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Kia India Price Cut : किया इंडिया ने 22 सितंबर से अपनी कारों के दाम घटाने का एलान किया है. (ScreenGrab / YouTube / Kia India)
Kia India Price Cut : किया इंडिया ने अपने ग्राहकों को बड़ी राहत देते हुए कारों की कीमतों में कटौती का ऐलान किया है. कंपनी ने बताया कि नई जीएसटी दरों (GST 2.0) का फायदा सीधे ग्राहकों को मिलेगा. अब किया की कारें 48 हजार रुपये से लेकर 4.48 लाख रुपये तक सस्ती हो गई हैं. यह बदलाव 22 सितंबर 2025 से लागू होंगे. सबसे बड़ी कटौती कार्निवाल जैसे प्रीमियम मॉडल्स पर देखने को मिलेगी, जबकि कैरेन्स जैसी फैमिली कार भी अब पहले से सस्ती मिलेगी.
GST 2.0 का फायदा ग्राहकों को मिलेगा
हाल ही में 56वीं जीएसटी काउंसिल की बैठक में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की अध्यक्षता में कई बड़े फैसले हुए. इनमें से एक था ऑटो सेक्टर पर जीएसटी दरों में कमी. किया इंडिया (Kia India) ने साफ कर दिया है कि वह इस टैक्स कटौती का पूरा फायदा अपने ग्राहकों तक पहुंचाएगी.
कौन-सी कार कितनी सस्ती होगी
किया इंडिया की भारत में बिकने वाली उन सभी कारों के दाम घटाए जा रहे हैं, जो ICE यानी इंटर्नल कंबशन इंजन (Internal Combustion Engine) से चलती हैं.
मॉडल का नाम / कितना घटेगा दाम
किया सॉनेट (Kia Sonet) : 1,64,471 रुपये सस्ती होगी
किया सायरॉस (Kia Syros) : 1,86,003 रुपये सस्ती होगी
किया सेल्टॉस (Kia Seltos) : 75,372 रुपये सस्ती होगी
किया कैरेन्स (Kia Carens) : 48,513 रुपये सस्ती होगी
किया कैरेन्स क्लाविस (Kia Carens Clavis) : 78,674 रुपये सस्ती होगी
किया कार्निवाल (Kia Carnival) : 4,48,542 रुपये सस्ती होगी
मारुति, टाटा, ह्युंडई पहले ही कर चुके हैं एलान
किया इंडिया से पहले मारुति सुजुकी, टाटा मोटर्स और ह्युंडई समेत भारतीय कार बाजार की कई और बड़ी कंपनियां भी जीएसटी में कटौती के बाद अपनी गाड़ियों के दाम घटाने का एलान कर चुकी हैं. कारों की कीमतों में इस कटौती से आने वाले फेस्टिव सीजन में गाड़ियों की बिक्री में काफी तेजी आने की उम्मीद की जा रही है.
जीएसटी काउंसिल ने हाल ही में कारों पर लागू जीएसटी की दरों में भारी कटौती करने का एलान किया है. जिसके बाद से देश की तमाम प्रुमख कार कंपनियां कीमतें घटाने का एलान कर चुकी हैं. सरकार ने भी कहा है कि जीएसटी में कटौती का पूरा फायदा ग्राहकों तक पहुंचाया जाना चाहिए. उम्मीद की जा रही है कि कीमतों में इस कटौती से डिमांड में भारी इजाफा होगा, जिससे भारत को अमेरिका की तरफ से लगाए जा रहे ऊंचे टैरिफ के बुरे असर से निपटने में मदद मिलेगी.