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Womens World Cup2025 : आईसीसी महिला विश्व कप 2025 के फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर भारत ने पहली बार विश्व चैंपियन का ताज अपने नाम किया. (Image: X/@BCCIWomen)
Womens World Cup 2025, World Champions Indian Team: आईसीसी महिला विश्व कप 2025 का फाइनल भारतीय महिला क्रिकेट के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में दर्ज हो गया है. टीम इंडिया ने दक्षिण अफ्रीका को 52 रनों से हराकर पहली बार विश्व चैंपियन बनने का गौरव हासिल किया. यह जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं बल्कि उस सपने की साकार तस्वीर है जिसे भारत की बेटियाँ पिछले दो दशकों से पूरा करने के लिए संघर्ष कर रही थीं. पूरे देश में इस ऐतिहासिक उपलब्धि का जश्न मनाया जा रहा है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस जीत पर टीम इंडिया को बधाई देते हुए कहा कि “यह जीत शानदार टीमवर्क, आत्मविश्वास और कौशल की मिसाल है, जो आने वाली पीढ़ियों को खेलों में प्रेरित करेगी.” वहीं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने इस ऐतिहासिक उपलब्धि के सम्मान में खिलाड़ियों, कोच और सपोर्ट स्टाफ सहित पूरी टीम के लिए 51 करोड़ रुपये के नकद इनाम की घोषणा की है.
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यह जीत भारतीय महिला क्रिकेट के लिए एक नए युग की शुरुआत है. ऐसा युग जिसमें बेटियाँ मैदान पर अपना दबदबा बना रही हैं और देश के करोड़ों खेलप्रेमियों को गौरवान्वित कर रही हैं. इस जीत ने भारत की युवा पीढ़ी, खासकर लड़कियों के भीतर यह विश्वास जगाया है कि मेहनत, अवसर और जज़्बे के साथ कोई भी सपना असंभव नहीं.
नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में दक्षिण अफ्रीका को 52 रन से हराकर भारतीय महिला टीम ने पहली बार वर्ल्ड कप का खिताब अपने नाम किया. जानिए, मैदान पर इतिहास रचने वाली इन बेटियों का किस शहर से है नाता.
किस शहर की रहने वाली हैं विश्व विजेता टीम की खिलाड़ी
हरमनप्रीत कौर
टीम इंडिया की कप्तान हरमनप्रीत कौर पंजाब के मोगा जिले से ताल्लुक रखती हैं. वह भारत की सबसे अनुभवी और भरोसेमंद ऑलराउंडर मानी जाती हैं. अपने आक्रामक खेल, दमदार कप्तानी और बड़े मौकों पर जिम्मेदारी भरे प्रदर्शन के लिए हरमनप्रीत महिला क्रिकेट की पहचान बन चुकी हैं. उनके नेतृत्व में भारत ने पहली बार आईसीसी महिला विश्व कप का खिताब अपने नाम किया.
स्मृति मंधाना
टीम की उपकप्तान स्मृति मंधाना महाराष्ट्र के सांगली जिले से हैं. वह एक स्टाइलिश लेफ्ट-हैंड ओपनर हैं, जो अपनी तकनीकी निपुणता और आकर्षक स्ट्रोकप्ले के लिए जानी जाती हैं. मंधाना की बल्लेबाज़ी में आक्रामकता और शालीनता का शानदार संतुलन देखने को मिलता है. उनकी शानदार शुरुआतों ने वर्ल्ड कप में टीम इंडिया की जीत की नींव रखी.
प्रतिका रावल
टीम की उभरती हुई खिलाड़ी प्रतिका रावल दिल्ली और हरियाणा क्षेत्र से ताल्लुक रखती हैं. वह एक प्रतिभाशाली युवा बल्लेबाज़ और ऑलराउंडर हैं. घरेलू क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन के दम पर उन्होंने राष्ट्रीय टीम में जगह बनाई. अपने आत्मविश्वास और ऑलराउंड कौशल के कारण वह भारतीय महिला क्रिकेट की नई उम्मीद मानी जा रही हैं.
हर्लीन देओल
हर्लीन देओल चंडीगढ़ से हैं और भारतीय महिला टीम की सबसे फुर्तीली फील्डर्स में गिनी जाती हैं. वह एक भरोसेमंद मिडल ऑर्डर बल्लेबाज़ हैं, जो त्वरित रन बनाने और टीम को संकट से उबारने की क्षमता रखती हैं. उनकी फील्डिंग ने कई अहम मौकों पर टीम इंडिया को बढ़त दिलाई है, जिससे वह दर्शकों की पसंदीदा खिलाड़ियों में शामिल हो गई हैं.
दीप्ति शर्मा
दीप्ति शर्मा उत्तर प्रदेश के आगरा शहर से हैं और टीम इंडिया की सबसे भरोसेमंद ऑलराउंडर्स में से एक हैं. वह अपने संतुलित खेल, सटीक गेंदबाज़ी और जिम्मेदार बल्लेबाज़ी के लिए जानी जाती हैं. आईसीसी महिला वर्ल्ड कप के फाइनल में उन्होंने शानदार प्रदर्शन करते हुए 58 रन बनाए और 5 विकेट झटके, जिसके चलते उन्हें ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया. उनकी इस उपलब्धि ने भारत की ऐतिहासिक जीत में निर्णायक भूमिका निभाई.
जेमिमा रॉड्रिग्स
जेमिमा रॉड्रिग्स महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से हैं और भारतीय महिला क्रिकेट की सबसे चमकती युवा स्टार बल्लेबाज़ों में से एक हैं. वह अपनी तेज़ रन बनाने की क्षमता और मुश्किल परिस्थितियों में संयमित बल्लेबाज़ी के लिए जानी जाती हैं. जेमिमा का आत्मविश्वास और स्ट्राइक रोटेशन का कौशल टीम को लगातार मजबूती देता है. उन्होंने वर्ल्ड कप के अहम मुकाबलों में शानदार साझेदारियाँ निभाकर भारत की जीत में अहम योगदान दिया.
रेणुका सिंह ठाकुर
रेणुका सिंह ठाकुर हिमाचल प्रदेश से हैं और भारतीय महिला टीम की सबसे प्रभावशाली तेज़ गेंदबाज़ों में से एक हैं. वह नई गेंद से विरोधी बल्लेबाज़ों को शुरुआती झटके देने में माहिर हैं. उनकी स्विंग और सटीक लाइन-लेंथ ने कई बार टीम को मजबूत शुरुआत दिलाई है. रेणुका अपने आक्रामक अंदाज़ और निरंतर प्रदर्शन के दम पर भारत की बॉलिंग अटैक की रीढ़ बन चुकी हैं.
अरुंधति रेड्डी
अरुंधति रेड्डी तेलंगाना की राजधानी हैदराबाद से हैं और टीम इंडिया की भरोसेमंद मीडियम पेस गेंदबाज़ों में गिनी जाती हैं. वह अपने ऊर्जावान एथलेटिक प्रदर्शन और लगातार सटीक लाइन-लेंथ के लिए जानी जाती हैं. अरुंधति ने वर्ल्ड कप में कई अहम मौकों पर रन रोकने और विकेट निकालने का काम किया, जिससे टीम को बढ़त मिली. उनकी फिटनेस और समर्पण उन्हें भारत की तेज़ गेंदबाज़ी इकाई का अहम हिस्सा बनाते हैं.
ऋचा घोष
ऋचा घोष पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी शहर से हैं और टीम इंडिया की सबसे आक्रामक विकेटकीपर-बल्लेबाज़ों में से एक हैं. वह अपनी पावर हिटिंग और तेज़ स्ट्राइक रेट के लिए जानी जाती हैं. निचले क्रम में बल्लेबाज़ी करते हुए ऋचा कई बार टीम को मजबूत फिनिश देती हैं. विकेट के पीछे उनकी फुर्ती और स्टंपिंग की तेजी उन्हें भारतीय महिला क्रिकेट की सबसे भरोसेमंद खिलाड़ियों में शामिल करती है.
क्रांति गौड़
क्रांति गौड़ मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले से हैं और भारतीय महिला क्रिकेट की उभरती हुई तेज़ गेंदबाज़ों में से एक हैं. उन्होंने घरेलू टूर्नामेंट्स में लगातार शानदार प्रदर्शन करते हुए चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा. अपनी तेज़ गेंदबाज़ी और सटीक नियंत्रण के दम पर पहली बार वर्ल्ड कप टीम में जगह बनाई. क्रांति युवा जोश और निरंतर मेहनत की मिसाल हैं, जिन्हें भारत के भविष्य की बॉलिंग स्टार माना जा रहा है.
अमनजोत कौर
अमनजोत कौर पंजाब से हैं और टीम इंडिया की भरोसेमंद ऑलराउंडर खिलाड़ी हैं. वह मिडल ऑर्डर में टीम को स्थिरता देने के साथ-साथ अंतिम ओवरों में तेजी से रन बनाने की क्षमता रखती हैं. अमनजोत अपनी शांत स्वभाव, जिम्मेदार बल्लेबाज़ी और उपयोगी गेंदबाज़ी के लिए जानी जाती हैं. उन्होंने वर्ल्ड कप के अहम मुकाबलों में बल्ले और गेंद दोनों से शानदार योगदान दिया, जिससे टीम की जीत की राह मजबूत हुई.
राधा यादव
राधा यादव महाराष्ट्र की राजधानी मुंबई से हैं और टीम इंडिया की प्रमुख लेफ्ट-आर्म स्पिनर हैं. वह अपनी सटीक लाइन और नियंत्रित गेंदबाज़ी के लिए जानी जाती हैं. राधा मिडल ओवरों में विपक्षी टीम की रन गति पर ब्रेक लगाने में माहिर हैं. उनकी गेंदों में विविधता और दबाव की स्थिति में धैर्य बनाए रखने की क्षमता ने उन्हें भारत की स्पिन अटैक का अहम हिस्सा बना दिया है.
श्री चरणी
श्री चरणी आंध्र प्रदेश के कडपा जिले से हैं और टीम इंडिया की उभरती हुई लेफ्ट-आर्म ऑर्थोडॉक्स स्पिनर हैं. उन्होंने घरेलू क्रिकेट में अपने बेहतरीन प्रदर्शन और लगातार विकेट लेने की क्षमता से चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा. श्री चरणी की गेंदबाज़ी में नियंत्रण और विविधता दोनों है, जिससे वह टीम की स्पिन विभाग में नई ताकत बनकर उभरी हैं.
यस्तिका भाटिया
यस्तिका भाटिया गुजरात के वडोदरा शहर से हैं और टीम इंडिया की प्रतिभाशाली विकेटकीपर-बल्लेबाज़ हैं. वह अपनी तकनीकी रूप से मजबूत बल्लेबाज़ी और दबाव की स्थिति में संभलकर खेलने की क्षमता के लिए जानी जाती हैं. यस्तिका एक भरोसेमंद फिनिशर हैं, जो टीम को मुश्किल पलों में स्थिरता प्रदान करती हैं. विकेट के पीछे उनकी सटीक ग्लववर्क और मैदान पर शांत स्वभाव उन्हें टीम की अहम खिलाड़ी बनाता है.
स्नेह राणा
स्नेह राणा उत्तराखंड की राजधानी देहरादून से हैं और भारतीय टीम की अनुभवी ऑफ-स्पिन ऑलराउंडर हैं. वह अपने संतुलित खेल और मुश्किल परिस्थितियों में टीम को संभालने की क्षमता के लिए जानी जाती हैं. स्नेह राणा कई मौकों पर संकटमोचक खिलाड़ी साबित हुई हैं. जब टीम को स्थिरता और विकेट दोनों की जरूरत होती है. उनकी सटीक गेंदबाज़ी और समझदारी भरी बल्लेबाज़ी ने भारत की ऐतिहासिक वर्ल्ड कप जीत में अहम भूमिका निभाई.
फाइनल में मैदान पर इन खिलाड़ियों ने किया कमाल
आईसीसी महिला विश्व कप 2025 के फाइनल में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने शानदार प्रदर्शन करते हुए इतिहास रच दिया. इस ऐतिहासिक मुकाबले में भारत की प्लेइंग इलेवन में कप्तान हरमनप्रीत कौर, उपकप्तान स्मृति मंधाना, ओपनर शेफाली वर्मा, भरोसेमंद बल्लेबाज़ जेमिमा रॉड्रिग्स, ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा और अमनजोत कौर, विकेटकीपर-बल्लेबाज़ ऋचा घोष, स्पिनर राधा यादव और श्री चरणी, साथ ही तेज़ गेंदबाज़ रेणुका सिंह ठाकुर और क्रांति गौड़ शामिल थीं. वहीं यस्तिका भाटिया, स्नेह राणा, अरुंधति रेड्डी, हर्लीन देओल और प्रतिका रावल रिज़र्व खिलाड़ियों के रूप में टीम का हिस्सा रहीं.
फाइनल मुकाबले में भारतीय बल्लेबाज़ों ने दमदार प्रदर्शन किया. स्मृति मंधाना ने 45 रन और शेफाली वर्मा ने 87 रन की शानदार पारी खेली. दोनों ने पहले विकेट के लिए 104 रनों की साझेदारी कर टीम को मजबूत शुरुआत दिलाई. मिडल ऑर्डर में जेमिमा रॉड्रिग्स ने 24 और कप्तान हरमनप्रीत कौर ने 20 रन जोड़े. इसके बाद ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने 58 गेंदों पर 58 रन की लाजवाब पारी खेली और अंत में ऋचा घोष ने 24 गेंदों पर 34 रन की ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी कर भारतीय पारी को दमदार फिनिश दिया.
भारत ने अपने 50 ओवर में 7 विकेट पर 298 रन बनाए जो किसी महिला विश्व कप फाइनल में भारतीय टीम का अब तक का सबसे बड़ा स्कोर है. जवाब में दक्षिण अफ्रीका की कप्तान लौरा वोलवार्ड्ट के शतक के बावजूद टीम 246 रन पर ऑलआउट हो गई. भारत की जीत में दीप्ति शर्मा की ऑलराउंड परफॉर्मेंस निर्णायक रही. उन्होंने न सिर्फ अर्धशतक जड़ा बल्कि गेंदबाज़ी में 5 विकेट भी चटकाए.
दक्षिण अफ्रीका की ओर से अयाबोंगा खाका ने 3 विकेट झटके लेकिन भारतीय बल्लेबाज़ों के आत्मविश्वास और आक्रामक खेल के आगे वह टिक नहीं सकीं. अनुभव और युवा जोश के मेल से सजी इस भारतीय टीम ने विश्व क्रिकेट में एक नया अध्याय लिख दिया.
खिताब जीतने के बाद बीसीसीआई सचिव जय शाह ने ट्वीट कर खिलाड़ियों, कोच और सपोर्ट स्टाफ को बधाई दी और कहा कि यह जीत हर भारतीय के लिए गर्व का पल है. टीम का समर्पण और मेहनत हमारे देश की महिला क्रिकेट को नई ऊँचाइयों पर लेकर गया है.
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