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Apple advisory for iPhone users : दुनियाभर के 1.8 अरब iPhone यूजर्स (iPhone) के लिए ऐपल (Apple) की ताजा चेतावनी एक बड़ा अलार्म है. कंपनी ने 25 अप्रैल को एक आधिकारिक एडवाइजरी जारी कर यूजर्स से तुरंत एक ख़ास ऐप को डिलीट करने की अपील की है. ऐपल ने ऐप का नाम सीधे तौर पर उजागर नहीं किया, लेकिन इसके "grave danger" यानी ‘गंभीर खतरे’ की बात करते हुए कहा कि यह ऐप यूज़र्स की डिजिटल प्राइवेसी और बैंक डिटेल्स को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचा सकता है.
हालांकि, कंपनी ने किसी ऐप या डेवलपर का नाम सीधे तौर पर नहीं लिया है, लेकिन कंपनी द्वारा यूट्यूब पर जारी एक वीडियो में स्पष्ट रूप से गूगल क्रोम ब्राउज़र की ओर इशारा किया गया है. वीडियो में यूज़र्स से उस ब्राउज़र को "dump" यानी हटाने की सलाह दी गई, जिससे साफ है कि ऐपल अपने iPhone यूज़र्स को गूगल क्रोम ब्राउज़र से दूर रहने की चेतावनी दे रहा है.
आईफोन यूजर हैं तो इन बातों का रखें ध्यान
ऐपल की इस चेतावनी की गंभीरता को समझना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि यह केवल एक सामान्य सुझाव नहीं बल्कि एक साइबर सुरक्षा के लिहाज़ से अहम चेतावनी है. कंपनी का कहना है कि यह ऐप यूज़र्स के टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन कोड्स चुरा सकता है, जिससे हैकर्स को अकाउंट तक पहुंच मिल सकती है. हाल ही में सामने आए फिशिंग टूल्स जैसे ‘Astaroth’ ऐसे ही खतरनाक गतिविधियों में इस्तेमाल हो रहे हैं जो यूज़र्स की निजी जानकारी को चुरा सकते हैं.
मार्च 2025 में भी एक बड़ा साइबर खतरा सामने आया था, जब फर्जी सॉफ्टवेयर अपडेट्स के ज़रिए Apple डिवाइसेज़ को निशाना बनाया गया था. इस हमले से दुनियाभर में लाखों यूज़र्स प्रभावित हुए थे. ऐसे में Apple द्वारा अब दी गई चेतावनी को नज़रअंदाज़ करना भारी पड़ सकता है.
यह चेतावनी ऐसे समय पर आई है जब हाल ही में गूगल के प्लेटफॉर्म पर भी एक बड़ा साइबर हमला हुआ था, जिसमें 1.8 अरब Gmail यूज़र्स को निशाना बनाया गया था. ऐसे परिदृश्य में Apple की यह एडवाइजरी न सिर्फ़ यूज़र्स को संभावित खतरे से अवगत कराती है बल्कि यह भी दिखाती है कि कंपनी अपने यूज़र्स की सुरक्षा को लेकर कितनी गंभीर है.
Apple ने अपने यूज़र्स को कुछ खास सुरक्षा उपाय अपनाने की सलाह भी दी है. इनमें टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन को चालू रखना, संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करना और मैसेज में भेजे गए URLs की सावधानीपूर्वक जांच करना शामिल है. कंपनी का स्पष्ट संदेश है कि डेटा सुरक्षा को हल्के में लेना अब किसी भी यूज़र के लिए घातक साबित हो सकता है.
जैसे-जैसे Apple अपने मैन्युफैक्चरिंग बेस का विस्तार कर रहा है और डिजिटल सुरक्षा पर अधिक निवेश कर रहा है, यह चेतावनी मौजूदा साइबर जंग के बीच एक और बड़ा कदम है. यह कदम दर्शाता है कि दुनिया की प्रमुख टेक कंपनियों के बीच सिर्फ़ तकनीक की होड़ ही नहीं, बल्कि यूज़र्स की गोपनीयता और सुरक्षा सुनिश्चित करने की लड़ाई भी जारी है.