/financial-express-hindi/media/media_files/2025/09/25/virat-kohli-2025-09-25-09-50-17.jpg)
विराट कोहली बने इंडिया के सबसे हाईएस्ट वैल्यू सेलेब्रिटी।
विराट कोहली ने लगातार तीसरे साल इंडिया के हाईएस्ट वैल्यू सेलेब्रिटी ब्रांड का खिताब अपने नाम किया है। क्रोल की ताज़ा रिपोर्ट के अनुसार कोहली की ब्रांड वैल्यू 231.1 मिलियन डॉलर आंकी गई है। रिपोर्ट में यह भी सामने आया कि भारत के शीर्ष 25 सेलेब्रिटीज़ की संयुक्त ब्रांड वैल्यू 2024 में 2 अरब डॉलर को पार कर गई है, जो देश में सेलेब्रिटी एंडोर्समेंट्स की बढ़ती ताकत को दर्शाती है।
टॉप 10 सेलेब्रिटी ब्रांड वैल्यू
रणवीर सिंह ने लगातार दूसरा स्थान बनाए रखा है, हालांकि उनकी ब्रांड वैल्यू घटकर 170.7 मिलियन डॉलर रह गई। वहीं, बॉक्स ऑफिस पर धमाकेदार वापसी करने वाले शाहरुख़ खान ने तीसरे स्थान पर अपनी पकड़ बनाए रखी। उनकी ब्रांड वैल्यू में करीब 21% की बढ़ोतरी दर्ज की गई और यह बढ़कर 145.7 मिलियन डॉलर हो गई।
आलिया भट्ट ने भी अपनी लगातार ग्रोथ के दम पर चौथा स्थान हासिल किया है, उनकी ब्रांड वैल्यू 116.4 मिलियन डॉलर रही। सबसे चौंकाने वाला नाम रहा सचिन तेंदुलकर का, जिन्होंने नई एंडोर्समेंट्स वेव की बदौलत टॉप 5 में जगह बनाई। उनकी ब्रांड वैल्यू 112.2 मिलियन डॉलर तक पहुँच गई और वे पांचवें स्थान पर रहे।
बाकी टॉप टेन में Traditional बड़े नाम शामिल रहे। अक्षय कुमार छठे स्थान पर रहे, उनकी ब्रांड वैल्यू 108 मिलियन डॉलर आंकी गई। सातवें स्थान पर दीपिका पादुकोण और एमएस धोनी संयुक्त रूप से रहे, दोनों की ब्रांड वैल्यू 102.9 मिलियन डॉलर रही। ऋतिक रोशन ने सुधार दिखाते हुए नौवां स्थान हासिल किया, उनकी ब्रांड वैल्यू 92.2 मिलियन डॉलर रही। वहीं, महानायक अमिताभ बच्चन 83.7 मिलियन डॉलर की ब्रांड वैल्यू के साथ दसवें स्थान पर रहे।
मेजर जंप्स
स्टार प्लेयर्स के अलावा कुछ सेलेब्रिटीज़ ने 2024 में बड़ी छलांग लगाई। कृति सैनन 27वें स्थान से उछलकर सीधे 19वें स्थान पर आ गईं। तमन्ना भाटिया ने 21वां स्थान हासिल किया। क्रिकेट स्टार जसप्रीत बुमराह ने 22वां स्थान पाया, जबकि अनन्या पांडे पहली बार टॉप 25 में शामिल हुईं। उन्होंने 46वें स्थान से सीधे 25वें स्थान तक की छलांग लगाई।
ये मूवमेंट्स दिखाते हैं कि उभरते सितारे और खिलाड़ी कितनी तेजी से भारत की सेलेब्रिटी कल्चर को नया रूप दे रहे हैं।
मनोरंजन सेक्टर में बड़े बदलाव
ये रैंकिंग्स एंटरटेनमेंट सेक्टर में हो रहे व्यापक बदलावों को भी दर्शाती हैं। हिंदी फिल्मों का बॉक्स ऑफिस शेयर 2024 में घटकर 39.5% पर आ गया, जबकि साउथ इंडियन फिल्मों ने बाज़ी मारते हुए 47.7% शेयर हासिल किए। यह दर्शकों की बदलती पसंद का साफ संकेत है।
वहीं, ओटीटी प्लेटफॉर्म्स ने हाई-प्रोफाइल रिलीज़ के कुल रेवेन्यू में आधे से ज़्यादा हिस्सा अपने नाम किया। यह डिजिटल डिस्ट्रीब्यूशन की बढ़ती अहमियत को दिखाता है, हालांकि बड़े बजट की फिल्में अब भी सिनेमाघरों में दर्शकों को खींचने में कामयाब रहीं।
2024 में साफ दिखा कि भारतीय सिनेमा का भविष्य साथ मिलकर काम करने में है। अब ओटीटी कंटेंट और सिनेमा एक-दूसरे के पूरक बन गए हैं। मतलब, लोग दोनों का मज़ा ले सकते हैं – बड़े स्क्रीन पर धमाकेदार अनुभव और घर बैठे कहानी का नज़दीकी अनुभव। इंडस्ट्री जैसे-जैसे इस हाइब्रिड फॉर्मेट को अपनाती जा रही है, ये सिनेमा का अब तक का सबसे ज़बरदस्त दौर बन सकता है।
साथ ही, सिनेमा इंडस्ट्री के ठहराव के बाद, फिल्मों की री-रिलीज़ ने थिएटर को फिर से दर्शकों के बीच ला दिया है। अब सिनेमाघरों ने फिर से अपनी जगह पक्की कर ली है और ये साबित कर दिया कि थिएटर में मूवी देखने का मज़ा किसी भी प्लेटफॉर्म से बढ़कर है।
वैल्यूएशन एडवाइजरी सर्विसेज, क्रोल के मैनेजिंग डायरेक्टर उमाकांत पाणिग्राही के अनुसार, साल के सबसे दिलचस्प ट्रेंड्स में से एक थी नॉस्टैल्जिया से प्रेरित फिल्मों की री-रिलीज़। बॉलीवुड की हिट फिल्में जैसे जब वी मेट और तुम्बाड थिएटर में सिर्फ़ वापस नहीं आईं, बल्कि पहली बार रिलीज़ से भी बेहतर कमाई की। इन री-रिलीज़ ने अपनी कुल कमाई का लगभग 50% और 70% हिस्सा जुटाया।
दक्षिण भारत में Ghilli फिल्म ने दर्शकों को उतनी ही उत्सुकता और जोश के साथ मोहित किया जितना पहली बार रिलीज़ के समय किया था। यह साबित करता है कि फिल्मों का नॉस्टैल्जिया कितना ताकतवर होता है और पुराने फैंस को फिर से सिनेमाघरों तक खींच लाता है।
Note: This content has been translated using AI. It has also been reviewed by FE Editors for accuracy.
To read this article in English, click here.