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Best Portfolio : इकोनॉमिक रिफॉर्म को लेकर जब चुनौतियां रहेंगी तो एक निवेशक को अपना पोर्टफोलियो कैसे बनाना चाहिए. (Pixabay)
How to make stock portfolio : लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आ चुके हैं. ये नतीजे 2014 और 2019 के मुकाबले कुछ अलग रहे हैं. पिछली 2 बार की तरह इस बार बीजेपी को अपने दम पर बहुमत नहीं मिला है, हालांकि बीजेपी के गठबंधन वाली एनडीए को बहुमत हासिल हुआ है. चुनावी नतीजों के चलते 4 जून को शेयर बाजार में भारी बिकवाली देखने को मिली है, जबकि आज यानी 5 जून को रिकवरी है. फिलहाल नरेंद्र मोदी एक बार फिर सरकार (Narendra Modi Govt) बनाने जा रहे हैं, लेकिन बदले माहौल में, जहां गठबंधन का दबान उन पर रह सकता है. ऐसे हालात में इकोनॉमिक रिफॉर्म (Economic Reform) को लेकर जब चुनौतियां रहेंगी तो एक निवेशक को अपना पोर्टफोलियो कैसे बनाना चाहिए.
फाइनेंशियल सेक्टर पर ओवरवेट
ब्रोकरेज हाउस बर्नस्टीन का कहना है कि सत्ता की निरंतरता अर्थव्यवस्था को सहारा देने के लिए एक मजबूत फैक्टर है. हम यह भी सोचते हैं कि कैपेक्स की कीमत पर सब्सिडी पर कुछ फोकस करने की संभावना है, लेकिन हमें निकट अवधि में कोई मैटेरियल इंपैक्ट नहीं दिखता है. हम जो देख रहे हैं उसके अनुसार बाजार पर हमारा पिछला रुख ही कायम है और हम पॉजिटिव हैं. यह बेहतर इकोनॉमिक ग्रोथ के बारे में है, लेकिन अर्निंग में ग्रोथ पीक पर है, ऊपर की ओर संशोधन की कम गुंजाइश है और कुछ हद तक वैल्युएशन महंगा है.
इसलिए, हम हाई सिंगल डिजिट रिटर्न के अपने व्यू पर बरकरार हैं, निफ्टी का टारगेट 23,500 पर अनचेंज है. पॉलिसी के मार्चे पर अनिश्चितता को देखते हुए एक विशेषता बनी रहेगी. फाइनेंशियल सेक्टर (Financial Sector) पर ब्रोकरेज हाउस ओवरवेट है, लेकिन हमारे पास सभी सेक्टर में चुनिंदा विकल्प हैं. हम लार्ज कैप की तुलना में स्मॉल और मिडकैप पर अंडरवेट बने हुए हैं. शॉर्ट टर्म के लिहाज से बाजार में बिकवाली के बाद मामूली उछाल की गुंजाइश है, जिसमें कैपेक्स से जुड़े स्टॉक लीडर होंगे.
उचित' वैल्युएशन पर मिल रहे शेयरों पर रखें नजर
ब्रोकरेज हाउस कोटक इंस्टीट्यूशन के अनुसार 2024 के चुनाव परिणाम निवेशकों (संस्थागत और गैर-संस्थागत) को हर पार्टी के नंबर पर अधिक और नैरेटिव पर कम फोकस करने के लिए मजबूर कर सकते हैं. हम रिटेल निवेशकों के रुख में किसी भी बदलाव पर नजर रखेंगे, जो फ्लो के मामले में बाजार के पीछे प्रमुख ताकत रहे हैं. हम 'उचित' वैल्युएशन पर उपलब्ध अर्निंग/बुक में कंपाउंडिंग की हाई विजिबिलिटी वाले क्षेत्रों को प्राथमिकता देते हैं और 'नैरेटिव' शेयरों से बचने की सलाह देते हैं. अधिकांश सेक्टर के लिए वैल्युएशन अभी भी ऊंचे स्तर पर है.
पूरी तरह से डिफेंसिव होने की जरूरत नहीं
आईआईएफएल सिक्योरिटीज के अनुसार पूरी तरह से डिफेंसिव (Defencive Stock Strategy) होने की जरूरत नहीं है. हम पहले की तुलना में कुछ हद तक अधिक ब्याज दरों और कमजोर आईएनआर की उम्मीद करते हैं. लेकिन वर्तमान में मजबूत ग्रोथ रेट, विश्व स्तर पर और भारत में अनिवार्य रूप से मॉनेटरी ईजिंग, कुछ स्ट्रक्चरल सुधारों (जैसे जीएसटी) ने अपना प्रभाव डालना शुरू कर दिया है, बैलेंस शीट में सुधार और केंद्र में एक स्थिर गठबंधन पर विजिबिलिटी पर नजर रखें.
ब्रोकरेज हाउस सन फार्मा (मार्जिन में सुधार और अर्निंग विजिबिलिटी) और अपोलो हॉस्पिटल (सेक्टर में अस्थायी एयर पॉकेट प्रभावित हुआ है) पर भरोसार जताया है. वहीं बहुत अधिक प्राइस्ड सेक्टर, एफएमसीजी (महंगा) और आईटी (अमेरिकी अर्थव्यवस्था और एआई की धीमी गति जैसी कई प्रतिकूल परिस्थितियों) जैसे डिफेंसिव सेक्टर से फिलहाल दूर रहने की सलाह दी है.
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ओवर हीटेड वैल्युएशन वाले सेक्टर में रहेगी नरमी
ब्रोकरेज हाउस मोतीलाल ओसवाल के मुताबिक सरकार गठन को लेकर शुरुआती निराशा और चिंता के बाद, हम उम्मीद करते हैं कि फोकस फंडामेंटल बॉटम-अप स्टॉक पिकिंग पर वापस आ जाएगा. जैसा कि कहा गया है, ओवर हीटेड वैल्युएशन और हाल ही में तेज बेहतर प्रदर्शन वाले सेक्टर मसलन इंडस्ट्रियल, रेलवेज, डिफेंस और पीएसयू में रिस्क-रिवार्ड के नजरिए से फिर से आकर्षक बनने से पहले गिरावट देखने को मिल सकती है.
टॉप आइडियाज लार्जकैप : ICICI Bank, ITC, HCL Tech, Coal India, SBI, L&T, M&M, Ultratech, CIFC और Hindalco
टॉप आइडियाज मिडकैप : Indian Hotels, Ashok Leyland, Godrej Properties, Global Health, KEI Industries, PNB Housing, Cello World, and Kirloskar Oil
मैक्रो स्थिरता पर समझौता नहीं
मॉर्गन स्टैनले का कहना है कि मिड और लॉन्ग-टर्म नजरिए में आउटलुक में कोई बदलाव नहीं है. कुछ दिन के लिए बाजार में उतार-चढ़ाव का अनुमान है. ब्रोकरेज के अनुसार रिफॉर्म्स की गति और दिशा में बदलाव नहीं होगा क्योंकि बीजेपी वाली एनडीए सरकार मैक्रो स्थिरता पर समझौता नहीं करेगी. पॉपुलिस्ट खर्च में बढ़ोतरी का भी अनुमान नहीं है.
(Disclaimer: स्टॉक में निवेश या बिकवाली की सलाह एक्सपर्ट व ब्रोकरेज हाउस के द्वारा दी गई है. यह फाइनेंशियल एक्सप्रेस के निजी विचार नहीं हैं. बाजार में जोखिम होते हैं, इसलिए निवेश के पहले एक्सपर्ट की राय लें.)