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PSU Stocks Rally : एक दशक के खराब प्रदर्शन के बाद, इंडियन पीएसयू यानी पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग ने मजबूत वापसी की है. (Pixabay)
PSU Stock Strategy : एक दशक के खराब प्रदर्शन के बाद, इंडियन पीएसयू यानी पब्लिक सेक्टर अंडरटेकिंग ने मजबूत वापसी की है. पीएसयू कंपनियों का FY24 में और आगे भी प्रदर्शन बेहतरीन रहा है. बीते 1 साल की बात करें तो बीएसई पीएसयू इंडेक्स (BSE PSU Index) करीब 100 फीसदी मजबूत हुआ है. इस दौरान इंडेक्स में शामिल कई शेयर (PSU Stocks) ऐसे हैं, जिनमें 100 से 650 फीसदी ग्रोथ देखने को मिली है. ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का मानना है कि पीएसयू सेक्टर का आउटलुक आगे भी मजबूत दिख रहा है और कुछ शेयर निवेशकों को हाई रिटर्न देने के लिए तैयार हैं.
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल का कहना है कि 21 दिसंबर 2022 के बाद से पीएसयू इंडेक्स अब तक 113 फीसदी बढ़ चुका है. बीएसई पीएसयू इंडेक्स का मार्केट कैपिटलाइजेशन दिसंबर 2022 और जून 2024 के बीच 32.5 लाख करोड़ रुपये से 2.1 गुना बढ़कर 69.1 लाख करोड़ हो गया. इसी अवधि के दौरान बीएसई पीएसयू इंडेक्स पी/ई अनुपात 8.7x से बढ़कर 12.8x हो गया है.
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FY19-24 : 33.8% CAGR
वित्त वर्ष 2019-24 के दौरान, पीएसयू की अर्निंग (PSU Earning) में 33.8 फीसदी सीएजीआर दर्ज की गई, जो निजी क्षेत्र से बेहतर प्रदर्शन था, जिसने इसी अवधि में 18.6 फीसदी सीएजीआर दर्ज किया था. पिछले कुछ साल के दौरान 17-30 फीसदी के दायरे में रहने के बाद, प्रॉफिट पूल में पीएसयू की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 2014 में बढ़कर 36 फीसदी हो गई. इसके अलावा, FY24 के दौरान PSUs की कमाई में सालाना आधार पर 45 फीसदी की शानदार ग्रोथ देखी गई.
उल्लेखनीय रूप से, पिछले 5 साल में पीएसयू के घाटे में लगातार कमी आई है. घाटे में चल रही कंपनियों का योगदान (वित्त वर्ष 2014 में लाभ पूल का 1% बनाम वित्त वर्ष 2018 में 45%) का योगदान पिछले कुछ साल में कम हो गया है.
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राजनीतिक स्थिरता अच्छा संकेत
मोदी 3.0 के साथ राजनीतिक स्थिरता (Political Stability) अर्थव्यवस्था और कैपिटल मार्केट के लिए अच्छा संकेत है क्योंकि यह पॉलिसी-मेकिंग में आवश्यक स्थिरता और निरंतरता प्रदान करती है, जो इसके आर्थिक एजेंडे को आगे बढ़ाती रहेगी. हमारे विचार में, यह फैसला और इसके परिणामस्वरूप राजनीतिक स्थिरता और नीति-निर्माण में निरंतरता सोने पर सुहागा की तरह काम करेगी.
पीएसयू की प्रॉफिटेबिलिटी में सुधार
ब्रोकरेज का कहना है कि घरेलू और ग्लोबल साइक्लिक में पीएसयू की प्रॉफिटेबिलिटी में उल्लेखनीय सुधार होने की संभावना है, जिसमें तेज बदलाव होगा. पीएसयू बैंकों का फॉर्चून ओवरआल ट्रेंड को आगे बढ़ा रही है. पिछले दो साल में कमोडिटी की ऊंची कीमतों ने धातु और आयल एंड गैस पीएसयू के पीएंडएल और बैलेंस शीट को मजबूत किया है. डिफेंस सेक्टर में स्थानीयकरण, बढ़ा हुआ कैपेक्स और 'मेक-इन-इंडिया' पर सरकार के जोर ने इंडस्ट्रियल पीएसयू की फॉर्चून में सुधार को प्रेरित किया है. इसलिए, हम उम्मीद करते हैं कि अर्निंग और मार्केट कैपिटलाइजेशन में पीएसयू के योगदान में सुधार जारी रहेगा.
इन शेयरों में मिल सकता है रिटर्न (PSU Stocks to Buy)
SBI
Coal India
GAIL
HPCL
Bank of Baroda
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश या बिकवाली की सलाह एक्सपर्ट व ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)