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Stocks for Portfolio : ब्रोकरेज ने कुछ स्टॉक्स की जानकारी दी है, जिन्हें मोदी सरकार के आने पर फायदा मिल सकता है. (PTI)
Stocks to Benefit if BJP Win : लोकसभा चुनाव का अंतिम फेज 1 जून को है, जिसके बाद 4 जून को काउंटिंग है. 4 जून को तय होगा कि किसकी सरकार बनने जा रही है. हालांकि ज्यादातर अनुमान नरेंद्र मोदी की लीडरशिप में एनडीए सरकार (NDA Govt Comeback) की वापसी के संकेत दे रहे हैं, जिनमें कुछ सीटें ज्यादा या कम हो सकती हैं. ब्रोकरेज हाउस फिलिप कैपिटल ने भी इस बारे में एक रिपोर्ट जारी की है और बताया है कि मोदी सरकार (Narendra Modi Govt) की वापसी होती है तो किन सेक्टर के कौन से शेयरों में तेजी आ सकती है. ब्रोकरेज हाउस ने चुनाव नतीजों का 3 सिनैरियो जारी किया है. वहीं 1 साल और 2 से 3 साल के निवेश अवधि को ध्यान में रखकर कुछ स्टॉक्स की जानकारी दी है, जिन्हें मोदी सरकार के आने पर फायदा मिल सकता है.
बेस केस सिनैरियो
बेस केस सिनैरियो में बीजेपी के 290-300 सीट जीतने के आसार है, जबकि एनडीए के पास 330-340 सीटें आ सकती हैं. इस मामले में ब्रोकरेज हाउस नियर टर्म और लॉन्ग टर्म दोनों में इक्विटी, अर्निंग, इकोनॉमी, पॉलिसी की निरंतरता और एग्जीक्यूशन के लिए पॉजिटिव है.
बुलिश सिनैरियो
बीजेपी को 325 से अधिक और एनडीए को 360 से अधिक सीटें मिल सकती हैं. इस मामले में इक्पिटी में जोरदार रैली आएगी.
बियरिश केस
बियरिश केस में ऐसा हो सकता है कि बीजेपी को खुद अपने दम पर बहुमत न मिले, लेकिन एनडीए नरेंद्र मोदी की लीडरशिप में सरकार बना ले. ऐसे मामले में पहले इक्विटी मार्केट में बिकवाली देखने को मिल सकती है. लेकिन अगर मोदी सरकार आगे स्टेबल बनी रहती है तो आने वाले दिनों में फिर इक्विटभ् मार्केट मजबूत होगा. ऐसे में हर खरीदारी पर निवेश की सलाह रहेगी. ब्रोकरेज का कहना है कि इस बात की संभावना बहुत कम है कि देश में नॉन एनडीए सरकार का गठन हो.
किन सेक्टर पर पॉजिटिव
ब्रोकरेज हाउस फिलिप कैपिटल बेस केस की ज्यादा संभावना बताते हुए आने वाले दिनों के लिए जिन सेक्टर पर पॉजिटिव है, उनमें ऑटोमेशन, ईवी, डिफेंस, रेलवे, लॉजिस्टिक, पोर्ट्स, रोड, रीयल एस्टेट, मेटल्स, सीमेंट, एनर्जी और फाइनेंशियल सेक्टर शामिल हैं. असल में इन सेक्टर्स पर सरकार का या तो फोकस है या सरकार की नीतियों का इन सेक्टर्स को फायदा मिलने की उम्मीद है.
1 साल के लिए टॉप पिक्स (Top Picks)
SBI, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, PFC, REC, श्रीराम फाइनेंस, मुथूट फाइनेंस, अल्ट्राटेक सीमेंट, सीमेंस, हीरो मोटोकॉर्प, टीवीएस मोटर, डिवाइस लैब, Syngene, एपीएल अपोलो, जिंदल शा, IGL, आरती इंडस्ट्रीज, विनाती ऑर्गेनिक्स, प्रॉज, गोकलदास एक्सपोर्ट, एसपी अपैरल.
3 साल के लिए टॉप पिक्स (Top Picks for Long Term)
एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, SBI, कोटक बैंक, बजाज फाइनेंस, सुंदरम फाइनेंस, MAS फाइनेंशियल, इंफोसिस, HCL Tech, परसिस्टेंट सिस्टम, KPIT Tech, रेटगेन, रिलायंस इंडस्ट्रीज, GAIL, अंबुजा सीमेंट, जेके सीमेंट, L&T, भारती एयरटेल, सन फार्मा, डिवाइस लैब, Syngene, कोल इंडिया, जेएसडबल्यू स्टील, जिंदल स्टेनलेस, Maruti, भारत फोर्ज, अशोक लेलैंड, Concor, NCC, PNC इंफ्रा, गेटवे डिस्ट्रीपार्क, SRF, आरती इंडस्ट्रीज, नवीन फ्लोरीन, पीआई इंडस्ट्रीज, कोरोमंडल, धानुका एग्रीटेक.
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वोटर टर्नआउट नहीं है चिंता
ब्रोकरेज हाउस फिलिप कैपिटल का कहना है कि वोटर टर्नआउट (Voter Turnout) ज्यादा चिंता वाली बात नजर नहीं आ रही है. फेज 6 तक जारी मतदान आंकड़ों के सिंपल एवरेज के आधार पर एवरेज टर्नआउट 2019 के चुनावों में 67.4% की तुलना में 65.5% है. हालांकि, उन्हीं निर्वाचन क्षेत्रों के लिए जहां मतदान पूरा हो गया है, फेज 5 तक प्रदान किए गए एबसॉल्यूट वोटर टर्नआउट 2019 में 67.8% की तुलना में 66.4% है जो मामूली कम है. 2019 की तुलना में अधिक मतदान जम्मू-कश्मीर, कर्नाटक, तेलंगाना, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, मेघालय और गोवा में देखा गया.
जिन 485 निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान समाप्त हो गया है, उनमें से 155 में अधिक भागीदारी देखी गई, जबकि 330 में कम मतदान हुआ. इन 485 निर्वाचन क्षेत्रों में से 279 पर वर्तमान में बीजेपी का सांसद है (इनमें 192 निर्वाचन क्षेत्रों में कम मतदान हुआ). भाजपा शासित निर्वाचन क्षेत्रों में 6 सीटें ऐसी हैं, जहां 10 फीसदी से कम मतदान हुआ. जबकि 50 सीटें ऐसी हैं, जहां 5 से 10 फीसदी कम मतदान और 135 सीटें ऐसी हैं, जहां 5 फीसदी कम मतदान हुआ.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश या बिकवाली की सलाह एक्सपर्ट व ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)