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Ceigall India : स्पेशियलाइज्ड इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट पर कंपनी का मजबूत फोकस और कुशल एग्जीक्यूशन मॉडल इसकी प्रमुख ताकत हैं. (Freepik)
Ceigall India Listing News : इंफ्रास्ट्रक्चर कंस्ट्रक्शन कंपनी सीगल इंडिया लिमिटेड का स्टॉक आज शेयर बाजार में लिस्ट हो गया. हालांकि बाजार में बिकवाली के बीच स्टॉक की लिस्टिंग सुस्त रही है. यह बीएसई पर आईपीओ प्राइस 401 रुपये की तुलना में 413 रुपये के भाव पर लिस्ट हुआ. यानी आईपीओ में शेयर पाने वालों को 3 फीसदी लिस्टिंग गेंस मिला है. लिस्टिंग के बाद यह 425 रुपये पर पहुंचा और फिर 406 रुपये के भाव पर आ गया. सवाल उठता है कि लिस्टिंग के बाद इस शेयर को लेकर क्या स्ट्रैटेजी बनानी चाहिए. इसे बनाए रखना चाहिए या बेच देना चाहिए.
क्या पोजीशन बनाए रखें
Swastika Investmart के हेड ऑफ वेल्थ शिवानी न्याती का कहना है कि सीगल इंडिया का स्पेशियलाइज्ड इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट पर फोकस है. इसकी स्टॉक एक्सचेंज पर धीमी शुरुआत हुई और यह बीएसई पर 413 रुपये पर लिस्ट हुआ है. लिस्टिंग इश्यू प्राइस 401 रुपये से मामूली ज्यादा है. जबकि आईपीओ को 14 गुना सब्सक्रिप्शन हासिल हुआ था. इस लिहाज से स्टॉक की लिस्टिंग उम्मीद से कमजोर रही है. इसकी एक वजह तो आज बाजार में भारी गिरावट भी है.
स्पेशियलाइज्ड इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट पर कंपनी का मजबूत फोकस और कुशल एग्जीक्यूशन मॉडल इसकी प्रमुख ताकत बने हुए हैं. हालांकि, मॉडरेट लिस्टिंग इसकी महत्वपूर्ण आकस्मिक देनदारियों, सरकारी अनुबंधों पर निर्भरता और भारी प्रतिस्पर्धा से पैदा होने वाली चुनौतियों को हाईलाइट करती है. हालांकि सीगल इंडिया में लॉन्ग टर्म में इन चुनौतियों को प्रभावी ढंग से मैनेज करने की क्षमता दिखती है. निवेशकों को सलाह है कि वे 378 का स्टॉपलॉस रखकर अपनी पोजीशन बनाए रखें.
10 बातों में समझें कंपनी का कैसा है आउटलुक
1. ब्रोकरेज का कहना है कि वित्त वर्ष 2024 तक रेवेन्यू में तीन साल की सीएजीआर के आधार पर, सीगल इंडिया सबसे तेजी से बढ़ने वाली ईपीसी कंपनियों में से एक है.
2. कंपनी के पास अलग अलग बिजनेस सेक्टर और जियोग्राफिकल रीजन में फैली एक मजबूत ऑर्डर बुक है, जो उन्हें परियोजनाओं की एक बड़ी रेंज को आगे बढ़ाने की अनुमति देती है.
3 कंपनी का बिजनेस वॉल्यूम और प्रॉफिट मार्जिन बढ़ रहा है.
4. ब्रोकरेज के अनुसार कंपनी की मजबूत ऑर्डर बुक, एफिशिएंट बिजनेस मॉडल और एग्जीक्यूशन कैपेबिलिटीज कंपनी को लगातार ग्रोथ की पोजीशन में रखती हैं.
5. कंपनी का वित्तीय प्रदर्शन लगातार बेहतर है और सेक्टर में स्थिति भी लगातार मजबूत हो रही है.
6. कंपनी एक एसेट लाइट मॉडल को फॉलो करती है. 20 साल के अनुभव के साथ सबसे तेजी से बढ़ती ईपीसी कंपनियों में से एक है.
7. अलग अलग साइज की स्पेशलाइज्ड स्ट्रक्चर प्रोजेक्ट को एग्जीक्यूट करने में एक्सपर्टीज है.
8. इसने अन्य क्षेत्रों में पोर्टफोलियो बढ़ाने के लिए सड़क और राजमार्ग क्षेत्रों में अपने अनुभव का लाभ उठाते हुए परियोजनाओं के लिए रणनीतिक रूप से बोली लगाई है.
9. बेहतर फिक्स्ड एसेट टर्नओवर रेश्यो और लेंडर्स के साथ मजबूत संबंध सुनिश्चित करने से जब भी आवश्यकता होती है, प्रतिस्पर्धी शर्तों के साथ सही समय पर फाइनेंसिंग में मदद मिलती है.
10. सीगल अपने कई प्रोजेक्ट के साथ रेवेन्यू को अधिकतम करना जारी रखेगा और अगले कुछ साल में प्रॉफिट मार्जिन और रिटर्न रेश्यो बढ़ाएगा.
(सोर्स : ब्रोकरेज हाउस आनंद राठी, Swastika Investmart, Reliance Securities)
क्या हैं कंपनी के साथ रिस्क
ब्रोकरेज हाउस Swastika Investmart के अनुसार महत्वपूर्ण आकस्मिक देनदारियां, सरकारी कांट्रैक्ट पर निर्भरता, हाई वर्किंग कैपिटल की आवश्यकताएं और कड़ी प्रतिस्पर्धा प्रमुख चुनौतियां पेश करती हैं. आईपीओ 20.7 गुना पी/ई पर प्राइस्ड है. हालांकि कंपनी के पास मजबूत ग्रोथ की संभावनाएं हैं, लेकिन कुछ जोखिम भी हैं, जिसके चलते सतर्क रहकर सब्सक्राइब करना चाहिए.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश या बिकवाली की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)