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BSE Mcap hits new high : बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्टेट सभी कंपनियों का साझा मार्केट कैप बुधवार को 4 ट्रिलियन अमेरिकी डॉलर तक जा पहुंचा, जो एक नया रिकॉर्ड है. (Photo : Pixabay)
BSE listed companies Market cap hits USD 4-trillion milestone : बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज (BSE) पर लिस्टेड सभी कंपनियों के मार्केट कैपिटलाइजेशन ने बुधवार को एक नया रिकॉर्ड बना डाला. इन तमाम कंपनियों का सम्मिलित मार्केट कैप पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर तक जा पहुंचा. इससे पहले ऐसा कभी नहीं हुआ था. भारतीय शेयर बाजार में पिछले कुछ बरसों के दौरान लगातार तेजी का रुझान बना हुआ है, जिसके चलते यह उपलब्धि बेहद कम समय में हासिल हुई है. बुधवार को भारतीय शेयर बाजार के दोनों प्रमुख सूचकांक - सेंसेक्स और निफ्टी तेज उछाल के साथ बंद हुए.
BSE ने 2.5 साल में लगाई 1 ट्रिलियन डॉलर की छलांग!
खास बात यह है कि बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों के मार्केट कैप ने 3 ट्रिलियन डॉलर से 4 ट्रिलियन डॉलर का सफर बेहद कम वक्त में तय किया है. बीएसई में सूचीबद्ध सभी कंपनियों के साझा बाजार पूंजीकरण ने 3 ट्रिलियन डॉलर का स्तर 24 मई 2021 को छुआ था. इसका मतलब ये कि बीएसई की कंपनियों को 3 ट्रिलियन से 4 ट्रिलियन के आंकड़े तक पहुंचने यानी 1 खरब डॉलर की छलांग लगाने में महज 2.5 साल लगे.
बाजार में तेजी का माहौल बरकरार
दरअसल, बुधवार को बीएसई का बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स (Sensex) 727 अंकों की तेजी के साथ बंद हुआ, जबकि निफ्टी 20,000 हजार के ऊपर बंद हुआ. बाजार में आई इस तेजी के पीछे HDFC Bank, Axis Bank ICICI और TCS जैसे हेवीवेट शेयरों में खरीदारी का बड़ा हाथ है. बाजार इन तमाम शेयरों में फॉरेन फंड्स की दिलचस्पी और निवेश बढ़ने की उम्मीद कर रहा है. सेंसेक्स की कंपनियों में एक्सिस बैंक का शेयर सबसे अधिक 3.92 प्रतिशत चढ़ गया. वहीं महिंद्रा एंड महिंद्रा में 3.38 फीसदी, विप्रो में 2.32 प्रतिशत, टाटा मोटर्स में 2.09 फीसदी, एचडीएफसी बैंक में 1.94 प्रतिशत और टेक महिंद्रा में 1.51 फीसदी की तेजी देखने को मिली. आईसीआईसीआई बैंक, जेएसडब्ल्यू स्टील, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, इन्फोसिस, एचसीएल टेक्नोलॉजीज और भारती एयरटेल के शेयर भी लाभ में रहे. तेजी के इस माहौल में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 206.90 अंक यानी 1.04 फीसदी की बढ़त के साथ दो महीने के गैप के बाद 20,000 अंक के स्तर को पार कर गया और 20,096.60 पर बंद हुआ.
विदेशी फंड्स की उभरते बाजारों में दिलचस्पी बढ़ी
बुधवार को बाजार में आई इस जबरदस्त तेजी पर टिप्पणी करते हुए जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के रिसर्च हेड विनोद नायर ने कहा कि हाल में लिस्ट हुए आईपीओ में अच्छे लिस्टिंग गेन, अमेरिकी बाजार में ब्याज दरों में कटौती की संभावनाओं और बॉन्ड यील्ड में नरमी की वजह से विदेशी फंड्स उभरते हुए बाजारों (emerging markets) की तरफ आकर्षित हो रहे हैं. उन्होंने कहा कि भारत के आईटी, ऑटोमोटिव, बैंकिंग और ऑयल एंड गैस जैसे सेक्टर्स इस तेजी की अगुवाई कर रहे हैं, जबकि रियल एस्टेट सेक्टर रिकॉर्ड ऊंचाई छूने के बाद अब कुछ पिछड़ने लगा है.
भारतीय शेयर बाजार में विदेशी निवेश और बढ़ने की उम्मीद
एक्सचेंज के आंकड़ों के मुताबिक मंगलवार को भी विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) ने कुल मिलाकर भारतीय बाजार में 783.82 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे. अमेरिका स्थित फेडरल रिटायरमेंट थ्रिफ्ट इन्वेस्टमेंट बोर्ड ने एक नया MSCI इंडेक्स शुरू करने की योजना का एलान किया है, जिससे भारतीय इक्विटी में 3 अरब अमेरिकी डॉलर से ज्यादा का इनफ्लो आने की उम्मीद की जा रही है.