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HDFC Life, LIC, SBI Life, ICICI Pru के स्टॉक में कमाई का मौका, इंश्योरेंस सेक्टर में क्यों तेजी की उम्मीद

Insurance : इंश्योरेंस प्रोडक्ट चाहे लाइफ इंश्योरेंस हो या हेल्थ इंश्योरेंस, जीएसटी हटने से सस्ते होंगे. जिससे इसकी पहुंच अधिक से अधिक लोगों तक होगी. इससे इंश्योरेंस कंपनियों का रेवेन्यू बढ़ेगा, जिससे उनके शेयरों में तेजी आएगी.

Insurance : इंश्योरेंस प्रोडक्ट चाहे लाइफ इंश्योरेंस हो या हेल्थ इंश्योरेंस, जीएसटी हटने से सस्ते होंगे. जिससे इसकी पहुंच अधिक से अधिक लोगों तक होगी. इससे इंश्योरेंस कंपनियों का रेवेन्यू बढ़ेगा, जिससे उनके शेयरों में तेजी आएगी.

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Sushil Tripathi
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Insurance Sector : इंश्योरेंस प्रोडक्ट सस्ता होता है तो कस्टमर बढ़ेंगे, जिससे कंपनियों का रेवेन्यू बढ़ेगा, सेक्टर की ग्रोथ मजबूत होगी (AI Image)

Insurance Stocks to Buy : इंश्योरेंस प्रोडक्ट पर जीएसटी हटाए जाने या घटने की उम्मीद में इस सेक्टर के शेयरों में आज तेजी देखने को मिल रही है. जीएसटी ग्रुप आफ मिनिस्टर (GoM) ने सुझाव दिया है कि हेल्थ और लाइफ इंश्योरेंस प्रीमियम पर जीएसटी न लगाया जाए. अगर जीएसटी काउंसिल और राज्यों के बीच सहमति बन गई तो इनडिविजुअल द्वारा खरीदे गए लाइफ और हेल्थ इंश्योरेंस पर 18% जीएसटी (GST) हटाया जा सकता है. ऐसा होने पर इस सेक्टर की ग्रोथ मजबूत हो सकती है. 

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इंश्योरेंस प्रोडक्ट चाहे लाइफ इंश्योरेंस हो या हेल्थ इंश्योरेंस, जीएसटी हटने से सस्ते होंगे. जिससे इसकी पहुंच अधिक से अधिक लोगों तक होगी. इससे इंश्योरेंस कंपनियों का रेवेन्यू बढ़ेगा, जिससे उनके शेयरों में तेजी आएगी. तो अभी निवेशकों को किन इंश्योरेंस स्टॉक पर फोकस करना चाहिए जो आगे अच्छा रिटर्न दे सकें. 

सेक्‍टर के आउटलुक पर ब्रोकरेज हाउस 

ब्रोकरेज हाउस सेंट्रम का कहना है कि जून तिमाही में इंश्‍योरेंस सेक्‍टर में ULIPs की मांग कमजोर रही है. पहली तिमाही में निजी इंश्‍योरेंस कंपनियों के लिए ULIPs (यूनिट लिंक्‍ड इंश्‍योरेंस प्‍लान) की मांग घट गई. प्रोडक्ट मिक्स में ULIPs का हिस्सा 33% से 57% तक रह गया. जून तिमाही में ग्रॉस प्रीमियम ग्रोथ 5–19% रही. प्राइवेट कंपनियों के लिए FY25–28 के दौरान APE (एनुअलाइज्‍ड प्रीमियम इक्‍यूवैलेंट) ग्रोथ का अनुमान 12–15% CAGR है. पिछले 5 सालों यानी FY20–25 में यह  7–16% CAGR था. FY25–28 के दौरान LIC की ग्रोथ करीब 8% CAGR रहने की उम्‍मीद है. 

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ब्रोकरेज की टॉप पिक्स

SBI LIFE

रेटिंग :  BUY
करंट प्राइस : 1,859 रुपये
टारगेट प्राइस :  2,171 रुपये

HDFC LIFE

रेटिंग : BUY
करंट प्राइस :  796 रुपये
टारगेट प्राइस :  925 रुपये
 
ICICI PRU

रेटिंग : BUY
करंट प्राइस :  632 रुपये
टारगेट प्राइस :  725 रुपये

Max Financial Services

रेटिंग : ADD
करंट प्राइस :  1,643 रुपये
टारगेट प्राइस : 1,656 रुपये

LIC

रेटिंग : BUY
करंट प्राइस : 899 रुपये
टारगेट प्राइस :  1,231 रुपये

(Source: Centrum Broking)

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कंपनियों का कैसा है मौजूदा प्रदर्शन 

जून तिमाही में प्राइवेट कंपनियों के लिए VNB मार्जिन 20.1% से 27.4% (सालाना बेसिस पर 6–260 bps की बढ़त) रहा. जबकि LIC के लिए 15.4% (लगभग 150 bps की बढ़त). लिस्टेड प्राइवेट कंपनियों के लिए VNB ग्रोथ (एबसॉल्‍यूट VNB) 12–32% सालाना (सिवाय ICICI Prudential के) रही. 

कंपनियों ने एजेंट नेटवर्क बढ़ाने पर फोकस किया है, सभी कंपनियों में एजेंट्स की संख्या बढ़ी है. LIC और ICICI Prudential के एक्‍सपेंस कम हुए, जबकि SBI Life Insurance और HDFC Life के एक्‍सपेंस थोड़े बढ़े हैं. 

पर्सिस्टेंसी रेश्यो (ग्राहकों का बीमा बनाए रखना) की बारत करें तो 13वें महीने का रेश्यो ज्यादातर कंपनियों में गिरा (100–370 bps की गिरावट), लेकिन SBI Life में 60 bps की सुधार रहा. जबकि 61वें महीने का रेश्यो ज्यादातर कंपनियों में सुधरा है, लेकिन ICICI Prudential में गिरावट रही.

(Disclaimer: शेयर में निवेश की सलाह ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दिए गए हैं. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं है. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)

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