 लाख रुपये तक के निवेश पर सेक्शन 80C के तहत टैक्स छूट मिलेगी. इसके बाद अगर आपने अपने इनवेस्टमेंट को 3 साल तक होल्ड करने के बाद वापस निकाला, तो उस पर एक वित्त वर्ष के दौरान हुए 1 लाख रुपये तक के मुनाफे को लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) मानकर कोई टैक्स नहीं लगाया जाएगा. लेकिन अगर यह लाभ 1 लाख रुपये से ज्यादा हुआ, तो उस पर 10 फीसदी LTCG टैक्स देना पड़ेगा. ऐसा होने पर भी ऊंचे टैक्स स्लैब में आने वाले निवेशक फायदे में ही रहेंगे, क्योंकि उन्हें स्लैब के हिसाब से टैक्स नहीं देना पड़ेगा.

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निवेश से पहले ध्यान रखें 

इक्विटी फंड होने के कारण डिविडेंड यील्ड फंड का 65 फीसदी निवेश शेयर्स में किया जाता है. इसी वजह से इसमें मार्केट रिस्क हमेशा बना रहता है. लिहाजा, निवेशकों को इसमें पैसे लगाने का फैसला अपने रिस्क प्रोफाइल को ध्यान में रखते हुए ही करना चाहिए. इक्विटी फंड्स में निवेश का असली फायदा लॉन्ग टर्म इनवेस्टमेंट करने पर ही मिलता है. इसलिए 5 साल या उससे ज्यादा समय तक निवेश करने की तैयारी रखें तो बेहतर रहेगा.

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